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डोर-टू-डोर पार्सल प्रोडक्ट योजना
चर्चा में क्यों?
1 जनवरी, 2023 को बिहार की राजधानी पटना में आयोजित भारतीय रेलवे और डाक विभाग (बिहार सर्किल) के अधिकारियों और कारोबारियों की बैठक में बताया गया कि अब पटना के कारोबारियों को ट्रेन से अपना पार्सल (सामान) देश के किसी भी कोने में भेजने और प्राप्त करने के लिये रेलवे स्टेशन का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, इसके लिये डाक विभाग और भारतीय रेलवे मिलकर डोर-टू-डोर पार्सल प्रोडक्ट योजना शुरू कर रहे हैं।
प्रमुख बिंदु
- अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार डोर-टू-डोर पार्सल प्रोडक्ट योजना जनवरी के दूसरे सप्ताह में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटना-हावड़ा और पटना-पुणे रूट पर शुरू होगी। इसके तहत अब पोस्टमैन पार्सल को इस पर दिये गए पते पर पहुँचाएगा या लेने भी जाएगा।
- इस योजना के तहत पार्सल को बिना टूट-फूट के सुरक्षित पहुँचाया जाएगा। इसके लिये डाक विभाग ने बजाज एलयांज बीमा कंपनी के साथ समझौता किया है, जिसके तहत पार्सल के कुल लागत का 30 फीसदी और जीएसटी प्रीमियम देकर बीमा भी करा सकते है।
- इसके तहत सौ फीसदी बीमा का लाभ कारोबारियों को मिलेगा। इसके अलावा कारोबारियों का पार्सल को बुकिंग स्थान पर 24 से 36 घंटे के बीच पहुँच जाएगा। इस योजना के तहत 35 से 100 किलो तक का पार्सल बुक किया जाएगा।
- सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सुविधा के उपयोग के लिये एक नंबर भी जारी किया जायेगा। इसके अलावा एप और वेबसाइट के जरिये भी पार्सल की बुकिंग और ट्रेकिंग की सुविधा दी जाएगी।
- ज्वाइंट पार्सल प्रोडक्ट प्रणाली के तहत पार्सल कारोबारियों के घर से ही उठाया जाएगा। बुक करने के बाद रेलवे से उसका परिवहन होगा और फिर निर्धारित पते तक पहुँचाया जाएगा। पार्सल को कारोबारियों के घर से उठाने तथा बुकिंग का काम डाक विभाग करेगा। फिर उस पार्सल को रेलवे निर्धारित पते के पास के रेलवे स्टेशन तक पहुँचायेगा। इसके बाद डाककर्मी स्थानीय रेलवे स्टेशन से पार्सल उठाएगा और बुक हुए पते तक पार्सल को पहुँचाएगा।
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