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जयपुर में बनेगा प्रदेश का पहला स्वचालित रोप-वे
चर्चा में क्यों?
2 दिसंबर, 2022 को जयपुर कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने जयपुर शहर में स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर परिसर में बनने वाले प्रदेश के पहले स्वचालित और जयपुर के सबसे बड़े पेसेंजर रोप-वे निमार्ण का निरीक्षण किया।
प्रमुख बिंदु
- जयपुर कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि इस रोप-वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप-वे होगा जो कि प्रदेश का पाँचवाँ और जयपुर ज़िले के सामोद हनुमानजी रोप-वे के बाद दूसरा रोप-वे होगा।
- अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णोमाता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप-वे बनाया जा रहा है।
- रोप-वे निर्माण के लिये फर्म और जयपुर ज़िला प्रशासन के बीच करार हुआ है जिसके बाद फर्म को रोप-वे अधिनियम के तहत लाइसेंस जारी किया जाएगा। कलेक्टर ने निर्माता फर्म को 2 साल में रोप-वे निर्माण के निर्देश दिये हैं।
- निरीक्षण के दौरान रोप-वे निर्माण की फर्म के पदाधिकारियों ने कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित को बताया कि पाँच टावरों पर संचालित किये जाने वाले रोप-वे की ऊँचाई 85 मीटर होगी। 24 ट्रॉली वाले इस रोप-वे की क्षमता 800 यात्री प्रति घंटा होगी।
- कलक्टर ने बताया कि निर्माण के दौरान और संचालन के शुरू होने के बाद भी ज़िला प्रशासन द्वारा रोप-वे के सुरक्षा मापदंडों की नियमित रूप से जाँच की जाएगी। रोप-वे के निर्माण में जयपुर की विरासत, शिल्पकला और वैभव की छटा देखने को मिलेगी।
- कलक्टर ने कहा कि रोप-वे निर्माण करने वाली फर्म को 0 से 5 आयुवर्ग वाले बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ-साथ दिव्यांगों को रोप-वे के ज़रिये नि:शुल्क सफर करवाने के लिये निर्देशित किया गया है।
- रोप-वे के एक तरफ का सफर करीब साढ़े 4 मिनट में पूरा होगा इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिये ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा।
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