उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश का आर्थिक विकास
चर्चा में क्यों?
ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में राज्य वर्ष 2017 में 14वें स्थान से बढ़कर वर्ष 2018 में देश में दूसरे स्थान पर पहुँच गया है। यह उत्तर प्रदेश को देश में एक पसंदीदा निवेश गंतव्य बनाने में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
मुख्य बिंदु:
- राज्य सरकार ने एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है और उस दिशा में गंभीर प्रयास तब देखे गए जब फरवरी 2023 में यू. पी. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) आयोजित किया गया, जिसमें कुल 38 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
- ग्रेटर नोएडा में MotoGP का होना पर्यटन और परिणामस्वरूप, राज्य निवेश को बढ़ाने का एक शानदार तरीका था।
- ग्रेटर नोएडा में आयोजित पहले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्सव में सूचना प्रौद्योगिकी और इसकी सक्षम सेवाओं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों, निर्माताओं तथा निर्यातकों के लिये एक वैश्विक मंच प्रदान किया गया।
- ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस सुनिश्चित करने के लिये लागू की गई 25 क्षेत्रीय नीतियों के अलावा एक आकर्षक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) नीति को 80 प्रतिशत तक अग्रिम भूमि सब्सिडी, 35 प्रतिशत तक पूंजीगत सब्सिडी और निवल राज्य वस्तु एवं सेवा कर (SGST) प्रतिपूर्ति जैसे प्रोत्साहनों की पेशकश की गई थी।
- जापानी कंपनी फूजी सिल्वरटेक कंक्रीट प्राइवेट लिमिटेड इस नीति के तहत सब्सिडी पाने वाली पहली कंपनी बन गई। सब्सिडी देने की पूरी प्रक्रिया तीन दिन के रिकॉर्ड समय में पूरी की गई है।
- आवश्यक लाइसेंस और प्रमाणपत्र एकल खिड़की निकासी प्रणाली, निवेश मित्र द्वारा प्रदान किये जाते हैं। इसके 8.8 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्त्ता हैं, जो 37 से अधिक विभागों में 454 से अधिक लाइसेंस से संबंधित सेवाएँ प्रदान करते हैं।
- पोर्टल ने पिछले चार वर्षों में 97% की उल्लेखनीय सफलता दर के साथ NOC/लाइसेंस के लिये 13 लाख से अधिक आवेदनों पर कार्रवाई की है।
- इसकी शिकायत निवारण दर 93% है।
- निवेश सारथी एक निवेशक प्रबंधन प्रणाली है जो राज्य में निवेशकों और उद्यमियों को ऑनलाइन प्रोत्साहन प्राप्त करने में सक्षम बनाती है।
Switch to English