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बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 02 Jun 2023
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बिहार से राज्यस्तरीय विद्यालय जूडो अंडर-19 में 16 खिलाड़ियों का चयन

चर्चा में क्यों?

31 मई, 2023 को मुज़फ्फरपुर ज़िले के खेल पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि बिहार कला संस्कृति व युवा विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण पटना के संयुक्त तत्त्वावधान में मुज़फ्फरपुर ज़िले के सिकंदरपुर स्थित खेल भवन में राज्यस्तरीय विद्यालय जूडो अंडर-19 बालक व बालिका चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें 16 (10 बालक व 6 बालिका) खिलाड़ियों का चयन हुआ।

प्रमुख बिंदु  

  • इस चयन प्रतियोगिता में बिहार के विभिन्न ज़िलों से 60 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। चयनित टीम में अधिक खिलाड़ी लखीसराय और बेगूसराय ज़िले के हैं।
  • विदित है कि 6 से 12 जून तक स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) द्वारा नई दिल्ली व मध्य प्रदेश में राज्यस्तरीय विद्यालय जूडो अंडर-19 प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
  • चयनित खिलाड़ियों में बालक वर्ग में श्याम कुमार-बीपी इंटर स्कूल बेगूसराय, मो. अफजल-डीपीएस मझौल बेगूसराय, सौम्या कुमार-वाणिज्य इंटर कॉलेज मुज़फ्फरपुर, अजीत कुमार और रामजी-प्लस टू रा..वि. बरहिया लखीसराय, अक्षत कुमार और ऋषभ सवर्ण-श्री रामवतार सिंह सी.से. स्कूल लखीसराय, शिवांशु सुमन-संत पॉल स्कूल बेगूसराय, नीतिन राज और अभिनंदन कुमार-सीएस डीएवी पब्लिक स्कूल मोतिहारी शामिल हैं। 
  • वहीं बालिका वर्ग में चयनित खिलाड़ियों में लक्ष्मी कुमारी एच.एस. गौरीपुर लत्तीपुर भागलपुर, अंशिका कुमारी जीबीओ प्लस टू उ.वि. बंसवार बक्सर, प्रियांशु कुमारी जे.डी. वीमेंस कॉलेज पटना, मुस्कान कुमारी महिला कॉलेज खगौल पटना, मानसी कुमारी प्लस टू रा.उ.वि. बरहिया लखीसराय, नजराना नाज उर्दू गर्ल्स हाईस्कूल असानंदरपुर भागलपुर शामिल हैं

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बिहार में पहली बार पारा मेडिकल काउंसिल का होगा गठन

चर्चा में क्यों?

1 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में कर्मचारियों की मांगों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में पहली बार पारा मेडिकल काउंसिल के गठन का फैसला लिया है।  

प्रमुख बिंदु  

  • राज्य में अभी तक कई ऐसी संस्थाएँ हैं, जिनमें स्वास्थ्य कर्मियों का सही डाटा ही उपलब्ध नहीं है। साथ ही वैसे कर्मियों का निबंधन भी नहीं हो रहा है। इसी कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पारा मेडिकल काउंसिल के गठन का फैसला लिया है। 
  • इस काउंसिल में अध्यक्ष सहित 10 सदस्य होंगे। साथ ही, विभाग द्वारा पारा मेडिकल नियमावली भी तैयार की जा रही है।  
  • स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक राज्य में एक्स-रे तकनीशियन, रेडियोलॉजी असिस्टेंट, डेंटल असिस्टेंट, मेडिकल लैबोरेट्री असिस्टेंट, ऑफ्थैल्मिक असिस्टेंट, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट, सीटी स्कैन तकनीशियन, इसीजी असिस्टेंट, इसीजी तकनीशियन, डायलिसिस टेक्निशियन, एमआरआई टेक्निशियन, मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजिस्ट, ऑकुपेशनल थिरेपी, स्पीच थिरेपी, ड्रेसर, ऑडियोलॉजी असिस्टेंट जैसे तकनीकी शिक्षा प्राप्त विद्यार्थियों के निबंधन के लिये कोई वैधानिक संस्था नहीं है।  
  • ऐसे में बिना रजिस्ट्रेशन सरकार के पास यह सूचना ही नहीं है कि राज्य में किस क्षेत्र में कितने विद्यार्थियों के पास क्या डिग्री है। 
  • निबंधन के समय ही पारा मेडिकल करने वाले विद्यार्थियों के वैध प्रमाणपत्रों की जाँच भी हो जाएगी। इससे फर्जी डिग्री लेने वाले भी पकड़ में आ जाएंगे।  
  • सूत्रों के मुताबिक नर्सिंग काउंसिल, फार्मेसी काउंसिल व मेडिकल काउंसिल के जैसे ही पारा मेडिकल काउंसिल का गठन किया जा रहा है। विभाग में इस काउंसिल के गठन की तैयारी पूरी की जा चुका है। जल्द ही इसे कैबिनेट की स्वीकृति मिल जाएगी।

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