बिहार के मुख्यमंत्री ने 29 साहित्यकारों को किया सम्मानित | बिहार | 01 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन किया। साथ ही 29 साहित्यकारों को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- मंत्रिमंडल सचिवालय (राजभाषा) विभाग द्वारा 1 अणे मार्ग स्थित ‘लोक संवादश्’में आयोजित इस पुरस्कार वितरण समारोह में वर्ष 2020-21 और वर्ष 2021-22 के अंतर्गत कुल 29 साहित्यकारों को अंगवस्त्र, मेडल, प्रशस्ति पत्र एवं चेक प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020-21 के अंतर्गत हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार योजना के तहत डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को ‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिखर सम्मान’, डॉ. अशोक कुमार को ‘बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर पुरस्कार’, मृणाल पांडे को ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर पुरस्कार’, डॉ. सुशीला टाकभौरे को ‘बी.पी.’ मंडल पुरस्कार’से सम्मानित किया।
- वहीं कविवर सत्यनारायण को ‘नागार्जुन पुरस्कार’, रामश्रेष्ठ दीवाना को ‘राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार’, जाबिर हुसैन को ‘फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार’, डॉ. पूनम सिंह को ‘महादेवी वर्मा पुरस्कार’, डॉ. के. वनजा को ‘बाबू गंगाशरण सिंह पुरस्कार’, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा (हैदराबाद, तेलंगाना) को ‘विधाकर कवि पुरस्कार’, गीता श्री को ‘विद्यापति पुरस्कार’, डॉ. राकेश कुमार सिन्हा रवि को ‘मोहनलाल महतो ‘वियोगी’पुरस्कार’, भगवती प्रसाद द्विवेदी को ‘भिखारी ठाकुर पुरस्कार’, डॉ. छाया सिन्हा को ‘डॉ. ग्रियर्सन पुरस्कार’एवं अनंत विजय को ‘डॉ. फादर कामिल बुल्के पुरस्कार’से सम्मानित किया।
- वहीं वर्ष 2021-22 के अंतर्गत हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार योजना के तहत मधुसूदन आनंद को ‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिखर सम्मान’, बलराम को ‘बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पुरस्कार’, डॉ. चंद्र त्रिखा को ‘जननायक ठाकुर पुरस्कार’, डों इरशाद कामिल को ‘बीपी मंडल पुरस्कार’, भोला पंडित प्रणयी को ‘नागार्जुन पुरस्कार’, अनिरुद्ध सिन्हा को ‘राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार’, डॉ. शहनाज फातमी को ‘फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार’, डॉ. भावना को ‘महादेवी वर्मा पुरस्कार’, गुरमीत सिंह को ‘बाबू गंगाशरण सिंह पुरस्कार’, असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति को ‘विद्याकर कवि पुरस्कार’, कविता प्रयागराज को ‘विद्यापति पुरस्कार’, महेंद्र नारायण पंकज को ‘मोहनलाल महतो, वियोगी पुरस्कार’, डॉ आशीष कथवे को ‘डॉ. प्रियर्सन पुरस्कार’एवं विभा रानी को ‘डॉ फादर कामिल बुल्के पुरस्कार’से सम्मानित किया
- मुख्यमंत्री ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न पुरस्कारों के तहत प्रदान की जानेवाली न्यूनतम धनराशि 50,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए से ज्यादा करने की सिफारिश की।