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बिहार में तीन साल में विकसित होंगे 160 पर्यटन स्थल
चर्चा में क्यों?
2 नवंबर, 2022 को बिहार के पर्यटन विभाग ने राज्य के सभी पर्यटन सर्किट के मार्गों में सुविधाएँ बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत 3 वर्षों में 160 पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- पर्यटन विभाग, राज्य के समस्त पर्यटक स्थलों के मार्ग में पर्यटकों के रहने-खाने मनोरंजन सहित हर प्रकार की ऑनलाईन सुविधाएँ प्रदान करेगा।
- बिहार में वर्ष 2019 में देशी एवं विदेशी पर्यटकों की कुल संख्या 51 करोड़ थी तो वहीं वर्ष 2022 में अगस्त माह तक 84 लाख से अधिक देशी तथा 12 हज़ार से अधिक विदेशी पर्यटक आ चुके हैं।
- पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों के मार्गों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिये चार मॉडल- प्रीमियम मार्गीय सुविधा, स्टैंडर्ड मार्गीय सुविधा, बेसिक मार्गीय सुविधा तथा वर्तमान मार्गीय सुविधा तैयार किये हैं।
- प्रीमियम मार्गीय सुविधा के अंतर्गत लगभग डेढ़ एकड़ ज़मीन में 50 कि.मी. की दूरी पर प्रीमियम सुविधाएँ विकसित की जाएंगी।
- वहीं स्टैंडर्ड मार्गीय सुविधा के अंतर्गत एक एकड़ ज़मीन में 30 कि.मी. की दूरी पर स्टैंडर्ड सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- बेसिक मार्गीय सुविधा 30 कि.मी. की दूरी पर विकसित की जाएगी, जिसके लिये 7500 वर्गफीट ज़मीन का उपयोग किया जाएगा।
- अंतिम वर्तमान मार्गीय सुविधाओं को और अच्छे तरीके से सुधारा जाएगा। इन चार मॉडल के अंतर्गत 160 केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें अधिकतम 10% की वृद्धि भी हो सकती है।
- जनसुविधाओं को विकसित करने के लिये पर्यटन विभाग निवेशकों को 10, 20, 35 तथा 50 लाख रुपए अथवा 50 फीसदी अनुदान देगा।
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