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स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Jul 2023
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बिहार Switch to English

पटना के मरीन ड्राइव की तर्ज पर बागमती के तट को किया जाएगा विकसित

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को बिहार के जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि पटना में गंगा नदी के किनारे बने मरीन ड्राइव की तर्ज पर दरभंगा में भी बागमती नदी के किनारे को विकसित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • संजय कुमार झा ने अधिकारियों से इसके आसपास के इलाकों को हरा-भरा करने की दिशा में पौधे लगाने का निर्देश दिया। 
  • घाट के आसपास पेड़-पौधे लगाने से लोगों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा। प्रदूषण पर भी लगाम लगेगा। घाट को और अधिक समतल किया जाएगा, जिससे लोग आसानी से टहल सकेंगे।
  • नदी किनारे मरीन ड्राइव की तरह पाथ-वे बनाया जाएगा। चतरिया गाँव शहरी क्षेत्र है। मरीन ड्राइव की तरह इसे अगर बना दिया जाए तो आसपास के लोगों को टहलने के लिये बेहतर विकल्प मिल जाएगा।

राजस्थान Switch to English

भरतपुर एवं बीकानेर में बनेंगे मल्टीपरपज इंडोर हॉल

चर्चा में क्यों?

2 जुलाई, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के भरतपुर एवं बीकानेर ज़िलों में खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये मल्टीपरपज इंडोर हॉल का निर्माण करने के लिये 16.44 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंज़ूरी प्रदान की है।

प्रमुख बिंदु  

  • प्रत्येक हॉल के निर्माण में 8.22 करोड़ रुपए की लागत आएगी।  
  • मल्टीपरपज इंडोर हॉल के निर्माण से खिलाड़ियों को इंडोर गेम्स में भाग लेने तथा अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के अवसर प्राप्त होंगे।  
  • उल्लेखनीय है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा बजट 2023-24 में घोषणा की गई थी।

राजस्थान Switch to English

प्रदेश में अति पिछड़ा वर्ग विकास कोष में विभिन्न योजनाओं के तहत 231 करोड़ रुपए स्वीकृत

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को राजथान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के अति पिछड़ा वर्ग (एमबीसी) के विद्यार्थियों के लिये विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 231.44 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्तावों की स्वीकृति दी। यह राशि एमबीसी विकास कोष के अंतर्गत स्वीकृत की गई है। 

प्रमुख बिंदु  

  • मुख्यमंत्री ने देवनारायण अनुप्रति योजना के लिये 1.50 करोड़ रुपए, देवनारायण पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिये 8 करोड़ रुपए, देवनारायण उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिये 135 करोड़ रुपए, देवनारायण गुरूकुल योजना के लिये 17.50 करोड़ एवं देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण एवं प्रोत्साहन योजना के लिये 20.34 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है।  
  • मुख्यमंत्री ने चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा एवं जयपुर के विराटनगर में देवनारायण आवासीय विद्यालयों के भवन निर्माण के लिये 37.90 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। 
  • इनके अलावा अलवर के उमरेण, टोंक के निवाई तथा जयपुर में मानसरोवर व प्रतापनगर में देवनारायण छात्रावासों के भवन निर्माण के लिये 11.20 करोड़ रुपए की मंज़ूरी दी है।  
  • मुख्यमंत्री के इस निर्णय से अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्राप्त करने में सुगमता होगी तथा वे अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकेंगे।  
  • उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में एमबीसी विकास कोष की राशि को बढ़ाकर 200 करोड़ रुपए किया गया है।

राजस्थान Switch to English

राजस्थान मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गए कई महत्त्वपूर्ण निर्णय

चर्चा में क्यों?

30 जून, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित हुई, जिसमें नवीन ज़िलों के गठन पर चर्चा, विद्यालयों में संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्त्तव्यों का पाठन, कार्मिकों के हित में प्रथम वेतन वृद्धि 6 माह में करने, प्रदेश के युवाओं को राजकीय सेवा में ज्यादा अवसर देने के संबध में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गए।

प्रमुख बिंदु 

  • मंत्रिमंडल की बैठक में नवीन ज़िलों के गठन के लिये बनाई गई राम लुभाया कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा हुई। इन नवीन ज़िलों से राज्य के विकास को एक नई गति मिलेगी तथा आमजन की सुगमता बढ़ेगी। विकास संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग अधिक प्रभावी ढंग से होगी, जिससे आमजन को सरकारी योजनाओं, सुविधाओं और सेवाओं का लाभ शीघ्र मिल सकेगा। 
  • विदित है कि इस बार के बजट में 19 ज़िलों की घोषणा की गई थी। इस क्रम में रामलुभाया समिति द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट, विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त ज्ञापनों और जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट द्वारा आंकलन कर सीमा निर्धारण के संबंध में चर्चा की गई।  
  • मंत्रिमंडल की बैठक में प्रत्येक विद्यालय में संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्त्तव्यों का पाठन आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। 
    • इससे प्रदेश की युवा पीढ़ी का देश के महान संविधान, लोकतंत्र एवं राष्ट्रीयता पर विश्वास तथा गर्व और अधिक सुदृढ़ हो सकेगा। पाठन विद्यालयों में प्रति शनिवार ‘नो बैग डे’ किया जाएगा।  
    • नई प्रकाशित होने वाली पाठ्यपुस्तकों में भी संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्त्तव्यों को प्रकाशित किया जाएगा। 
  • मंत्रिमंडल ने ‘दी राजस्थान आईएलडी स्किल्स यूनिवर्सिटी, जयपुर (चेंज ऑफ नेम एंड अमेंडमेंट) बिल-2023’ के प्रारूप को मंज़ूरी देते हुए राजस्थान आईएलडी स्किल्स यूनिवर्सिटी का नाम ‘दी विश्वकर्मा स्किल्स यूनिवर्सिटी’ करने का निर्णय लिया है।  
    • इससे कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के गठन और नए प्रावधानों के लिये ऑर्डिनेंस लाने आदि की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।  
    • इस निर्णय से विश्वविद्यालय का कार्य सुगमता और त्वरित गति से हो सकेगा। मंत्रिमण्डल की इस स्वीकृति से यह विधेयक विधानसभा में प्रस्तुत किया जा सकेगा। 
  • मंत्रिमंडल ने राजस्थान सिविल सेवा (पुनरीक्षित वेतन) नियम 2017 में संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी है। इससे कार्मिक की पदोन्नति या एसीपी लगने पर पदोन्नति पद के पे-लेवल में समान सेल होने पर आगामी सेल में वेतन नियत हो सकेगा। इससे कार्मिक के वेतन में वृद्धि होगी।  
    • साथ ही, वर्तमान में एक ही वेतन वृद्धि की तिथि के स्थान पर अब दो वेतन वृद्धि की तिथियाँ (1 जनवरी और 1 जुलाई) निर्धारित की गई हैं। इससे कार्मिकों को प्रथम वेतन वृद्धि 6 माह में ही मिल जाएगी। इन संशोधनों से विभिन्न सेवाओं के पदनाम भी सेवा नियमों के अनुरूप हो जाएंगे।  
  • मंत्रिमंडल ने राजकीय सेवाओं में प्रदेश के अभ्यर्थियों को अधिक-से-अधिक नियोजित करने और शीघ्रलिपि में दक्ष अभ्यर्थी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिकवर्गीय सेवा नियम 1999, राजस्थान सचिवालय लिपिकवर्गीय सेवा नियम 1970 तथा राजस्थान लोक सेवा आयोग (लिपिकवर्गीय एवं अधीनस्थ सेवा) नियम और विनियम 1999 में संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी प्रदान की है।  
    • इसके अंतर्गत शासन सचिवालय, अधीनस्थ कार्यालयों एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग से संबंधित मंत्रालयिक सेवा नियमों में शीघ्रलिपिक/निजी सहायक ग्रेड-II के पाठ्यक्रम में राजस्थान के सामान्य ज्ञान को वेटेज देने का प्रावधान किया गया है।  
    • साथ ही, फेज-II के लिये विज्ञापित पदों में 15 गुणा विद्यार्थियों को सम्मिलित करने तथा शीघ्रलिपि को वेटेज देने संबंधी प्रावधान भी किये गए हैं।  
  • मंत्रिमंडल ने महिला राजकीय कार्मिकों को गर्भावस्था के दौरान स्थानांतरण पर होने वाली परेशानियों से राहत देने के लिये राजस्थान सिविल सर्विसेज (अलॉटमेंट ऑफ रेजिडेंशियल एकोमोडेशन) रूल्स, 1958 में संशोधन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। 
    • उक्त संशोधन से महिला राजकीय कर्मचारी, जिसको राजकीय आवास आवंटित किया जा चुका है, वह उस आवास को मातृत्व अवकाश की समाप्ति तक सामान्य किराए पर रख सकेगी। 
  • मंत्रिमंडल ने राजस्थान उद्योग सेवा नियम-1960, राजस्थान उद्योग अधीनस्थ सेवा नियम-1966 एवं राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएँ (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा द्वारा सीधी भर्ती नियम-1999) में परिशिष्ट ‘च’ में संशोधन कर इनमें उद्योग विभाग का नाम उद्योग एवं वाणिज्य विभाग करने का निर्णय लिया है।  नाम परिवर्तन होने से विभाग के अधिकारियों का पदनाम भी संशोधित हो जाएगा।

मध्य प्रदेश Switch to English

एशियन गेम्स और आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में ऐश्वर्य प्रताप और आशी चौकसे का चयन

चर्चा में क्यों?

2 जुलाई, 2023 को मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चीन में सितंबर 2023 में शुरू होने वाले एशियन गेम्स और बाकू अजरबैजान में अगस्त में होने वाली आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी के दो निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और आशी चौकसे का चयन भारतीय टीम में हुआ है।

प्रमुख बिंदु  

  • खरगोन ज़िले के ऐश्वर्य प्रताप सिंह 10 मीटर एयर राइफल एवं 50 मीटर थ्री पोजीशन मेन तथा भोपाल की आशी चौकसे 10 मीटर एयर राइफल एवं 50 मीटर थ्री पोजीशन वुमेन इवेंट में सेलेक्ट हुए हैं। 
  • विदित है कि 22 वर्षीय युवा भारतीय निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने फरवरी 2023 में काहिरा में आईएसएसएफ विश्व कप में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में स्वर्ण पदक तथा जुलाई 2022 में साउथ कोरिया में आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 
  • ऐश्वर्य ने साल 2021 में दिल्ली में हुए विश्व कप में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन इवेंट में पीला तमगा हासिल किया था। फाइनल मुकाबले में ऐश्वर्य ने तत्कालीन वर्ल्ड नंबर-1 हंगरी के इस्त्वान पेनी को मात दी थी। 
  • 21 वर्षीय आशी चौकसे ने जून 2022 में अजरबेजान के बाकू में आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन मिक्स्ड इवेंट में स्वप्निल कुसाले के साथ स्वर्ण पदक जीता था। आशी ने जर्मनी में हुई आईएसएसएफ जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में काँस्य पदक जीता था।  
  • इससे पहले आशी बेंगलुरू में हुई खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में एक गोल्ड और एक सिल्वर और राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में दो गोल्ड और दो सिल्वर मैडल जीतकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई थीं। 


मध्य प्रदेश Switch to English

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के शहडोल में ‘राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन’ का शुभारंभ किया

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के शहडोल में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन का शुभारंभ किया और लाभार्थियों को सिकल सेल आनुवंशिक स्थिति कार्ड वितरित किये।

प्रमुख बिंदु  

  • इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई सी. पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय राज्य मंत्री, संसद सदस्य, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री और विधान सभा के सदस्य भी उपस्थित थे। 
  • इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है। यह लॉन्च; सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में 2047 तक सिकल सेल रोग को खत्म करने के सरकार के चल रहे प्रयासों का एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। 
  • केंद्रीय बजट 2023 में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन की घोषणा की गई थी। इसे देश के 17 सर्वाधिक प्रभावित राज्यों- गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड के 278 ज़िलों में लागू किया जाएगा।   
  • प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में लगभग 3.57 करोड़ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्डों के वितरण कार्यक्रम की भी शुरुआत की। आयुष्मान कार्ड वितरण समारोह का आयोजन प्रदेश भर के नगर निकायों, ग्राम पंचायतों और विकासखंडों में किया जा रहा है।  
  • आयुष्मान कार्ड वितरण अभियान कल्याणकारी योजनाओं की 100 प्रतिशत संतृप्ति सुनिश्चित करने के लिये प्रत्येक लाभार्थी तक पहुँचाने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है। 
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन का यह अभियान अमृत काल का एक प्रमुख मिशन बनेगा। उन्होंने 2047 तक आदिवासी समुदायों और देश को सिकल सेल एनीमिया के खतरे से मुक्त करने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। 

 


हरियाणा Switch to English

पशुपालन विभाग डायल 112 की तर्ज पर 200 पशु एंबुलेंस कराएगा तैयार

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने राज्य के भिवानी ज़िले के बहल में लुवास हिसार की ओर से स्थापित हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर बताया कि पशुपालन विभाग पुलिस पीसीआर की डायल 112 की तर्ज पर 200 एंबुलेंस तैयार कर रही है।

प्रमुख बिंदु 

  • प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिये परंपरागत खेती के अलावा पशुपालन, मछलीपालन, बागवानी जैसी योजनाओं को बढ़ावा दे रही है ताकि किसान उनको अपनाकर समृद्ध हो सकें, इसीलिये एंबुलेंस तैयार की जा रही हैं।
  • विभाग की ओर से 70 पशु चिकित्सा एंबुलेंस खरीदी गई है और 130 एंबुलेंस की खरीद की जानी है। इनके लिये एक टोल फ्री नंबर दिया जाएगा, जिस पर कॉल करने से पशुपालक को बीमार पशु के लिये चिकित्सकीय सेवा उसके घर, द्वार पर मिलेगी। 
  • कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि पशुपालन क्षेत्र में लागू योजनाओं से हरियाणा प्रदेश दुग्ध उत्पादन में देशभर में दूसरे नंबर पर आ गया है। प्रदेश सरकार ने जो भी योजनाएँ लागू की है, उनमें अधिकतर योजनाएँ किसान के उत्थान और विकास से जुड़ी है। 
  • राज्य सरकार ने किसान को फसल बुवाई के समय खाद, बीज सहित अन्य ज़रूरतों को पूरा करवाने के अलावा किसान के उत्पाद की एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित की है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से खराब फसलों को पूरा मुआवजा देकर खेती को जोखिम रहित बनाया है। 
  • इस अवसर पर कृषि मंत्री ने बताया कि लोहारू क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा देने के लिये जहाँ नहरों की मरम्मत व नई नहरें बनवाई गई हैं। वहीं टेल तक पानी पहुँचाने का प्रयास किया गया है।  
  • उन्होंने बताया कि लुवास का भिवानी के बहल में बनने वाला सेंटर क्षेत्र के किसान व पशुपालकों के लिये मील का पत्थर साबित होगा। अब लोगों को पशु उपचार के लिये हिसार नहीं जाना पड़ेगा।  
  • पशुपालकों को इस केंद्र में पशुओं की विभिन्न बीमारियों के लिये एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सर्जरी, गायनी की पूरी सुविधा होगी। इसके अलावा, केंद्र ईटीटी (ईम्ब्रो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी) की तकनीक पर काम करते हुए ऐसी नस्ल के पशु तैयार करेगा। जिससे ज्यादा दूध मिलेगा और नस्ल सुधार होगी। यह प्रदेश का तीसरा ऐसा केंद्र है, जिसमें ये सब सुविधाएँ उपलब्ध हैं।


हरियाणा Switch to English

‘मेरा बिल-मेरा अधिकार योजना’

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राज्य के गुरुग्राम ज़िले में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने की छठी वर्षगाँठ के अवसर पर आयोजित जीएसटी डे-2023 कार्यक्रम में बताया कि करदाताओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हरियाणा समेत देश के पाँच राज्यों में ‘मेरा बिल-मेरा अधिकार योजना’ शुरू की गई है।

प्रमुख बिंदु  

  • इस योजना के तहत उपभोक्ताओं को खरीदारी के वक्त बिल लेना होगा और वह बिल पोर्टल पर अपलोड करना होगा। उसके बाद कॉर्प्स फंड से ड्रा ऑफ लॉट्स के जरिए उपभोक्ताओं को 30 करोड़ के इनाम दिये जाएंगे। 
  • ‘मेरा बिल-मेरा अधिकार योजना’ से उपभोक्ताओं में सामान की खरीदारी करते समय विक्रेता से बिल माँगने की प्रवृत्ति विकसित होगी। साथ ही, कंज्यूमर टू गवर्नमेंट के बीच एक मज़बूत भावना भी विकसित होगी।  
  • यह योजना देश की कर प्रणाली को सरल बनाने तथा इंस्पेक्टरी राज को खत्म करने में एक बेहतरीन व्यवस्था साबित हुई है। 
  • इससे नागरिकों पर कर का बोझ कम हुआ और सरल व्यवस्था से इंडस्ट्री जगत की सुविधाएँ भी बढ़ी हैं। आने वाले दिनों में अधिकारियों, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों तथा उपभोक्ता की मदद से इस व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जाएगा।

हरियाणा Switch to English

लुसान डायमंड लीग श्रृंखला में नीरज चोपड़ा ने जीता पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता का खिताब

चर्चा में क्यों?

30 जून, 2023 को हरियाणा के पानीपत ज़िले के जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने प्रतिष्ठित डायमंड लीग  श्रृंखला के लुसान चरण-2023 में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता का खिताब जीता है। उन्होंने 87.66 मीटर थ्रो के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।

प्रमुख बिंदु  

  • जर्मनी के जूलियन वीबर 87.03 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर तथा तीसरे स्थान पर 86.13 मीटर थ्रो के साथ चेक गणराज्य के याकूब वादलेज्चे रहे।  
  • विदित है कि भारतीय जेवलिन स्टार नीरज का इस साल में यह दूसरा गोल्ड है। वे दोहा डायमंड लीग में भी गोल्ड मेडलिस्ट रहे थे। वहीं, नीरज का यह 8वाँ इंटरनेशनल गोल्ड है। इससे पहले उन्होंने एशियन गेम्स, साउथ एशियन गेम्स, ओलिंपिक गेम्स और डायमंड लीग जैसे टूर्नामेंट में सोना जीता था। 
  • नीरज चोपड़ा ने पहले राउंड में फाउल के साथ शुरुआत की। वहीं, जर्मनी के जूलियन वेबर ने 86.20 मीटर थ्रो के साथ बढ़त बनाई। पहले दौर के अंत में, नीरज शीर्ष तीन एथलीटों में भी नहीं थे। इसके बाद दूसरे प्रयास में, नीरज ने 83.52 मीटर का थ्रो किया और वह तीसरे नंबर पर पहुँच गए। तीसरे प्रयास में नीरज ने 85.02 मीटर का स्कोर किया। इस थ्रो के साथ वह दूसरे नंबर पर पहुँच गए।  
  • चौथे प्रयास में नीरज फाउल हो गए थे, लेकिन पाँचवें प्रयास में नीरज की ‘गोल्डन आर्म’ ने अपना जादू चलाया और 87.66 मीटर का थ्रो हासिल किया। पहले स्थान पर पहुँच गए। छठे और अंतिम प्रयास में, नीरज ने 84.15 मीटर का थ्रो हासिल किया। 
  • उल्लेखनीय है कि 25 वर्षीय नीरज ने 5 मई को दोहा डायमंड लीग में 88.67 मीटर भाला फैंककर स्वर्ण जीता था। उसके बाद उनकी माँसपेशियों में खिंचाव आ गया, जिसके चलते उन्हें 4 जून को हुए फैनी ब्लैंकर्स कोएन गेम्स और 13 जून को हुए पावो नूरमी गेम्स से नाम वापस लेना पड़ा।  
  • हालाँकि इस दौरान उन्होंने किसी डायमंड लीग में खेलने का मौका नहीं खोया। लीग के रबत, रोम, पेरिस और ओस्लो चरण में जेवेलिन थ्रो शामिल नहीं है। 
  • लुसान के बाद मोनाको (21 जुलाई) और ज्यूरिख (31 अगस्त) में लीग होनी हैं, जहाँ जेवेलिन थ्रो शामिल है। लीग का फाइनल यूजीन (अमेरिका) में 16, 17 सितंबर को होगा। 
  • नीरज हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में भी हिस्सा लेंगे। यह चैंपियनशिप 19 से 27 अगस्त तक होगी। नीरज ने 2022 यूजीन में हुए पिछले सीजन में रजत पदक जीता था।  
  • भारतीय टीम इस चैंपियनशिप के इतिहास में केवल दो पदक जीत सकी है, उनमें से एक नीरज के नाम है। नीरज से पहले 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने महिलाओं के लॉन्ग जंप प्रतियोगित में भारत के लिये पहला मेडल जीतकर इतिहास रचा था। उन्होंने कांस्य पदक जीता था।  
  • नीरज के अलावा एक अन्य भारतीय लॉन्ग जंपर मुरली श्रीशंकर ने भी डायमंड लीग में हिस्सा लिया। उन्होंने शुरुआती 5 कोशिशों में 7.75, 7.63, 7.88 और 7.59 और 7.66 मीटर की छलांग लगाई। हालांकि, वह कोई पदक नहीं जीत सके। मुरली पाँचवें स्थान पर रहे।


छत्तीसगढ़ Switch to English

अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान की उप-महानिदेशक ने छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन को सराहा

चर्चा में क्यों?

1 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में लघु धान्य फसलों (कोदो-कुटकी, रागी) के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये संचालित ‘छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन’ के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की सराहना अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान मनीला की उप-महानिदेशक (फसल) तथा प्रख्यात कृषि एवं पोषण विशेषज्ञ जोआना केन पोटाका ने की है।

प्रमुख बिंदु

  • सुश्री पोटाका ने छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत लघु धान्य फसलों के बीज उत्पादन कार्यक्रम तथा किसानों तक बीज वितरण प्रणाली, कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से सामुदायिक सहभागिता के द्वारा मिलेट प्रोसेसिंग केंद्रों की स्थापना, राज्य सरकार द्वारा किसानों से कोदो, कुटकी, रागी आदि लघु धान्य फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी, मध्याह्न भोजन कार्यक्रम में पौष्टिकता के मद्देनजर लघु धान्य फसलों का समावेश तथा महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से विभिन्न ज़िलों में मिलेट कैफे की स्थापना एवं संचालन की तारीफ की है।  
  • सुश्री पोटाका ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल के साथ साउथ अफ्रीकन देश घाना में विगत दिनों आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय हाई इम्पैक्ट राईस ब्रीडिंग कार्यशाला’ के दौरान हुई मुलाकात का फोटो शेयर करते हुए इस बारे में ट्वीट किया है। गौरतलब है कि सुश्री पोटाका स्मार्ट फूड कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक भी हैं।  
  • उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल विगत दिनों घाना के कुमासी शहर में आयोजित ‘धान प्रजनन कार्यक्रम के आधुनिकीकरण’ पर आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला में विषय-विशेषज्ञ के रूप में सम्मिलित हुए थे।  
  • डॉ. चंदेल ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में संचालित छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत लघु धान्य फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु किये जा रहे कार्यों एवं गतिविधियों की जानकारी दी थी।  
  • डॉ. चंदेल ने मिलेट मिशन के तहत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में लघु धान्य फसलों पर किये जा रहे अनुसंधान कार्य तथा कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से स्थापित मिलेट प्रोसेसिंग सेंटर तथा मिलेट कैफे के बारे में भी जानकारी दी थी।  
  • उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला में विभिन्न देशों से आए कृषि वैज्ञानिकों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में धान प्रजनन कार्यक्रम के आधुनिकीकरण की दिशा में किये जा रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में भी जानकारी प्रदान की।


उत्तराखंड Switch to English

कण्वाश्रम रेस्क्यू सेंटर प्रोजेक्ट

चर्चा में क्यों?

2 जुलाई, 2023 को उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा ने बताया कि प्रदेश में मानव वन्यजीव हमलों में लगातार हो रहे इजाफा को कम करने की कड़ी में लैंसडौन वन प्रभाग के कण्वाश्रम स्थित मृग विहार को मिनी चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर के रूप में विकसित करने के लिये नए सिरे से कवायद शुरू की गई है।

प्रमुख बिंदु  

  • विदित है कि प्रदेश में वन्यजीव हिंसक होकर आबादी क्षेत्र में लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। ऐसे में तमाम क्षेत्रों में हिंसक जानवरों (खासकर बाघ और गुलदार) को पकड़कर रेस्क्यू सेंटर भेजा जाता है, लेकिन प्रदेश में उपलब्ध रेस्क्यू सेंटर में अब शेड्यूल वन के इन प्राणियों को रखने के लिये जगह ही नहीं बची है। इसलिये अब सरकार नए रेस्क्यू सेंटर बनाने और पुरानों को विस्तार देने जा रही है। 
  • कण्वाश्रम स्थित मृग विहार को मिनी चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर के रूप में विकसित करने के लिये सीजेडए से लगातार बातचीत की जा रही है। इसके अलावा दूसरे रेस्क्यू सेंटर को विस्तार देने की दिशा में भी प्रयास किये जा रहे हैं। 
  • करीब 12 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कण्वाश्रम स्थित मृग विहार के रेस्क्यू सेंटर में तबदील होने से वन विभाग की मुश्किलें काफी हद तक कम हो जाएंगी।  
  • विदित है कि वर्ष 2018 में तत्कालीन वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने मृग विहार को मिनी जू और रेस्क्यू सेंटर के रूप में विकसित करने के लिये पहल की थी। उस दौरान इस काम के लिये केंद्र सरकार की ओर से सैद्धांतिक स्वीकृति भी दे दी गई थी।  
  • इसके बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) की ओर से इस मामले में औपचारिकताओं को पूरा के लिये कहा गया था, जो वक्त रहते वन विभाग की ओर से पूरी नहीं की गई। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब वन विभाग की ओर से फिर से मृग विहार को मिनी चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर के रूप में विकसित करने के लिये शासन के माध्यम से सीजेडए के साथ पत्राचार शुरू किया गया है। 
  • प्रदेश में राजधानी देहरादून में मालसी में स्थित देहरादून जू रेस्क्यू सेंटर को छोड़कर बाकी तीनों रेस्क्यू सेंटर हाउसफुल चल रहे हैं। इन रेस्क्यू सेंटर में एक भी शेड्यूल वन के वन्यजीव प्राणी को रखने की जगह नहीं है।  
  • अल्मोड़ा में स्थित चिड़ियाघर में पाँच और रेस्क्यू सेंटर में छह कुल 11 गुलदार को रखा गया है। यहाँ अब अन्य गुलदारों को रखने की जगह नहीं है।  
  • इसी तरह से हरिद्वार के चिड़ियापुर में स्थित रेस्क्यू सेंटर में 11 गुलदार को रखा गया है। यह भी हाउसफुल हो चुका है। नैनीताल चिड़ियाघर में स्थित रेस्क्यू सेंटर पहले ही फुल हो चुका है।  
  • देहरादून जू स्थित रेस्क्यू सेंटर में एक घायल गुलदार को रखा गया था, जिसे ठीक होने पर अब जंगल में छोड़ दिया गया है। फिलहाल रेस्क्यू सेंटर में एक भी गुलदार नहीं है। वैसे भी यहाँ मात्र दो ही गुलदार को रखा जा सकता है।

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