छत्तीसगढ़ Switch to English
प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने हेतु केंद्र व राज्य सरकार करेंगी संयुक्त प्रयास
चर्चा में क्यों?
2 फरवरी, 2023 को संचालनालय पुरातत्त्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय, रायपुर तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली के मध्य छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने, संरक्षण व संवर्द्धन हेतु परस्पर समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किये गए।
प्रमुख बिंदु
- इस समझौते में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा स्थानीय छात्रों, पर्यटकों, शोधार्थियों एवं जनमानस को उनकी पुरा-संस्कृति के वास्तविक पक्षों से परिचित कराने हेतु विश्व व भारत की शैल कला के साथ छत्तीसगढ़ की शैल कला पर महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर में अलग से दीर्घा स्थापित की जाएगी।
- इसके अलावा दोनों संस्थाओं की विभिन्न अकादमिक कार्यक्रमों-परियोजनाओं, जैसे शोध प्रशिक्षण, डिजिटल संसाधनों का संकलन, सर्वेक्षण, अभिलेखीकरण तथा राज्य संरक्षित शैलाश्रयों के संरक्षण-परिरक्षण जैसे कार्यों में सहायक होगी।
- इस अवसर पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि ‘छत्तीसगढ़ की धरोहरों’और संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में यह समझौता ज्ञापन महत्त्वपूर्ण है। संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ की संस्कृति और पुरातात्त्विक महत्त्व की वस्तुओं को सहेजने के लिये प्रतिबद्ध है।
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