उत्तर प्रदेश Switch to English
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थियों के बैंक खातों में ऑनलाइन 51.52 करोड़ रुपए अंतरित किये
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 5,100 लाभार्थियों के बैंक खातों में ऑनलाइन 51.52 करोड़ रुपए अंतरित किये।
प्रमुख बिंदु
- इसमें प्रथम किश्त के 250 लाभार्थी, द्वितीय किश्त के 2,602 लाभार्थी तथा तृतीय किश्त के 2,248 लाभार्थी सम्मिलित हैं।
- इस अवसर पर उन्होंने योजना के 12 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी भी प्रदान की।
- उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत गोरखपुर जनपद में 42,600 लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराये हैं।
- इसमें से 35,500 मकान बनकर तैयार हो चुके हैं और वहाँ पर लाभार्थी अपने घरों में रह रहे हैं।
- विगत 06 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी 61,184 लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराये गए हैं।
- इस प्रकार शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 01 लाख 4 हज़ार लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराये गए हैं।
उत्तर प्रदेश Switch to English
मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री कमांड सेंटर तथा सी.एम. डैश बोर्ड’ का शुभारंभ किया
चर्चा में क्यों?
30 जुलाई, 2023 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी), लखनऊ में ‘मुख्यमंत्री कमांड सेंटर तथा सी.एम. डैश बोर्ड’ का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिन्दु
- मुख्यमंत्री कमांड सेंटर तथा सी.एम. डैश बोर्ड की स्थापना का उद्देश्य डाटा कैप्चर करना तथा उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को अग्रसर करने के लिये शुरू हुए प्रयासों में गति लाना है। साथ ही आम जनमानस की संतुष्टि को भी इससे जोड़ना है। उनकी समस्याओं के समाधान के लिये तकनीक का प्रयोग करना है। इससे प्रत्येक जनपद की हर एक गतिविधि को मॉनिटर कर सकते हैं।
- ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री कमांड सेंटर तथा सी.एम. डैशबोर्ड का उपयोग विभिन्न विभागों में सेवाओं/योजनाओं/परियोजनाओं में विभिन्न स्तरों के अधिकारियों द्वारा किये जा रहे कार्यों का अनुश्रवण सर्वोच्च स्तर से किये जाने हेतु किया जाएगा।
- सरकार की समस्त परियोजनाओं में विभिन्न स्तर के अधिकारियों के मूल्यांकन हेतु एक इंटीग्रेटेड पोर्टल के रूप में सी.एम. डैशबोर्ड की स्थापना की गई है, इसके माध्यम से डाटा आधारित गुणवत्तापूर्ण अनुश्रवण प्रणाली का विकास किया गया है।
- सी.एम. डैशबोर्ड पर 53 विभागों के कुल 588 प्रोजेक्ट इंटीग्रेट किये जा चुके हैं। प्रदेश के सभी 93 विभागों को चरणबद्ध रूप से इस डैश बोर्ड से जोड़ा जाएगा।
- मुख्य सचिव द्वारा इनकी पाक्षिक समीक्षा तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा प्रतिमाह समीक्षा की जाएगी।
- इसी से जनपदों तथा फील्ड में तैनात अधिकारियों की ग्रेडिंग भी तय हो सकेगी और इससे यह भी पता चल जाता है कि किस क्षेत्र में मेहनत करने की आवश्यकता है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों तथा उनकी प्रगति के संबंध में डाटा कलेक्शन न होने के कारण प्रदेश में हुए विकास कार्यों की सही जानकारी नहीं हो पा रही थी। इसलिये सरकार ने इस संबंध में सही डाटा कैप्चर करने की शुरुआत की, जिससे प्रदेश की सही और अच्छी स्थिति सामने आ सकेगी।
बिहार Switch to English
बिहार के मुख्यमंत्री ने 29 साहित्यकारों को किया सम्मानित
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन किया। साथ ही 29 साहित्यकारों को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- मंत्रिमंडल सचिवालय (राजभाषा) विभाग द्वारा 1 अणे मार्ग स्थित ‘लोक संवादश्’में आयोजित इस पुरस्कार वितरण समारोह में वर्ष 2020-21 और वर्ष 2021-22 के अंतर्गत कुल 29 साहित्यकारों को अंगवस्त्र, मेडल, प्रशस्ति पत्र एवं चेक प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020-21 के अंतर्गत हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार योजना के तहत डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को ‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिखर सम्मान’, डॉ. अशोक कुमार को ‘बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर पुरस्कार’, मृणाल पांडे को ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर पुरस्कार’, डॉ. सुशीला टाकभौरे को ‘बी.पी.’ मंडल पुरस्कार’से सम्मानित किया।
- वहीं कविवर सत्यनारायण को ‘नागार्जुन पुरस्कार’, रामश्रेष्ठ दीवाना को ‘राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार’, जाबिर हुसैन को ‘फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार’, डॉ. पूनम सिंह को ‘महादेवी वर्मा पुरस्कार’, डॉ. के. वनजा को ‘बाबू गंगाशरण सिंह पुरस्कार’, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा (हैदराबाद, तेलंगाना) को ‘विधाकर कवि पुरस्कार’, गीता श्री को ‘विद्यापति पुरस्कार’, डॉ. राकेश कुमार सिन्हा रवि को ‘मोहनलाल महतो ‘वियोगी’पुरस्कार’, भगवती प्रसाद द्विवेदी को ‘भिखारी ठाकुर पुरस्कार’, डॉ. छाया सिन्हा को ‘डॉ. ग्रियर्सन पुरस्कार’एवं अनंत विजय को ‘डॉ. फादर कामिल बुल्के पुरस्कार’से सम्मानित किया।
- वहीं वर्ष 2021-22 के अंतर्गत हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार योजना के तहत मधुसूदन आनंद को ‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिखर सम्मान’, बलराम को ‘बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पुरस्कार’, डॉ. चंद्र त्रिखा को ‘जननायक ठाकुर पुरस्कार’, डों इरशाद कामिल को ‘बीपी मंडल पुरस्कार’, भोला पंडित प्रणयी को ‘नागार्जुन पुरस्कार’, अनिरुद्ध सिन्हा को ‘राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार’, डॉ. शहनाज फातमी को ‘फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार’, डॉ. भावना को ‘महादेवी वर्मा पुरस्कार’, गुरमीत सिंह को ‘बाबू गंगाशरण सिंह पुरस्कार’, असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति को ‘विद्याकर कवि पुरस्कार’, कविता प्रयागराज को ‘विद्यापति पुरस्कार’, महेंद्र नारायण पंकज को ‘मोहनलाल महतो, वियोगी पुरस्कार’, डॉ आशीष कथवे को ‘डॉ. प्रियर्सन पुरस्कार’एवं विभा रानी को ‘डॉ फादर कामिल बुल्के पुरस्कार’से सम्मानित किया
- मुख्यमंत्री ने हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न पुरस्कारों के तहत प्रदान की जानेवाली न्यूनतम धनराशि 50,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए से ज्यादा करने की सिफारिश की।
मध्य प्रदेश Switch to English
मुख्यमंत्री ने हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देवास ज़िले की खातेगांव विधानसभा में 1294 करोड़ से अधिक की हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का नाम बाबा सिद्धनाथ परियोजना करने और हरणगांव को तहसील बनाने की घोषणा भी की।
- हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना में नर्मदा नदी से देवास जिले की खातेगांव तहसील के नजदीक ग्राम - कुंडगांवखुर्द से 12.60 क्यूसेक जल उद्वहन कर देवास ज़िले के 72 ग्रामों में पहुँचाया जाएगा और 25 मेगावाट विद्युत उत्पादन होगा।
- इससे हंडिया बैराज परियोजना से खातेगांव तहसील में 35000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्रस्तावित है।
- इसके साथ ही हरणगांव सहित छूटे हुए अन्य ग्रामों का सर्वे कर परियोजना का विस्तार किया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
गीता स्थली ज्योतिसर में 205 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा ज्योतिसर अनुभव केंद्र
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल गीता स्थली ज्योतिसर में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का निरीक्षण करते हुए कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर में 205 करोड़ रुपए की लागत से महाभारत थीम पर आधारित ज्योतिसर अनुभव केंद्र का निर्माण किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- यह प्रोजेक्ट विश्व दर्शनीय होगा और दूर-दराज से विश्व के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
- इस प्रोजेक्ट के लिये प्रदेश सरकार की तरफ से 205 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। इस बजट में से 30 करोड़ रुपए की राशि अभी तक खर्च की जा चुकी है। इस गीता स्थली ज्योतिसर में भारत सरकार की तरफ से जारी बजट में से 29 करोड़ रुपए का बजट भवन निर्माण कार्य में खर्च किया जा चुका है।
- ज्योतिसर अनुभव केंद्र में बनने वाले ए ब्लॉक के भवन में महाभारत के चरित्रों को दर्शाने, टिकट काउंटर, ऑडियो गाईड, बी ब्लॉक के भवन में महाभारत के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालती हुई झाँकियों जैसे द्रौपदी चीर हरण, लाक्ष्य गृह आदि शामिल हैं।
- इस प्रोजेक्ट में थ्री डी मैपिंग, होलोग्राफी सहित विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है।
झारखंड Switch to English
स्ट्रेंथलिफ्टिंग में झारखंड ने 11 गोल्ड समेत 18 पदक हासिल किये
चर्चा में क्यों?
30 जुलाई,2023 को उदयपुर (राजस्थान) में आयोजित 33वीं नेशनल स्ट्रेंथलिफ्टिंग चैंपियनशिप के चौथे दिन झारखंड ने 11 गोल्ड, 6 सिल्वर व 1 ब्रांज सहित कुल 18 पदक जीते।
प्रमुख बिंदु
- इस चैंपियनशिप में शुभम कुमार साहू को जूनियर वर्ग मे चैंपियन ऑफ चैंपियन का खिताब मिला । वहीं 95 किग्रा जूनियर वर्ग में आयुष कुमार ने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- इस चैंपियनशिप में स्नेहा कुमारी ने दो स्वर्ण, सोनिया ने दो स्वर्ण, आयूष ने दो स्वर्ण, नील अमृत ने दो स्वर्ण, शुभम ने दो स्वर्ण और उस्मान ने एक स्वर्ण जीता; वहीं हीमा ने दो रजत, जबकि पूजा, सरस्वती, मोहम्मद उस्मान और हमीद ने एक-एक रजत हासिल किया तथा आरती को एक कांस्य पदक प्राप्त हुआ।
- वहीं झारखंड के सचिव अशोक कुमार गुप्ता को ‘नेशनल रेफरी’से सम्मानित किया गया।
- उल्लेखनीय है कि इस चैंपियनशिप में देशभर के 22 राज्यों के लगभग 800 खिलाड़ियों ने भाग लिया है।
- यह चैंपियनशिप 27 जुलाई से 30 जुलाई, 2023 तक उदयपुर (राजस्थान) में आयोजित की गई।
छत्तीसगढ़ Switch to English
न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी बने बिलासपुर हाईकोर्ट के स्थाई जज चीफ जस्टिस
चर्चा में क्यों?
31 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर में न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी को स्थायी जज के रूप में शपथ दिलाई है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी की नियुक्ति 08 अक्तूबर 2021 को एडिशनल जज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में हुई थी।
- विधि एवं विधायी कार्य विभाग, नई दिल्ली द्वारा 28 जुलाई, 2023 को न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी को स्थायी जज के रूप में नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी की गई थी।
- ज्ञातव्य है कि न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी का जन्म 11 जनवरी, 1964 को जगदलपुर (छत्तीसगढ़) में हुआ। इनके पिता स्वर्गीय राम कुमार तिवारी कीट विज्ञानी पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
- इन्होंने रायपुर के दुर्गा कॉलेज से बी.कॉम किया, सौ. कुसुम ताई दाबके लॉ कॉलेज, रायपुर छत्तीसगढ़ से एलएलबी किया और एलएलएम छत्तीसगढ़ कॉलेज, रायपुर से किया।
- ये वर्ष 1987 में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर से संवैधानिक कानून में एलएलएम करने वाले पहले छात्र थे।
- न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी ने 1990 में सिविल जज, क्लास-2 के रूप में न्यायिक करियर शुरू किया। पहली पोस्टिंग जगदलपुर में हुई। इसके बाद सारंगढ़ में पदस्थ हुए। जांजगीर में सिविल जज, वर्ग-1 के रूप में पदस्थ हुए और उसके बाद सीजेएम राजनांदगांव के रूप में पदस्थ हुए।
- न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी ने राजनांदगांव और बालोद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में सेवाएँ प्रदान कीं और बालोद जिले के प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे।
- न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी ने छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी के अतिरिक्त निदेशक के रूप में भी कार्य किया था।
- इन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में अतिरिक्त रजिस्ट्रार (वर्गीकरण), रजिस्ट्रार (निरीक्षण और जाँच) और रजिस्ट्रार सतर्कता के रूप में भी कार्य किया है।
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