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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 01 May 2023
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उर्दू अकादमी द्वारा रचनाकारों की कृतियों पर पुरस्कारों की घोषणा​ की

चर्चा में क्यों?

28 अप्रैल, 2023 को संस्कृति विभाग की मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी ने वर्ष 2021 एवं 2022 में प्रकाशित पुस्तकों पर 6 अखिल भारतीय पुरस्कार और 12 प्रादेशिक पुरुस्कारों की घोषणा की है।

प्रमुख बिंदु

  • घोषित किये गए पुरस्कार इस प्रकार हैं-
अखिल भारतीय पुरस्कार
पुरस्कार रचनाकार रचनाएँ
मीर तकी मीर पुरस्कार डॉ. शफी हिदायत कुरैशी, दतिया इंचिसात फिक्र
हकीम कमरूल हसन पुरस्कार आरिफ अज़ीज़, भोपाल जाविया-ए-निगाह
हामिद सईद खाँ पुरस्कार रशंदा मेहदी, दिल्ली मानसून स्टोर
शादाँ इंदौरी पुरस्कार बद्र वास्ती, भोपाल नाच गान
जौहर कुरैशी पुरस्कार रेणु बहल, दिल्ली जहान-ए-आरज़ू
इब्राहीम यूसुफ पुरस्कार रिजवान-उल-हक, दिल्ली खुदकुशी नामा
प्रादेशिक पुरस्कार
सिराज मीर खाँ सहर पुरस्कार शऊर आशना, बुरहानपुर इंतेज़ार और कब तक
बासित भोपाली पुरस्कार डॉ. आजम, भोपाल दर्द का चाँद बुझ गया
मो. अली ताज पुरस्कार अशोक मिजाज बद्र, सागर मैं इकाई हूँ मैं समाज हूँ
नवाब सिद्दीकी हसन खाँ पुरस्कार रशीद अंजुम, भोपाल आवाज की दुनिया का दोस्त अमीन सयानी
शैरी भोपाली पुरस्कार रफीक रवानी, रीवा कुछ शेर कुछ कुतआत कुछ गज़लें
कैफ भोपाली पुरस्कार (उर्दू शिक्षक) रूशदा जमील, भोपाल
शंभू दयाल सुखन पुरस्कार महेंद्र अग्रवाल, शिवपुरी रूबरू
शिफा ग्वालियरी पुरस्कार डॉ. वासिफ खान यार, बुरहानपुर मिट्टी डाल पर
जाँ निसार अख्तर पुरस्कार प्रो. आफाक हुसैन सिद्दीकी, भोपाल उर्दू शायरी में शख्सी मर्सिये
पन्नालाल नूर श्रीवास्तव पुरस्कार रियाज आलम मोहम्मदी, जबलपुर तजल्लियाते बज़्मे सना
सूरज कला सहाय पुरस्कार खालिदा सिद्दीकी, भोपाल गुलाबी शाम के साए
निदा फाज़ली पुरस्कार जमील अहमद जमील, जबलपुर ड ‘रुबाबे फिक्र
  • अखिल भारतीय पुरस्कार के रूप में 51 हज़ार रुपए एवं 12 प्रादेशिक पुरस्कार में 31 हज़ार रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी। यह सभी सम्मान एक राज्यस्तरीय अलंकरण समारोह में दिये जाएंगे।

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संस्कृति विभाग द्वारा ​लाडली​ बहना योजना ​के ​अंतर्गत गीत लेखन प्रतियोगिता के विजेता घोषित ​किये ​

चर्चा में क्यों?

28 अप्रैल, 2023 को मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग ने लाडली बहना योजना​ के​ अंतर्गत आठ विभिन्न बोलियों में गीत लेखन और सांगीतिक रचना के विजेता घोषित किये हैं।

प्रमुख बिंदु

  • हिन्दी के लिये ग्वालियर के बृजेश सिंह यादव को प्रथम, विदिशा के राहुल विश्वकर्मा को द्वितीय और सिंगरौली के अशोक पांडे को तृतीय विजेता चयनित किया गया है।
  • वहीं बुंदेली बोली के लिये नरसिंहपुर के सुमित दुबे को प्रथम ​श्यो​पुर के गिर्राज पालीवाल को द्वितीय और जबलपुर के निरंजन सिंह/प्रदीप सोनी को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है।
  • प्रतियोगिता में इसी तरह निमाड़ी बोली के लिये खरगोन के अंकुर जोशी को प्रथम, महेश्वर के हरीश दुबे को द्वितीय और खरगोन के यशवंत यादव को तृतीय स्थान के लिये चयनित किया गया है।
  • मालवी बोली के लिये उज्जैन के पं. हरी हरेश्वर पोद्दार को प्रथम, उज्जैन की डॉ. तृप्ति नागर को द्वितीय और नरसिंहगढ़ के महेश राव को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है।
  • कोरकू बोली में कोई प्रविष्टि प्राप्त नहीं हुई। वहीं बघेली, भदावरी, भीली और गोंडी बोली में प्राप्त गीत और ऑडियो क्लिप में किसी भी प्रतिभागी को पुरस्कार योग्य नहीं पाया गया।
  • उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन की लाड़ली बहना योजना पर आधारित हिन्दी सहित प्रदेश की 8 विभिन्न बोलियों बुंदेली, बघेली, निमाड़ी, मालवी, भदावरी, भीली, गोंडी और कोरकू में गीत लेखन एवं साहित्यिक रचना में प्रतिभागियों से रचनाएँ आमंत्रित की गई थीं।

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‘पद्म’ विजेताओं व अन्य विभूतियों के साथ ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल

चर्चा में क्यों?

30 अप्रैल 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड प्रसारण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, प्रदेश के ​पद्म ​पुरस्कार से सम्मानित और मन की बात में उल्लेखित विभूतियों एवं आमंत्रित गणमान्य अतिथियों के साथ राजभवन में शामिल हुए। मन की बात कार्यक्रम का विशेष आयोजन राजभवन के विशाल सभागार सांदीपनि में किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मन की बात कार्यक्रम के बाद राजभवन आए प्रदेश के ​पद्म​ पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिह्न भेंट किये। ​पद्म​ पुरस्कार से सम्मानित विजय दत्त श्रीधर, डॉ. जनक पलटा, शांति परमार, रमेश परमार, भूरी बाई और कैलाश मड़बैया शामिल थे।
  • वहीं राज्यपाल ने मन की बात में मध्य प्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों से संबद्ध विभूतियों को कार्यक्रम के बाद राजभवन में स्मृति-चिह्न प्रदान किये। इनमें ममता शर्मा, सुभाष जिलोदिया, मास्टर तुषार, आशाराम चौधरी, उषा दुबे, अतुल पाटीदार, बबीता राजपूत, राम लोटन कुशवाह, अर्जुन सिंह, रोहित सिसोदिया, रजनीश, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिज़र्व, ज्ञानेंद्र पुरोहित, मोनिका पुरोहित, गीता, प्रशांत धावले, भावना डहेरिया, और मंजू मंडलोई शामिल रहे।
  • राज्यपाल ने कार्यक्रम के बाद सांदीपनि सभागार में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी आज़ादी के अमृत महोत्सव, नया भारत बदलता भारत तथा प्रधानमंत्री की मन की बात में मध्य प्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों की विभूतियों की उपलब्धियों पर केंद्रित है।
  • ​​उल्लेखनीय है कि मन की बात कार्यक्रम का प्रथम एपिसोड का प्रसारण 3 अक्टूबर, 2014 को हुआ था​।


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