मुख्यमंत्री ने गांधी जयंती के अवसर पर दो नए पुरस्कारों की घोषणा की | छत्तीसगढ़ | 03 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
2 अक्टूबर, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी जयंती के अवसर पर देश के ख्याति नाम रंगकर्मी, नाटककार और निर्देशक स्वर्गीय हबीब तनवीर तथा साहित्यकार व पर्यावरणविद् स्वर्गीय अनुपम मिश्र के नाम से पुरस्कार पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोनों विभूतियों के नाम से पुरस्कार दिये जाने की यह घोषणा रायपुर के शहीद स्मारक भवन में गांधी, युवा और नए भारत की चुनौतियाँ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में की।
- गौरतलब है कि प्रसिद्ध रंगकर्मी, नाटककार और निर्देशक स्वर्गीय हबीब तनवीर का जन्म 1 सितंबर, 1923 को रायपुर में हुआ था। वे शिक्षा हासिल करने के बाद 1945 में मुंबई चले गये और प्रोड्यूसर के तौर पर आकाशवाणी में नौकरी शुरू की। वहाँ रहते हुए उन्होंने हिन्दी फिल्मों के लिये गाने लिखे। कुछ फिल्मों में अभिनय भी किया। कई नाटकों की रचना की।
- हबीब तनवीर को कई अवार्ड एवं वर्ष 2002 में पँ विभूषण सम्मान मिला। वे 1972 से 1978 तक राज्यसभा के सांसद भी रहे। उनका नाटक चरणदास चोर, एडिनवर्ग इंटरनेशनल ड्रामा फेस्टिवल (1982) में पुरस्कृत होने वाला पहला भारतीय नाटक था। उनकी प्रमुख कृतियों में आगरा बाजार (1954), चरणदास चोर (1975) शामिल हैं।
- जाने माने लेखक, संपादक, छायाकार और गाँधीवादी पर्यावरणविद् स्वर्गीय अनुपम मिश्र का जन्म महाराष्ट्र के वर्धा में सरला मिश्र और प्रसिद्ध हिन्दी कवि भवानी प्रसाद मिश्र के यहाँ सन् 1948 में हुआ।
- उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 1969 में संस्कृत से स्नातकोत्तर किया और इसके बाद वे दिल्ली स्थित गाँधी शांति प्रतिष्ठान से जुड़ गए। पर्यावरण के लिये वह तब से काम कर रहे थे, जब से देश में पर्यावरण का कोई विभाग नहीं खुला था। उनकी कोशिश से सूखाग्रस्त अलवर में जल संरक्षण का काम शुरू हुआ, जिसे दुनिया ने देखा और सराहा।
- उन्हें वर्ष 2007-2008 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2011 में उन्हें देश के प्रतिष्ठित जमनालाल बजाज पुरस्कार से नवाजा गया। वर्ष 1996 में इंदिरा गाँधी पर्यावरण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में ईस्ट जोन में छत्तीसगढ़ शीर्ष पर | छत्तीसगढ़ | 03 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
2 अक्टूबर, 2022 को गांधी जयंती पर आयोजित स्वच्छ भारत दिवस 2022 कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ को स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में चार पुरस्कार प्रदान किये।
प्रमुख बिंदु
- पेयजल और स्वच्छता विभाग, जलशक्ति मंत्रालय के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) सर्वेक्षण में टॉप परफॉर्मिंग राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ ने ईस्ट जोन में बाजी मारी है। इसके साथ 3 अन्य कैटेगरी में भी छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
- ईस्ट ज़ोन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों में दुर्ग और बालोद ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
- इसके साथ ही ओडीएफ प्लस पर दीवार लेखन प्रतियोगिता में सेंट्रल ज़ोन में छत्तीसगढ़ को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री ने ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना’ का किया प्रदेशव्यापी शुभारंभ | छत्तीसगढ़ | 03 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
2 अक्टूबर, 2022 को गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्त्वाकांक्षी ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना’का प्रदेशव्यापी शुभारंभ करते हुए प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। साथ ही रूरल इंडस्ट्रियल पार्क ‘रीपा’के ‘लोगो’का विमोचन भी किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर ग्रामीण गरीब परिवारों के लिये रोज़गार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिये गाँव के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिये यहाँ विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इन पार्कों को ग्रामीण उत्पादन एवं सेवा केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के स्वावलंबी और आत्मनिर्भर गाँवों के सपने को साकार करने में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी। इस योजना के माध्यम से गाँवों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में मज़बूती से कदम उठाया गया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण में 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किये जा रहे हैं। इसके लिये गौठानों में एक से तीन एकड़ भूमि पार्क के लिये आरक्षित की गई है। प्रथम चरण में प्रत्येक विकास खंड में दो गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- चालू वित्तीय वर्ष के बजट में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के लिये 600 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। स्वीकृत सभी रूरल इंडस्ट्रियल पार्कों को एक-एक करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। इस राशि से इन पार्कों में वर्किंग शेड और एप्रोच रोड के निर्माण के साथ बिजली-पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
- ‘सुराजी गाँव योजना’के तहत विकसित किये गए गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि और उद्यानिकी फसलों तथा लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की इकाइयाँ स्थापित की जा रही हैं। साथ ही आटा-चक्की, दाल मिल, तेल मिल की स्थापना भी की जा रही है।
- इन गतिविधियों में ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और युवाओं को रोज़गार के साथ आय के अच्छे साधन मिल रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो रही है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को इस योजना के लिये नोडल विभाग बनाया गया है।