रामसर साइट भोज वेटलैंड में शीतकालीन पक्षी गणना हुई पूर्ण | मध्य प्रदेश | 03 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
2 फरवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने विश्व वेटलैंड दिवस को मध्य प्रदेश की रामसर साइट भोज वेटलैंड में पिछले 45 दिनों से चल रही पक्षी-गणना का समापन किया।
प्रमुख बिंदु
- राज्य वेटलैंड भोपाल बर्ड्स, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, राज्य वेटलैंड प्राधिकरण और वीएनएस नेचर सेवियर्स के संयुत्त तत्वावधान में आठ चरणों में हुई पक्षी गणना में देश के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, बिहार आदि राज्यों के वरिष्ठ वन अधिकारी, पक्षी विशेषज्ञ, पक्षी वैज्ञानिक, फोटोग्राफर्स, विद्यार्थी और पक्षी प्रेमी शामिल हुए।
- भोज वेटलैंड में हुई शरदकालीन पक्षी गणना में 207 प्रजातियों के पक्षियों की पहचान की गई। इस बार भोपाल के वन विहार में प्रवासी पक्षियों में हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर आने वाले दुर्लभ पक्षी भी शामिल हैं।
- प्रवासी पक्षियों में बार हेडेड गीज, ग्रे लेग गीज, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, यूरेशियन विजन, नॉर्दन शोवलर, कॉमन कूट, कॉम्घ्ब डक, रडी शेल्डक, कॉमन टील, लिटिल ग्रीब, स्पॉट बिल्ड डक, कॉटन टील, ग्रे हेडेड लैपविंग, कॉमन स्नाइप, रेड नेप्ड आइबिस, ग्लॉसी आइबिस, ब्लैक हेडेड आइबिस, पेंटेड स्टोर्क, ओपन बिल स्टोर्क, ब्लू थ्रोट, यूरेशियन राइनेक, ब्लैक रेड स्टार्ट, ब्लैक बिटर्न, चेस्टनट बिटर्न, लॉन्ग टेल्ड मिनिवेट, बूटेड वार्बलर, एशियन ब्राउन फ्लाईकैचर, ब्लैक हेडेड बंटिंग, रेड हेडेड बंटिंग, ब्राउन हेडेड गल, पलाश गल आदि की पहचान की गई।
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के सहायक संचालक ए.के.जैन ने बताया कि गणना के लिये भोज वेटलैंड को 5 जोन में बाँटा गया- विशनखेड़ी से बीलखेड़ा, बम्होरी, छोटे तालाब से बैरागढ़, बोरखन तथा नीलबड़ से खजुरी। भोज वेटलैंड के किनारे स्थित वन विहार में इस बार दुर्लभ प्रजाति के प्रवासी पक्षी ग्रे लेग गीज, बार हेडेड गीज, ब्लैक बिटर्न, चेस्टनट बिटर्न, ग्रे हेडेड लेप विंग, पेरे ग्रीन फाल्कन और लॉन्ग टेल्ड मिनी वेट पक्षी भी उन्मुक्त विचरण करते हुए दिखे।
डिजिटल ट्रांजेक्शन : देश में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अव्वल | मध्य प्रदेश | 03 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में जारी आँकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, जबलपुर ने दिसंबर 2021 में कुल ट्रांजेक्शन में से 91.13 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन के रूप में दर्ज करते हुए देश की सभी विद्युत वितरण कंपनियों में पहला स्थान हासिल किया है।
- प्रमुख बिंदु
- मध्य प्रदेश के पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, जबलपुर के बाद गवर्नमेंट ऑफ गोवा इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट दूसरे तथा मेसर्स टाटा पावर मुंबई तीसरे स्थान पर रही हैं।
- पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में दर्ज हुए आँकड़ों के अनुसार कुल 24,78,282 ट्रांजेक्शन में से 22,58,460 ट्रांजेक्शन डिजिटल माध्यम से किये गए। कंपनी द्वारा दिसंबर माह में संग्रहित की गई कुल राजस्व राशि 519.11 करोड़ रुपए में से 390.45 करोड़ रुपए उपभोक्ताओं द्वारा डिजिटल माध्यमों से जमा किये गए हैं।
- मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, जबलपुर द्वारा बिजली बिलों के भुगतान के लिये विभिन्न पेमेन्ट गेटवे को अधिकृत किया गया है। इसमें क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, पेमेन्ट वालेट्स, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई आदि विभिन्न डिजिटल माध्यमों से सुरक्षित एवं आसानी से भुगतान किया जा सकता है।