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झारखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 02 Aug 2023
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झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) विधेयक 2023

चर्चा में क्यों?

1 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने ‘झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) विधेयक 2003’ तैयार किया है, जिसे जल्द ही विधानसभा में पेश किया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • इस विधेयक का उद्देश्य परीक्षाओं में होने वाली चोरी को रोकना है। कानून बनने के बाद यह विधेयक पूरे राज्य में लागू होगा।  
  • राज्य लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, भर्ती समितियों द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं, राज्य सरकार के लोक उपक्रमों द्वारा आयोजित परीक्षा के अलावा निगम और निकायों द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा पर यह लागू होगा।  
  • इस विधेयक में परीक्षार्थियों के अलावा, परीक्षा की प्रक्रिया में शामिल होने वाली एजेंसियों, सरकारी कर्मचारियों द्वारा प्रश्न पत्र लीक करने या परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाली जानकारी को सार्वजनिक करने को दंडनीय अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया है। 
  • इसके अलावा परीक्षा ड्यूटी में शामिल कर्मचारियों, उनके पारिवारिक सदस्यों या रिश्तेदारों को धमकी देने और परीक्षा के संबंध में गलत सूचना प्रचारित करने व अफवाह फैलाने को भी अपराध की श्रेणी में रखा गया है। 
  • दंड के संबंध में किये गए प्रावधान- 
    • विधेयक में दंड के संबंध में किये गए प्रावधान के अनुसार, अगर कोई परीक्षार्थी नकल करते या कराते हुए पकड़ा जाता है तो उसे तीन साल की सजा होगी, साथ ही उस पर पांच लाख रुपए तक का दंड लगाया जा सकेगा। दंड की रकम नहीं चुकाने पर अतिरिक्त नौ महीने की सजा होगी।  
    • परीक्षार्थी के दूसरी बार चोरी करते या कराते पकड़े जाने पर सात साल की सजा होगी और 10 लाख रुपए दंड लगेगा।  
    • परीक्षार्थी के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दायर कर दो से पाँच साल तक परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। न्यायालय द्वारा सजा होने पर संबंधित परीक्षार्थी 10 साल तक प्रतियोगी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।  
    • परीक्षा की प्रक्रिया में शामिल किसी कंपनी या एजेंसी द्वारा परीक्षा की गोपनीयता भंग करने, प्रश्न पत्र लीक करनेवालों को कम से कम 10 साल और अधिकतम आजीवन कारावास की सजा होगी। साथ ही एक करोड़ से लेकर दो करोड़ रुपए तक दंड लगेगा। दंड की रकम नहीं चुकाने पर अतिरिक्त तीन साल कारावास की सजा होगी।

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मुनाफा देने के मामले में देवघर एयरपोर्ट देश में 7वें स्थान पर

चर्चा में क्यों?

1 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी मुनाफा कमाने वाले देश के शीर्ष-19 एयरपोर्ट की सूची में देवघर एयरपोर्ट देश में 7वें स्थान पर है। 

प्रमुख बिंदु  

  • विमान सेवा शुरू होने के मात्र एक साल बाद ही देवघर एयरपोर्ट ने कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। देवघर एयरपोर्ट में एक वर्ष के दौरान 28 करोड़ का मुनाफा हुआ। मुनाफे के मामले में देवघर एयरपोर्ट ने राँची, पटना, दुर्गापुर और दरभंगा एयरपोर्ट को भी पीछे छोड़ दिया है।  
  • विदित है कि लोकसभा में डीएमके के सांसद एसआर पार्थिबन की ओर से पूछे गए प्रश्न पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल विजय कुमार सिंह द्वारा दिये गए जवाब में मुनाफा कमाने वाले देश के शीर्ष-19 एयरपोर्ट की सूची प्रस्तुत की गई। 
  • इस सूची में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा संचालित देवघर एयरपोर्ट सातवें स्थान पर है। पहले स्थान पर कोलकाता, दूसरे स्थान पर चेन्नई, तीसरे स्थान पर कालीकट, चौथे स्थान पर पुणे, पाँचवें स्थान पर गोवा, छठे स्थान पर त्रिची, आठवें स्थान पर श्रीनगर, नौवें स्थान पर जुहू और 10वें स्थान पर कोयंबटूर एयरपोर्ट है। 
  • मुनाफा देने के मामले में राँची, पटना, दुर्गापुर और दरभंगा एयरपोर्ट का नाम दूर-दूर तक नहीं है। वहीं अगरतला, हैदराबाद, देहरादून, विजयवाड़ा, दिल्ली सफदरगंज, तिरुपति, भोपाल, वडोदरा, वाराणसी और इंफाल में स्थापित एयरपोर्ट नुकसान में हैं।    
  • गौरतलब है कि 12 जुलाई, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। एक वर्ष के दौरान देवघर से कोलकाता, दिल्ली, रांची और पटना के लिये उड़ानें शुरू हो गई हैं। 70,000 से अधिक यात्रियों ने अलग-अलग जगहों के लिये देवघर से यात्रा की है, जबकि देवघर में अभी नाइट लैंडिंग की भी सुविधा नहीं हो पाई है, बावजूद बड़ी संख्या में यात्रियों के आवागमन से कई एयरलाइंस कंपनियों का झुकाव अब देवघर एयरपोर्ट की ओर होने लगा है। 
  • देवघर एयरपोर्ट से आने वाले समय में मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिये भी उड़ानें शुरू करने की तैयारी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा की जा रही है। देवघर एयरपोर्ट से देवघर सहित भागलपुर, दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा, जामताड़ा, गिरिडीह, कोडरमा, जमुई और बांका से यात्रियों का आवागमन हो रहा है।  


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