नवीन चकराता टाउनशिप बसाए जाने को कैबिनेट की हरी झंडी | उत्तराखंड | 01 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
31 मई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड कैबिनेट ने देहरादून ज़िले के नवीन चकराता टाउनशिप को बसाए जाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- पुरोड़ी से लेकर लखवाड़ यमुना पुल तक का क्षेत्र टाउनशिप में शामिल किया जाएगा। इस बहु प्रतीक्षित टाउनशिप का निर्माण मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) करेगा।
- विदित है कि पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल ने 6 नवंबर, 1997 में नवीन चकराता का शिलान्यास किया था। उनके ही प्रयासों से 26 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पूर्व कार्यकाल में नवीन चकराता टाउनशिप को बसाए जाने की घोषणा की थी।
- टाउनशिप में पुरोड़ी, रामताल गार्डन, बिरमोऊ कांडी, सजियाना, माख्टी पोखरी, चौरानी डांडा, बैराटखाई, शिखाई डांडा, चौरी डांडा, पांचोई डांडा, वायधार, गांगरौ डांडा, ग्यावा डांडा, चिटाड़ा डांडा, श्यामधार, झुल्का डांडा, नागथात, टिकरथात, बानीथात, ड्यूंडीलानी, देशगाड़, पिपाया, मटियाणा, जखोड़, सणिया आदि क्षेत्र टाउनशिप के अधिकार क्षेत्र में आएंगे, जबकि कालसी तहसील के 32 और चकराता के 8 गाँव आंशिक रूप से टाउनशिप का हिस्सा बनेंगे।
- टाउनशिप बनने से क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में चकराता छावनी क्षेत्र में पाबंदी के चलते सीमित संख्या में होटल और व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से रोज़गार के अवसर भी सृजित होंगे।
- जनजातीय क्षेत्र का दर्जा मिलने के बाद यह जौनसार बावर को मिलने वाला दूसरा बड़ा तोहफा है। टाउनशिप के बसने से जनजातीय क्षेत्र विकास के नए आयाम को छूएगा।