बिहार Switch to English
पटना में होगा दक्षिण एशियाई महिला फिल्मोत्सव
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को बिहार की कला संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने बताया कि बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम और साउथ एशिया ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में पहली बार पटना में दक्षिण एशियाई महिला फिल्मोत्सव का आयोजन 2 से 9 फरवरी तक किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- सचिव वंदना प्रेयसी ने बताया कि फिल्मोत्सव का उद्घाटन कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय मगध महिला महाविद्यालय की छात्राओं के बीच करेंगे और निफ्ट पटना कैंपस में इसका समापन होगा।
- कला संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से आयोजित की जा रही इस सात दिवसीय दक्षिण एशिया महिला फिल्मोत्सव में पटना के चार शिक्षण संस्थानों में दक्षिण एशिया की फिल्में दिखाई जाएंगी। यहाँ फिल्मों के अलावा महिला सशक्तीकरण के विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
- वंदना प्रेयसी ने बताया कि इसमें कुल छह फिल्में दिखाई जाएंगी। नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और भारत के फिल्मकारों की ये फिल्में स्त्री विमर्श के अनछुए पहलुओं पर फोकस करती हैं और दक्षिण एशिया में महिलाओं के प्रति विमर्श को प्रेरित करती हैं।
- फिल्मोत्सव के तहत दो फरवरी को मगध महिला महाविद्यालय, तीन एवं चार फरवरी को चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, छह एवं सात फरवरी को चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना और आठ एवं नौ फरवरी को निफ्ट पटना में फिल्मों का प्रदर्शन होगा।
- फिल्मोत्सव में ये फिल्में होंगी प्रदर्शित-
- भारत की फिल्म ‘सीता के बदलते रूप’ और ‘द सिटी दैट स्पोक टू मी’
- श्रीलंका की ‘फेस कवर’
- नेपाल की ‘बीफोर यू वेयर माय मदर’ और ‘फ्लेम्स ऑफ ए कंटीनॉयस फील्ड ऑफ टाइम'
- बांग्लादेश की ‘डिकोडिंग जेंडर’
राजस्थान Switch to English
उद्योग मंत्री ने किया उद्योग एवं वाणिज्य क्षेत्र के नवीन सेक्टर पोर्टल एवं विभागीय वेबसाइटों का लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को राजस्थान के उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने उद्योग भवन में उद्योग एवं वाणिज्य क्षेत्र के नवीन सेक्टर पोर्टल एवं संबंधित विभागों की वेबसाइट का लोकार्पण किया। नवीन इंडस्ट्रीज सेक्टर पोर्टल के साथ ही इस सेक्टर के सभी 15 विभागों की वेबसाइट का निर्माण WebMyWay फ्रेमवर्क द्वारा किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने बताया कि नवीन इंडस्ट्रीज सेक्टर पोर्टल पर उद्योग एवं वाणिज्य क्षेत्र से संबंधित 15 विभागों की जानकारी एक साथ प्रदर्शित की गई है।
- इस पोर्टल में उद्योग एवं वाणिज्य क्षेत्र के सभी विभागों की सभी राजकीय योजनाओं, फ्लेगशिप योजनाओं, सेवाओं, परियोजनाओं, राजकीय दस्तावेज़ों एवं कार्यक्रमों से संबंधित जानकारी शामिल हैं।
- सेक्टर पोर्टल को मुख्यमंत्री सूचना तंत्र से जोड़ा गया है, जहाँ से राज्य सरकार की बजट घोषणाएँ, मुख्यमंत्री की घोषणाएँ, केबिनेट निर्णय एवं जन घोषणा पत्र एवं उनकी अनुपालना की जानकारी आमजन के लिये प्रदर्शित की गई है।
- उद्योग एवं वाणिज्य क्षेत्र में विभागों की उपलब्धियों एवं नवाचारों की जानकारी पोर्टल पर प्रदर्शित की गई है। क्षेत्र से संबंधित प्रेस विज्ञप्तियाँ, नवीनतम अपडेट्स एवं निविदाओं की जानकारी भी सेक्टर पोर्टल पर प्रदर्शित की गई है।
- WebMyWay फ्रेमवर्क से निर्मित सभी वेबसाईट समरूप होती है एवं इसमें सूचनाओं का इंद्राज केवल एक बार किया जाता है एवं उसी सूचना को अलग-अलग पोर्टल पर आवश्यकतानुसार प्रदर्शित किया जा सकता है।
राजस्थान Switch to English
कोचिंग संस्थाओं में विद्यार्थियों को मिलेगी फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को राजस्थान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं, सुजस मोबाइल एप तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से किये जा रहे प्रचार-प्रसार की जानकारी युवाओं तक पहुँचाई जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार कोचिंग संस्थाओं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बीच सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिये 2 से 9 फरवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निर्देशानुसार यह अभियान संचालित किया जाएगा।
- इसके लिये दो टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें विभिन्न कोचिंग सेंटर्स और कॉलेजों में पहुँचकर राज्य सरकार की समस्त फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी देंगी।
- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा इन कोचिंग संस्थानों में सुजस मोबाइल ऐप, सुजस ई-बुलेटिन, वीडियो बुलेटिन तथा सुजस आवाज के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
- विभाग की इस अभिनव पहल से न केवल विद्यार्थियों में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा, बल्कि आमजन तक सरकार कि लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी पहुँचेगा।
मध्य प्रदेश Switch to English
स्कॉच अवार्ड-2022 से मध्य प्रदेश गृह निर्माण मंडल का सिटीजन पोर्टल हुआ सम्मानित
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश गृह निर्माण एवं अधो-संरचना मंडल के ‘ऑनलाइन सिटीजन पोर्टल’को प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- गृह निर्माण के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के विजन न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के तहत, मंडल द्वारा अपने आवंटियों को सुरक्षित पारदर्शी एवं कही से भी कभी भी भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ऑनलाईन सिटिजन पोर्टल में एक लाख 40 हज़ार आवंटियों के खाते ऑनलाईन उपलब्ध कराए गए हैं।
- मंडल के आवंटियों हेतु संपतियों की किश्त, लीज रेंट, MLC CSC आदि जमा करने हेतु ऑनलाईन सुविधा उपलब्ध है। उक्त सुविधा हेतु आवंटियों को कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता है।
- अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने बताया कि आवंटियों की सहायता हेतु मुख्यालय स्तर पर whatsapp helpdesk भी स्थापित कि गई है, जिससे आवंटियों के ऑनलाईन खातों से संबंधित समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है।
- विगत वितीय वर्ष मे 4989 आवंटियों द्वारा पोर्टल से 3 करोड़ 39 लाख रुपए का ऑनलाइन भुगतान किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष में 22 जनवरी 2023 तक 9700 आवंटियों द्वारा 14 करोड़ 39 लाख रुपए का भुगतान किया गया है।
- आवंटियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध मंडल द्वारा मध्य प्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम 2010 की धारा 3 के तहत अधिसूचित मंडल की सभी 15 सेवाएँ (संपत्ति का नामांतरण/हस्तांतरण, NOC आदि) ऑनलाईन उपलब्ध कराई गई है।
- लोक सेवा गारंटी में आवेदक को अपना आवेदन मय आवश्यक दस्तावेज़ एवं देय शुल्क ऑनलाईन ही जमा करना होता है। आवेदक अपने आवेदन की प्रगति का ऑनलाईन अवलोकन कर सकते हैं एवं उन्हें प्रत्येक सूचना अपने पंजीकृत मोबाईल न. पर SMS के माध्यम से प्राप्त होती है। आवंटी को अपना Digitally Signed प्रमाण-पत्र ऑनलाईन ही प्राप्त हो रहा है।
- ऑनलाईन सुविधा के लागू होने के बाद आवंटियों को अपने काम के लिये बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ते, साथ ही संपूर्ण प्रक्रिया हेतु तय समय-सीमा के अनुसार कार्यवाही हो रही है।
मध्य प्रदेश Switch to English
बिजली उपभोक्ताओं को इस वर्ष दी जाएगी 22 हज़ार करोड़ रुपए की सब्सिडी
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि विगत वर्ष बिजली उपभोक्ताओं को 21 हज़ार 306 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी गई थी। इस वर्ष यह राशि 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक होना अपेक्षित है।
प्रमुख बिंदु
- ऊर्जा मंत्री तोमर ने बताया है कि ‘अटल गृह ज्योति योजना’में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली के उपयोग पर 654 रुपए के स्थान पर मात्र 100 रुपए का बिल दिया जा रहा है। शेष राशि राज्य शासन द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जा रही है। योजना में लगभग 88 लाख बिजली उपभोक्ता प्रतिमाह लाभान्वित हो रहे हैं।
- प्रदेश में 5 हॉर्स पॉवर तक के कृषि उपभोक्ताओं को 51 हज़ार 896 रुपए वार्षिक बिल के स्थान पर मात्र 3 हज़ार 750 रुपए का बिल दिया जा रहा है। यह कुल राशि का मात्र 7 प्रतिशत है। शेष राशि राज्य शासन द्वारा सब्सिडी के रूप में कंपनियों को दी जा रही है।
- इसी तरह अनुसूचित-जाति एवं अनुसूचित-जनजाति के एक हेक्टेयर तक की भूमि वाले एवं 5 हॉर्स पॉवर भार के कृषि उपभोक्ताओें को नि:शुल्क बिजली दी जा रही है। इस योजना में लगभग 9 लाख 34 हज़ार उपभोक्ता प्रतिमाह लाभान्वित हो रहे हैं।
झारखंड Switch to English
झारखंड के बेतला नेशनल पार्क से लुप्त हो गए वाइल्ड डॉग
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के बेतला नेशनल पार्क में करीब 200 की संख्या में पाए जाने वाले वाइल्ड डॉग यानी कोइया अब लुप्त हो गए हैं, 2010 के बाद से इन्हें नहीं देखा गया है।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार 1974 में पलामू टाइगर रिजर्व की स्थापना के समय से ही बेतला नेशनल पार्क में वाइल्ड डॉग की लगातार उपस्थिति रही थी। विशेषज्ञों की माने तो रेबीज बीमारी के कारण कोइया लुप्त हो गए।
- बेतला नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वाइल्ड डॉग को स्थानीय भाषा में ‘कोइया’ कहा जाता है। अब यह लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में घोषित कर दिया गया है। वर्ष 2010 के बाद अब तक उन्हें नहीं देखा गया है। इसके पहले सैकड़ों की संख्या में वाइल्ड डॉग बेतला नेशनल पार्क में देखे जाते थे। बेतला से लेकर बारेसाढ़ के जंगलों तक इसका आना-जाना होता रहता था।
- वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ. डीएस श्रीवास्तव बताते हैं कि वाइल्ड डॉग के बेतला से लुप्त होने के प्रमुख कारणों में एक रेबीज है। संभवत: घरेलू कुत्ते द्वारा पीये गए पानी में संक्रमण होने के कारण वाइल्ड डॉग भी संक्रमित हो गए होंगे और उनकी मौत हो गई।
- गौरतलब है कि बेतला नेशनल पार्क के नुनाही ग्रास प्लॉट के पास बड़े-बड़े पत्थरों की गुफा है। इन गुफाओं में ही वाइल्ड डॉग का निवास होता था। यहाँ की गुफा में यह लोग शिकार करने के बाद छिप जाते थे। इतना ही नहीं, शाम के समय में वाइल्ड डॉग बड़े-बड़े पत्थरों पर बैठ जाते थे, जिनका दीदार पर्यटकों के द्वारा किया जाता था।
- वाइल्ड डॉग बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से जंगली जानवरों का शिकार करते थे। इनका प्रिय भोजन सांभर और हिरण था। यह झुंड में रहते थे जब इन्हें शिकार करना होता था, तो वे चारों तरफ से शिकार को घेर लेते थे।
- बेतला के गाइड बताते हैं कि मुख्य गेट के सामने भी कई बार हिरण को पकड़ने के लिये वाइल्ड डॉग का समूह पहुँच जाता था और उन्हें घेरकर हमला कर मार दिया जाता था।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ की टीम को मिला सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पोस्टर का पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
1 फरवरी, 2023 को सिकंदराबाद के केआईएमएस अस्पताल में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कान, नाक और गला (ईएनटी) विभाग की टीम को ‘सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पोस्टर प्रस्तुति पुरस्कार’ मिला।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. भीमराव अंबेडकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉ. हंसा बंजारा ने बताया कि ईएनटी विभाग के ऑडियोलॉजिस्ट और स्पीच पैथोलॉजिस्ट की टीम ने माता-पिता द्वारा प्रत्यारोपण की देखभाल पर एक पोस्टर प्रस्तुति दी।
- वैज्ञानिक पोस्टर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत संचालित कॉक्लियर इम्प्लांट स्वास्थ्य सहायता (Cochlear implant health assistance) पर आधारित था।
- सम्मेलन का आयोजन तेलंगाना ऑडियोलॉजिस्ट एंड स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट एसोसिएशन (TASLPA) और इंटरनेशनल सिंपोजियम ऑफ ऑडियोलॉजिकल मेडिसिन (ISAM) द्वारा किया गया था।
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