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हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Oct 2022
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स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण, 2022 में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर

चर्चा में क्यों?

2 अक्टूबर, 2022 को हरियाणा ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत 2021-22 में संपूर्ण स्वच्छता हेतु ओडीएफ स्थायित्व तथा ओडीएफ प्लस के विभिन्न घटकों के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिये स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण, 2022 के आधार पर देश में दूसरा स्थान हासिल किया है।

प्रमुख बिंदु

  • हरियाणा ने यह स्थान देश में 30 लाख से अधिक जनसंख्या वाले राज्यों की श्रेणी में हासिल किया है।
  • विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा राज्य की ओर से ये पुरस्कार राज्य के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया।
  • विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि इस अर्जित उपलब्धि में विकास एवं पंचायत विकास के अधिकारियों के साथ-साथ स्वच्छता सैनिकों, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सामुदायिक सहयोग करने वाले लोगों व संस्थाओं का भी महत्त्वपूर्ण योगदान है।
  • उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर तक पूरे देश में हर साल स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाता है।
  • इसी अवधि के दौरान राज्य में भी जिला स्तरीय ‘स्वच्छता ही सेवा’कार्यक्रम चलाया गया। इसके अंतर्गत हर गाँव में स्वच्छता अभियान चलाए गए और लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने व अपने परिवेश को साफ-सुथरा रखने के बारे में रैलियाँ, प्रभात फेरियोँ, हस्ताक्षर अभियान, सामुदायिक सहयोग व अन्य माध्यमों से जागरूक किया गया।
  • देवेंद्र सिंह बबली ने बताया कि भिवानी जिला पूरे देश के ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान पर आया है। भिवानी ज़िले के 22 गाँवों में बरसाती व गंदे पानी का विशेष स्ट्रक्चर बनाकर प्रबंधन किया गया है। इसके साथ-साथ ज़िले के विभिन्न गाँवों में अमृत सरोवर परियोजना के तहत 24 तालाबों का नवीनीकरण व सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
  • उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार शहरों की तर्ज पर गाँवों में भी हर घर से कूड़ा उठाने की दिशा में योजना भी बना रही है।

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नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में राष्ट्रपति ने करनाल के मंदीप सिंह चौहान को रजत कमल से नवाजा

चर्चा में क्यों?

1 अक्टूबर, 2022 को 68वें नेशनल फिल्म अवार्ड वितरण समारोह में हरियाणा के करनाल ज़िले के मंदीप सिंह चौहान को उनके द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिये राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने रजत कमल पुरस्कार से सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु

  • फिल्म निर्माता मंदीप सिंह चौहान को यह सम्मान उनकी लघु फिल्म ‘जस्टिस डिलेड बट डिलीवर्ड’के लिये दिया गया।  नॉन फीचर फिल्म श्रेणी में यह फिल्म राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में चयनित की गई थी।
  • मंदीप सिंह चौहान के साथ फिल्म के निर्देशक मुंबई निवासी कामाख्या नारायण सिंह को भी राष्ट्रपति  महोदया ने सम्मानित किया।
  • उल्लेखनीय है कि 2020 के नेशनल फिल्म अवार्ड सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा हाल ही में घोषित किये गए थे और नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह  में यह पुरस्कार वितरित किये गए।  इसी समारोह में देश का फिल्म जगत् का सर्वोत्कृष्ट पुरस्कार दादा साहब  फालके अवॉर्ड प्रख्यात अभिनेत्री आशा पारेख को प्रदान किया गया।
  • विदित है कि नेशनल फिल्म अवार्ड प्राप्त  करने वाले मंदीप सिंह चौहान मूलत: करनाल ज़िले के गोंदर गाँव से संबंध रखते हैं। मनदीप सिंह चौहान ‘बॉलीवुड में हिन्दी’सहित  कई चर्चित डॉक्युमेंट्री फिल्म्स  के सहायक निर्माता के रूप में कार्य करने के कई क्षेत्रीय व राष्ट्रीय समाचार चैनलों के साथ जुड़े रहे हैं।
  • ज्ञातव्य है कि मंदीप सिंह चौहान की डॉक्यूमेंट्री फिल्म हिंदी में निर्मित ‘जस्टिस डिलेड बट डिलीवर्ड’जम्मू कश्मीर में संविधान के अब समाप्त हो चुके अनुच्छेद 35-ए के  काले प्रावधानों के कारण वहाँ  के वाल्मीकि समुदाय के साथ दशकों तक हुए अमानवीय अत्याचारों की दास्तान है।
  • जम्मू-कश्मीर मामलों पर वर्षों तक लेखन करते रहे डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि अनुच्छेद 370 के संशोधन और 35-ए  के  उन्मूलन ने राधिका जैसे लाखों लोगों के जीवन में नई रोशनी का संचार किया।  
  • उन्होंने कहा कि  चोरी छुपे जोड़े गए अनुच्छेद 35-ए  के कारण  राधिका गिल सहित  वहाँ के वाल्मीकि समुदाय के लोगों को  चुनाव लड़ने का अधिकार तो दूर की बात, सरकारी नौकरियों  के लिये आवेदन करने का अधिकार भी नहीं था। यह काला अनुच्छेद उन्हें केवल और केवल सफाई कर्मचारी बनने की इजाजत देता था।

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स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में ओवरऑल प्रोग्रेस में हरियाणा देश के टॉप 5 राज्यों में शामिल

चर्चा में क्यों?

1 अक्टूबर, 2022 को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में ओवरऑल प्रोग्रेस में हरियाणा देश के टॉप 5 राज्यों में शामिल हो गया है।

प्रमुख बिंदु

  • स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में टॉप 100 शहरों में गुरुग्राम, रोहतक, करनाल, पंचकूला व अंबाला शामिल हैं। वहीं धारूहेड़ा को (25,000-50,000 जनसंख्या) और बवानी खेड़ा को (15,000-25,000 जनसंख्या) में फास्ट मूविंग सिटी का अवार्ड मिला है। कैंटोनमेंट बोर्ड आधारित रैंकिंग में हरियाणा का अंबाला कैंट 25वें स्थान पर है।
  • विदित है कि 2021 की तुलना में हरियाणा की परफॉर्मेंस में काफी सुधार हुआ है। पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में हरियाणा 8वें स्थान पर था।
  • उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार द्वारा समय-समय पर स्वच्छता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और विभिन्न सरकारी कार्यालयों, नगर निगम एवं नगर पालिका क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर लगातार निगरानी की जा रही है। इसी का नतीजा है कि राज्य में लगातार स्वच्छता के स्तर में सुधार हो रहा है।  

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