एंटी माइन इन्फैंट्री बूट | उत्तर प्रदेश | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को डीएमएसआरडीई (रक्षा सामग्री भंडार और अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान) के निदेशक डॉ. मयंक द्विवेदी ने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों ने सेना की इन्फेंट्री बटालियन के लिये विशेष जूते तैयार किये हैं, जो माइंस फटने पर जवानों को सुरक्षित रखेंगे।
प्रमुख बिंदु
- विशेष प्रकार का यह जूता माइंस के प्रेशर का प्रभाव काफी कम कर देगा। इससे पैर पड़ने के बाद विस्फोट तो होगा पर बहुत अधिक नुकसान नहीं होगा।
- भारतीय सेना की इन्फेंट्री बटालियन की सबसे बड़ी चुनौती जवानों को माइंस से बचाना है। अक्सर दुश्मनों की बिछाई माइंस फटने से जवानों के पैर गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं। इसके लिये सेना ने डीएमएसआरडीई के वैज्ञानिकों से मदद मांगी थी। करीब दो-तीन साल चले शोध के बाद वैज्ञानिकों ने इसे बनाने में कामयाबी हासिल की है।
- एंटी माइन इन्फेंट्री बूट कई प्रकार के हल्के सिरेमिक पोरस और एरामिड के हाइब्रिड भाग को मिलाकर बनाया गया है। इस वजह से तीन किलोग्राम वजनी होने के बावजूद जूते से दबाव नहीं पड़ता है।
- एंटी माइन इन्फेंट्री बूट का कई बार परीक्षण किया गया। एम-14 माइंस में परीक्षण के दौरान देखा गया कि इस जूते ने 160 गुना से भी अधिक दबाव कम कर दिया। इससे माइंस में विस्फोट तो हुआ, पर कोई नुकसान नहीं हुआ।
छपरा की मोहिनी ने जीता स्टेट अंडर- 11 गर्ल्स चेस चैंपियनशिप का खिताब | बिहार | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार शतरंज संघ की ओर से सीवान में आयोजित स्टेट अंडर-11 गर्ल्स चेस चैंपियनशिप का खिताब सारण ज़िले के छपरा की रहने वाली मोहिनी ने जीता है।
प्रमुख बिंदु
- इस चैंपियनशिप में मोहिनी ने चार जीत दर्ज की है। वहीं, एक मात्र गेम वर्तमान राष्ट्रीय स्कूल अंडर-7 चैंपियन अंकित राज के साथ ड्रा हुआ।
- स्टेट अंडर-11 गर्ल्स चैंपियनशिप में मोहिनी ने 4.5 अंक हासिल कर खिताब जीता है। इसके बाद वह राष्ट्रीय अंडर-11 प्रतियोगिता में बिहार का प्रतिनिधित्व करने जा रही है।
- विदित है कि शतरंज में मोहिनी हमेशा से ही अच्छी खिलाड़ी रही है, उसकी हमेशा से शतरंज के खेल में रुचि रही है। इसमें वह अच्छा प्रदर्शन भी कर रही है।
राजसमंद के गाँव मोलेला में बनेगा शिल्पग्राम | राजस्थान | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मिट्टी से लोक देवी-देवताओं की मूर्तियाँ बनाने में अंतर्राष्ट्रीय पहचान रखने वाले राजसमंद ज़िले के खमनोर तहसील में स्थित मोलेला गाँव में शिल्पग्राम (शिल्पबाड़ी) की स्थापना व अन्य कार्यों के लिये 2.55 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री के इस निर्णय से मोलेला गाँव के शिल्पकर्मी अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन और बिक्री कर सकेंगे। वे यहाँ अपने कौशल से भावी पीढ़ियों को भी प्रशिक्षित कर सकेंगे। इससे युवाओं में कला के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।
- शिल्पबाड़ी में सेमिनार हॉल, प्रदर्शनी हॉल, कैफेटैरिया व अन्य सुविधाएँ भी विकसित होंगी।
- विदित है कि मोलेला गाँव के मृण शिल्पकार लोक देवी-देवताओं का माटी में रूपांकन करते हैं। इन्हें मेवाड़ के साथ ही गुजरात व मध्य प्रदेश की सीमाओं के आदिवासी गाँवों के लोग खरीदते हैं। वे गाँव के देवघरों में इन्हें विधि-विधान से स्थापित कर धार्मिक परंपरा का निर्वाह करते हैं। इनकी खरीद अब घरों में सजावट के लिये भी हो रही है। बदलते परिवेश में कला प्रेमियों की इच्छाओं के अनुसार कलाकारों ने आधुनिक कलाकृतियाँ गढ़ना शुरू कर दिया है।
- ज्ञातव्य है कि टेराकोटा कला राजस्थान की प्रसिद्ध हस्तकलाओं में से एक है। लाल मिट्टी को पकाकर सजावटी सामान बनाने की कला टेराकोटा कला कहलाती है।
- मिट्टी की फड़ व मांदल नामक वाद्य यंत्र का निर्माण भी मोलेला गाँव में होता है।
- उल्लेखनीय है कि मोलेला गाँव के शिल्पकार देश-दुनिया में कला की छाप छोड़ चुके हैं। इन्हें पद्मश्री सहित अन्य राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।
मध्य प्रदेश पर्यटन की 12 यूनिट्स ने जीता ट्रिप एडवाइजर्स ट्रेवलर्स च्वाइस का अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड | मध्य प्रदेश | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम प्रबंध संचालक कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि विश्व विख्यात पर्यटक मार्गदर्शी संस्था ‘ट्रिप एडवाइजर’U.S. (यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका) के ट्रैवलर्स च्वाइस अवॉर्ड-2023 में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम की 12 इकाइयों ने ट्रिप एडवाइजर्स एनुअल ट्रैवलर्स च्वाइस अवार्ड जीता है।
प्रमुख बिंदु
- प्रबंध संचालक कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि पलाश रेसीडेंसी भोपाल, बघीरा जंगल रिसॉर्ट मोचा, बायसन रिसॉर्ट मढ़ई, कलचुरी रेसीडेंसी जबलपुर, रॉक एंड मनोर पचमढ़ी, चंपक बंगलो पचमढ़ी, ग्लेन व्यू पचमढ़ी, होटल अमलतास पचमढ़ी, शीशमहल ओरछा, व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज बांधवगढ़ एवं तानसेन रेसीडेंसी ग्वालियर को अवॉर्ड मिला है।
- वहीं मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम की ओरछा स्थित इकाई बेतवा रिट्रीट ने संस्था का ‘बेस्ट ऑफ बेस्ट’अवार्ड 2023 जीता है।
- विदित है कि ‘ट्रिप एडवाइजर’कंपनी संपूर्ण विश्व में विभिन्न स्थानों पर गए पर्यटकों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर मूल्यांकन कर हर वर्ष यह अवार्ड प्रदान करती है।
- पर्यटकों की ओर से दुनियाभर के होटल, रेस्तरां और दूसरे स्थानों को दी हुई रेटिंग के आधार पर ट्रैवलर्स च्वाइस अवॉर्ड के लिये चुना जाता है। दुनिया भर के पर्यटक हर साल इसमें भाग लेते हैं और अपनी पसंद के आधार पर वोटिंग करते हैं।
- हर कैटेगरी में दुनिया के चुनिंदा 25 शहरों, पर्यटन स्थलों और होटल्स रेस्टोरेंट की सूची बनाकर प्रत्येक श्रेणी में अवार्ड की घोषणा की जाती है।
- उल्लेखनीय है कि निगम की समस्त इकाईयों में पर्यटकों के ठहरने के लिये पूर्णत: सुसज्जित अतिथि कक्षों, खान-पान, मनोरंजन गतिविधियाँ और आरामदायक स्टे की सुविधाएँ दी जाती है।
- पश्चिमी देशों विशेष कर फ्राँस, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन, स्कॉटलैंड आदि के पर्यटक विश्व के किसी भी देश में पर्यटन पर जाने के लिये उक्त संस्था द्वारा चिन्हित स्थानों, पूर्ण संरक्षित रात्रि विश्राम एवं खान-पान की दर, मात्रा एवं गुणवत्ता को विश्वास सहित प्राथमिकता देते हैं।
एक ज़िला-एक उत्पाद योजना की मॉनीटरिंग के लिये समिति गठित | मध्य प्रदेश | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक ज़िला-एक उत्पाद एवं मूल्य संवर्धन योजना की मॉनीटरिंग के लिये कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित की गई है।
प्रमुख बिंदु
- समिति के अन्य सदस्यों में अपर सचिव एवं प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, अपर मुख्य सचिव वित्त, प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन (मंडी बोर्ड), संचालक कृषि अभियांत्रिकी को शामिल किया गया है।
- समिति के सदस्य सचिव संचालक किसान-कल्याण तथा कृषि विकास होंगे।
- ज़िला स्तर पर एक ज़िला-एक उत्पाद योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये कलेक्टर की अध्यक्षता में ज़िला स्तरीय समिति गठित होगी।
- समिति के सदस्य सचिव उप संचालक किसान-कल्याण तथा कृषि विकास होंगे।
- अन्य सदस्यों में परियोजना संचालक (आत्मा), महाप्रबंधक ज़िला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, सहायक कृषि यंत्री और ज़िला मुख्यालय स्तर पर सचिव मंडी समिति को शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने रीपा उत्पादों की बिक्री के लिये चैट बोट का किया शुभारंभ | छत्तीसगढ़ | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) के तहत विभिन्न प्रकार के उत्पादों के ऑर्डर के लिये चैट बोट का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस चैट बोट को आत्मिक भारत - vertex suit द्वारा निर्माण एवं फसल बाज़ार के माध्यम और ज़िला प्रशासन रायगढ़ द्वारा एक्टिव किया गया है।
- इस चैट बोट के माध्यम से ग्रामीण औद्योगिक पार्क के उद्यमी अपने उत्पाद को व्हाट्सअप के ज़रिये सीधे ग्राहकों को बेच सकेंगे।
- विदित है कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा)’ के तहत 14 रीपा ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण हो रहा है।
- इनमें जूट के बैग, कोसा के कपड़े, टेराकोटा, जवाफूल चावल, रागी के उत्पाद, बाँस शिल्प, मसाले, रेडी टू ईट, गोबर पेंट, संबलपुरी साड़ी एवं कपड़े, ढोकरा आर्ट, बड़ी पापड़, आर्टिफिशियल ज्वेलरी इत्यादि शामिल हैं।
- चैट बोट उपयोग करने में बहुत आसान है, यह व्हाट्सअप की भाँति ही काम करता है। इस बोट की मदद से ऑर्डर को प्लेस किया जाता है और पेमेंट भी किया जा सकता है।
- यह ग्रामीण उद्यमी के लिये उत्पाद को बेचने में बहुत ही ज्यादा लाभकारी व आसान है। साथ ही रीपा में उत्पादित सामग्रियों को ऑनलाईन बाज़ार जैसे कि अमेजॉन, फ्लिपकार्ट के माध्यम से ग्राहकों को बेचा जा सकेगा।
एकल महिला-पुरुष सरकारी कर्मचारी को भी मिलेगी चाइल्ड केयर लीव | उत्तराखंड | 03 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
1 जून, 2023 को उत्तराखंड के वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने प्रदेश के एकल महिला एवं पुरुष अभिभावक कर्मचारियों को बाल्य देखभाल अवकाश (चाइल्ड केयर लीव) देने के प्रस्ताव के संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
प्रमुख बिंदु
- एकल पुरुष अभिभावक में वे सभी कर्मचारी आएंगे जो अविवाहित या विधुर या तलाकशुदा हैं और जिनके एक बच्चे की जिम्मेदारी अकेले उनके कंधों पर है।
- जारी आदेश के मुताबिक, राज्य सरकार की महिला कर्मचारी व महिला-पुरुष एकल कर्मचारी संतान की बीमारी अथवा परीक्षा आदि के दौरान देखभाल के लिये संपूर्ण सेवाकाल में दो वर्ष यानी 730 दिन का बाल्य देखभाल अवकाश ले सकेंगे।
- यह अवकाश 18 वर्ष की आयु तक केवल दो बड़े जीवित बच्चों के लिये मान्य होगा। 40 प्रतिशत या उससे अधिक विकलांग बच्चों के मामले में आयु सीमा का कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
- यह अवकाश उपार्जित अवकाश की तरह स्वीकृत किया जाएगा और इसी की तर्ज पर इसका खाता रखा जाएगा। इस अवकाश के मध्य पड़ने वाले सार्वजनिक अवकाश बाल्य देखभाल अवकाश में शामिल माने जाएंगे।
- जनहित और प्रशासकीय कार्यों के लिये नियुक्त प्राधिकारी किसी कर्मचारी को एक बार में पाँच दिनों से कम व 120 दिनों से अधिक अवधि का अवकाश मंजूर नहीं करेगा।
- एकल महिला सरकारी कर्मचारी को एक कैलेंडर वर्ष में अधिकतम छह बार व अन्य पात्र महिला-पुरुष कर्मचारी को एक कैलेंडर वर्ष में तीन बार अवकाश मिलेगा। 365 दिन के अवकाश का उन्हें पूरा वेतन मिलेगा। अगले 365 दिनों में उन्हें मंजूर अवकाश का 80 प्रतिशत ही वेतन दिया जाएगा।
- कई विभागों के राजकीय व सहायता प्राप्त शिक्षण, प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं के पात्र महिला पुरुष सरकारी शिक्षकों (यूजीसी, सीएसआईआर व आईसीएआर के पदों को छोड़कर) व सहायता प्राप्त शिक्षण व प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं को शिक्षणेतर पात्र कर्मचारी को भी अवकाश मिलेगा।
- परिवीक्षाकाल (प्रोबेशन) में रहने के दौरान कर्मचारी बाल्य देखभाल अवकाश के हकदार नहीं होंगे, लेकिन जिन विभागों की सेवा नियमावली में प्रोबेशन पीरियड के दौरान बाल्य देखभाल अवकाश की व्यवस्था है, वहाँ यह तीन महीने से अधिक नहीं दिया जा सकेगा।
- विशेष परिस्थितियों में नियुक्ति प्राधिकारी गुण-दोष के आधार पर कम से कम अवधि का बाल्य देखभाल अवकाश मंजूर करने पर भी विचार कर सकते हैं।