हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के लिये विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा | हरियाणा | 01 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
30 सितंबर, 2021 को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के लिये हिन्दी व हरियाणवी भाषा के श्रेष्ठ कृति पुरस्कारों, हिन्दी कहानी पुरस्कारों और पांडुलिपि अनुदानों की घोषणा की गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- श्रेष्ठ कृति पुरस्कारों के लिये हिन्दी कविता वर्ग में हिसार की डॉ. शर्मीला की कृति ‘तीन टुकड़ा सूरज’, कहानी वर्ग में रोहतक के विजय विभोर के कथा संग्रह ‘फिर वही पहली रात’, उपन्यास वर्ग में पंचकूला के लाजपतराय के ‘पल जो यूं गुजरें’, निबंध वर्ग में अंबाला शहर के पंकज शर्मा के व्यंग संग्रह ‘मुफ्त बातों के मुफ्तलाल’, जीवनी वर्ग में चरखीदादरी के डॉ. अशोक कुमार की पुस्तक ‘हरियाणा शिखर महिलाएँ’, यात्रा वृत्तांत वर्ग में हिसार के बलजीत सिंह की कृति ‘काले पानी का सफेद सच’ तथा बाल साहित्य वर्ग में भिवानी के महेंद्र सिंह सागर की कृति ‘बाल उड़ान’ को चयनित किया गया है।
- इसी प्रकार हरियाणवी भाषा में झज्जर के डॉ. जयभगवान शर्मा के काव्य संग्रह ‘यादां का झरोखा’ तथा सोनीपत के रामबीर सिंह की ‘लोककला सिरमौर: निहालचंद शिवचरण’ को श्रेष्ठ कृति पुरस्कार के लिये चुना गया है। इन पुरस्कार विजेताओं को 31-31 हज़ार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
- इसी प्रकार वर्ष 2020 की हिन्दी कहानी प्रतियोगिता में सिरसा के सुरेश बरनवाल की कहानी ‘गीले पन्ने’ को प्रथम स्थान, फरीदाबाद की भावना सक्सेना की कहानी ‘नौबत’ को द्वितीय और भिवानी की विनिता मलिक ‘नवीन’ की कहानी ‘एडजस्ट करूँगी’ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इन पुरस्कार विजेताओं को क्रमश: 5,000 रुपए, 4,000 रुपए और 3,000 रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
- वर्ष 2020 के लिये प्राप्त पांडुलिपियों में से हिन्दी व हरियाणवी भाषा की कुल 20 पांडुलिपियों का अनुदान के लिये चयन किया गया है। इस योजना के तहत पुस्तक के प्रकाशन के उपरांत लेखक को 20,000 रुपए तक की अनुदान राशि प्रदान की जाती है।
- जिन लेखकों की पांडुलिपियों का चयन किया गया है, उनमें करतार सिंह जाखड़ (भिवानी), शारदा मित्तल (पंचकूला), सुनीता देवी (संगरूर), डॉ. हेमलता शर्मा (पंचकूला), श्याम वशिष्ठ (भिवानी), सीमा गुप्ता (पंचकूला), डॉ. सुरेश कुमार (अंबाला छावनी), डॉ. सत्यवान सौरभ (भिवानी), नीलम नारंग (हिसार), विजय विभोर (रोहतक), बनी सिंह जांगड़ा (हिसार), अशोक बैरागी (सोनीपत), बी. मदन मोहन (जगाधरी), विपिन चौधरी (हिसार), राजबीर वर्मा (करनाल), त्रिलोक चंद (महेंद्रगढ़), दलबीर सिंह (रेवाड़ी), शिखा कुमारी (हिसार), सेवा सिंह (चंडीगढ़) और डॉ. बहादुर सिंह (यमुनानगर) शामिल हैं।
राज्य के 14,386 सरकारी स्कूलों में ‘फर्स्ट-एड बॉक्स’ | हरियाणा | 01 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
30 सितंबर, 2021 को हरियाणा सरकार ने राज्य के 14,386 सरकारी स्कूलों में प्राथमिक उपचार के समय काम आने वाली दवाओं से युक्त ‘फर्स्ट-एड बॉक्स’ स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के माध्यम से सरकार ने प्रदेश के 11,049 प्राइमरी व 3,337 सेकेंडरी स्कूलों में ‘फर्स्ट-एड बॉक्स’ की किट खरीदने के लिये बजट निर्धारित किया है।
- इसके लिये परिषद ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिये कुल करीब 3 करोड़ रुपए की राशि भी जारी कर दी है। प्रत्येक स्कूल के लिये 2,000 रुपए निर्धारित किये गए हैं।
- इसके तहत विज्ञान के अध्यापक को ‘फर्स्ट-एड’ का प्रशिक्षण देकर इंचार्ज बनाया जाएगा।
- स्कूली बच्चों को तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान करने हेतु सरकार ने ‘स्कूल स्तर पर बचाव व सुरक्षा के लिये फंड’ योजना के तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों हेतु 2 करोड़ 87 लाख 72 हज़ार रुपए जारी किये हैं।