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चीन सीमा से सटी दो सड़कों के निर्माण को मिली हरी झंडी
चर्चा में क्यों?
1 अगस्त, 2022 को उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा ने बताया कि चीन से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे उत्तरकाशी ज़िले की दो सीमांत सड़कों के निर्माण के लिये वन भूमि हस्तांतरण को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने अनुमति दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हुई बैठक में 28 किमी. लंबी इन दोनों सड़कों के लिये सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को 62.05 हेक्टेयर वन भूमि हस्तांतरित करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गई। अब जल्द ही सामरिक महत्त्व की इन सड़कों का निर्माणकार्य प्रारंभ हो सकेगा।
- राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिये रोपवे के प्रस्ताव भी रखे गए थे। इन दोनों रोपवे से संबंधित प्रस्तावों में कुछ जानकारियाँ अपूर्ण थीं। इसे देखते हुए इन पर चर्चा नहीं हो पाई और बोर्ड ने इन्हें अगली बैठक के लिये टाल दिया।
- गौरतलब है कि उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की वर्ष 2020 में हुई बैठक में उत्तरकाशी ज़िले में गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत पड़ने वाली दो सड़कों-सुमला से थांगला (11 किमी.) व मंडी से सांगचोकला (17 किमी.) के लिये क्रमश: 30.29 हेक्टेयर व 31.26 हेक्टेयर वन भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई थी। इसे अनुमोदन के लिये राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजा गया था।
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