बिहार Switch to English
अरविंद पनगढ़िया बने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति
चर्चा में क्यों?
29 अप्रैल, 2023 को भारत सरकार द्वारा प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविंद पनगढ़िया को बिहार के नालंदा ज़िले में स्थित प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया है।
प्रमुख बिंदु
- नवनियुक्त कुलाधिपति अरविंद पनगढ़िया वर्ष 2015 में स्थापित नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं।
- पद्मभूषण से सम्मानित अरविंद पनगढ़िया वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका की सम्मानित कोलंबिया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं।
- उल्लेखनीय है कि बिहार के नालंदा ज़िले में स्थित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर में ही नवस्थापित नालंदा विश्वविद्यालय भारतीय संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित राष्ट्रीय महत्त्व का एक अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है, जो विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करता है।
राजस्थान Switch to English
विधानसभा अध्यक्ष ने किया राष्ट्रीय सहकार मेले का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने जवाहर कला केंद्र, जयपुर में दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला, 2023 का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस मेले में तमिलनाडु, उत्तराखंड, केरल, पंजाब की सहकारी संस्थाओं सहित अन्य सहकारी समितियाँ अपने उत्पाद लेकर आई हैं। इससे व्यापार में इज़ाफा होगा। प्रतिस्पर्धा के युग में लोगों का सहकारी उत्पादों पर विश्वास नि:संदेह ज्यादा रहता है। यह मेला 7 मई तक चलेगा।
- इस मेले में केरल से आई सहकारी समिति की ओर से हल्दी, मिर्ची, नारियल तेल, केरल चिप्स, मसाले, नमकीन सहित कई विशिष्ट उत्पाद बिक्री के लिये आकर्षण का केंद्र है।
- इस बार राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में साबुत एवं पीसे हुए मसालों के साथ-साथ ठंडक देने के लिये शरबत एवं ठंडाई की विशेष उत्पाद उपलब्ध कराए गए हैं। मेले में नाथद्वारा की विशेष ठंडाई आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
- उदयपुर भंडार एवं राजसमंद भंडार द्वारा खस, पान, गुलाब आदि के शरबत की विस्तृत रेंज शहरवासियों के लिये लाई गई हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
उर्दू अकादमी द्वारा रचनाकारों की कृतियों पर पुरस्कारों की घोषणा की
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को संस्कृति विभाग की मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी ने वर्ष 2021 एवं 2022 में प्रकाशित पुस्तकों पर 6 अखिल भारतीय पुरस्कार और 12 प्रादेशिक पुरुस्कारों की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
- घोषित किये गए पुरस्कार इस प्रकार हैं-
अखिल भारतीय पुरस्कार | ||
पुरस्कार | रचनाकार | रचनाएँ |
मीर तकी मीर पुरस्कार | डॉ. शफी हिदायत कुरैशी, दतिया | इंचिसात फिक्र |
हकीम कमरूल हसन पुरस्कार | आरिफ अज़ीज़, भोपाल | जाविया-ए-निगाह |
हामिद सईद खाँ पुरस्कार | रशंदा मेहदी, दिल्ली | मानसून स्टोर |
शादाँ इंदौरी पुरस्कार | बद्र वास्ती, भोपाल | नाच गान |
जौहर कुरैशी पुरस्कार | रेणु बहल, दिल्ली | जहान-ए-आरज़ू |
इब्राहीम यूसुफ पुरस्कार | रिजवान-उल-हक, दिल्ली | खुदकुशी नामा |
प्रादेशिक पुरस्कार | ||
सिराज मीर खाँ सहर पुरस्कार | शऊर आशना, बुरहानपुर | इंतेज़ार और कब तक |
बासित भोपाली पुरस्कार | डॉ. आजम, भोपाल | दर्द का चाँद बुझ गया |
मो. अली ताज पुरस्कार | अशोक मिजाज बद्र, सागर | मैं इकाई हूँ मैं समाज हूँ |
नवाब सिद्दीकी हसन खाँ पुरस्कार | रशीद अंजुम, भोपाल | आवाज की दुनिया का दोस्त अमीन सयानी |
शैरी भोपाली पुरस्कार | रफीक रवानी, रीवा | कुछ शेर कुछ कुतआत कुछ गज़लें |
कैफ भोपाली पुरस्कार (उर्दू शिक्षक) | रूशदा जमील, भोपाल | |
शंभू दयाल सुखन पुरस्कार | महेंद्र अग्रवाल, शिवपुरी | रूबरू |
शिफा ग्वालियरी पुरस्कार | डॉ. वासिफ खान यार, बुरहानपुर | मिट्टी डाल पर |
जाँ निसार अख्तर पुरस्कार | प्रो. आफाक हुसैन सिद्दीकी, भोपाल | उर्दू शायरी में शख्सी मर्सिये |
पन्नालाल नूर श्रीवास्तव पुरस्कार | रियाज आलम मोहम्मदी, जबलपुर | तजल्लियाते बज़्मे सना |
सूरज कला सहाय पुरस्कार | खालिदा सिद्दीकी, भोपाल | गुलाबी शाम के साए |
निदा फाज़ली पुरस्कार | जमील अहमद जमील, जबलपुर | ड ‘रुबाबे फिक्र |
- अखिल भारतीय पुरस्कार के रूप में 51 हज़ार रुपए एवं 12 प्रादेशिक पुरस्कार में 31 हज़ार रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी। यह सभी सम्मान एक राज्यस्तरीय अलंकरण समारोह में दिये जाएंगे।
मध्य प्रदेश Switch to English
संस्कृति विभाग द्वारा लाडली बहना योजना के अंतर्गत गीत लेखन प्रतियोगिता के विजेता घोषित किये
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग ने लाडली बहना योजना के अंतर्गत आठ विभिन्न बोलियों में गीत लेखन और सांगीतिक रचना के विजेता घोषित किये हैं।
प्रमुख बिंदु
- हिन्दी के लिये ग्वालियर के बृजेश सिंह यादव को प्रथम, विदिशा के राहुल विश्वकर्मा को द्वितीय और सिंगरौली के अशोक पांडे को तृतीय विजेता चयनित किया गया है।
- वहीं बुंदेली बोली के लिये नरसिंहपुर के सुमित दुबे को प्रथम श्योपुर के गिर्राज पालीवाल को द्वितीय और जबलपुर के निरंजन सिंह/प्रदीप सोनी को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है।
- प्रतियोगिता में इसी तरह निमाड़ी बोली के लिये खरगोन के अंकुर जोशी को प्रथम, महेश्वर के हरीश दुबे को द्वितीय और खरगोन के यशवंत यादव को तृतीय स्थान के लिये चयनित किया गया है।
- मालवी बोली के लिये उज्जैन के पं. हरी हरेश्वर पोद्दार को प्रथम, उज्जैन की डॉ. तृप्ति नागर को द्वितीय और नरसिंहगढ़ के महेश राव को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है।
- कोरकू बोली में कोई प्रविष्टि प्राप्त नहीं हुई। वहीं बघेली, भदावरी, भीली और गोंडी बोली में प्राप्त गीत और ऑडियो क्लिप में किसी भी प्रतिभागी को पुरस्कार योग्य नहीं पाया गया।
- उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन की लाड़ली बहना योजना पर आधारित हिन्दी सहित प्रदेश की 8 विभिन्न बोलियों बुंदेली, बघेली, निमाड़ी, मालवी, भदावरी, भीली, गोंडी और कोरकू में गीत लेखन एवं साहित्यिक रचना में प्रतिभागियों से रचनाएँ आमंत्रित की गई थीं।
मध्य प्रदेश Switch to English
‘पद्म’ विजेताओं व अन्य विभूतियों के साथ ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल
चर्चा में क्यों?
30 अप्रैल 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड प्रसारण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानित और मन की बात में उल्लेखित विभूतियों एवं आमंत्रित गणमान्य अतिथियों के साथ राजभवन में शामिल हुए। मन की बात कार्यक्रम का विशेष आयोजन राजभवन के विशाल सभागार सांदीपनि में किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मन की बात कार्यक्रम के बाद राजभवन आए प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिह्न भेंट किये। पद्म पुरस्कार से सम्मानित विजय दत्त श्रीधर, डॉ. जनक पलटा, शांति परमार, रमेश परमार, भूरी बाई और कैलाश मड़बैया शामिल थे।
- वहीं राज्यपाल ने मन की बात में मध्य प्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों से संबद्ध विभूतियों को कार्यक्रम के बाद राजभवन में स्मृति-चिह्न प्रदान किये। इनमें ममता शर्मा, सुभाष जिलोदिया, मास्टर तुषार, आशाराम चौधरी, उषा दुबे, अतुल पाटीदार, बबीता राजपूत, राम लोटन कुशवाह, अर्जुन सिंह, रोहित सिसोदिया, रजनीश, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिज़र्व, ज्ञानेंद्र पुरोहित, मोनिका पुरोहित, गीता, प्रशांत धावले, भावना डहेरिया, और मंजू मंडलोई शामिल रहे।
- राज्यपाल ने कार्यक्रम के बाद सांदीपनि सभागार में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी आज़ादी के अमृत महोत्सव, नया भारत बदलता भारत तथा प्रधानमंत्री की मन की बात में मध्य प्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों की विभूतियों की उपलब्धियों पर केंद्रित है।
- उल्लेखनीय है कि मन की बात कार्यक्रम का प्रथम एपिसोड का प्रसारण 3 अक्टूबर, 2014 को हुआ था।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा सरकार शुरू करेगी 10 सेवा योजनाओं का सोशल ऑडिट
चर्चा में क्यों?
27 अप्रैल, 2023 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने चंडीगढ़ में हरियाणा सोसाइटी की गवर्निंग बॉडी की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) विभाग की 10 सेवा योजनाओं की सोशल ऑडिटिंग शुरू की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, 15वें वित्त आयोग अनुदान और स्वच्छ भारत मिशन जैसी अन्य योजनाएँ भी चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में संचालित की जाएंगी।
- निदेशक सोशल ऑडिट यूनिट पीएमएवाई-जी, 15वें एफसीजीएस, एसबीएम, एनएसएपी, रूर्बन मिशन, सीनियर सिटीजन होम्स, नशा मुत्ति केंद्रों, प्री-मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, पीएम-अजय, बाबू जगजीवन राम छत्रावास, आवासीय विद्यालय, अनुसूचित जाति, जनजाति ऋण योजना और अत्याचार से संबंधित मामलों जैसी विभिन्न विकास योजनाओं के सामाजिक ऑडिट के संचालन के लिये एक वार्षिक कैलेंडर तैयार करेगा।
- बैठक में सोशल ऑडिट इकाई को सुदृढ़ करने के लिये ज़िला स्तर पर उपमंडल अधिकारी (नागरिक) की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। इसके खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी व एसडीओ पंचायती राज भी सदस्य होंगे। सोशल ऑडिट करने के लिये समिति विलेज रिसोर्स पर्सन की पहचान करेगी।
- गवर्निंग बॉडी ने विलेज रिसोर्स पर्सन के मानदेय को प्रति कार्य दिवस टीए, डीए सहित 500 रुपये से बढ़ाकर 650 रुपए करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी।
- ग्रामीण विकास के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक ने कहा कि सोशल ऑडिट यूनिट ने हरियाणा के सभी 22 ज़िलों से 824 ग्राम संसाधन व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया है। इनमें स्वयं सहायता समूह, सामाजिक संगठन एवं ग्रामीण समूहों के सदस्य शामिल हैं।
झारखंड Switch to English
मुख्यमंत्री ने आम जनता के लिये पहली बार एयर एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर राज्य के आम नागरिकों को आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘एयर एंबुलेंस सेवा’ का शुभारंभ किया है।
प्रमुख बिंदु
- नागर विमानन प्रभाग द्वारा ‘एयर एंबुलेंस सेवा’ के लिये राज्य स्तरीय एक सेल का गठन किया गया है। राज्य की जनता दूरभाष पर संपर्क कर अथवा ई-मेल के माध्यम से एयर एंबुलेंस की सेवा प्राप्त कर सकती है।
- आवेदक को दूरभाष पर ही गंतव्य के अनुसार संभावित व्यय से अवगत कराया जाएगा। आवेदक की सहमति के उपरांत एयर एंबुलेंस ऑपरेटर द्वारा 2 घंटे के अंदर एयरक्राफ्ट को तैयार करने का प्रावधान रखा गया है, ताकि ज़रूरतमंद को जल्द-से-जल्द गंतव्य तक पहुँचाया जा सके।
- इस सेवा के अंतर्गत आम नागरिकों की सहुलियत के लिये फ्लाइट को रि-शिड्यूल (Re-schedule) करने का प्रावधान भी रखा गया है।
- वर्तमान में राँची से नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, वाराणसी, लखनऊ एवं तिरूपति प्रमुख गंतव्य के रूप में निर्धारित किये गए हैं। राँची के अलावा देवघर, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद, गिरिडीह एवं दुमका में भी यह सेवा उपलब्ध होगी।
- इस सेवा का उपयोग सिर्फ जो पैसे दे सकते वही कर पाएंगे ऐसा नहीं है, इसमें आवश्यकतानुसार जो पैसे नहीं भी दे सकता है, उसको भी एयर एंबुलेंस के माध्यम से ले जाने और स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में नवाचार के लिये छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित गर्भपात देखभाल पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यक्रम (National Consultation on Comprehensive Abortion Care) में छत्तीसगढ़ को सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में नवाचार के लिये प्रथम पुरस्कार मिला है।
प्रमुख बिंदु
- मातृत्व स्वास्थ्य के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. शैलेंद्र अग्रवाल और राज्य सलाहकार अभिलाषा शर्मा रात्रे ने छत्तीसगढ़ की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया।
- उल्लेखनीय है कि देश में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की निगरानी के लिये मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेग्नेंसी (एमटीपी) एक्ट लागू किया गया है।
- मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेग्नेंसी (संशोधन) एक्ट, 2021 के अनुसार गर्भवती महिला 24 हफ्ते तक गर्भपात करा सकती है। यौन उत्पीड़न, दुष्कर्म, नाबालिग या गर्भावस्था के दौरान वैवाहिक स्थिति में बदलाव (विधवा और तलाक), शारीरिक रूप से अक्षम और मानसिक रूप से बीमार महिलाओं को गर्भपात की अनुमति है। साथ ही वे महिलाएँ भी गर्भपात करा सकती हैं, जिनके गर्भ में पल रहे भ्रूण में विकृति हो।
- प्रदेश में निजी चिकित्सालयों में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की उपलब्धता एवं एमटीपी एक्ट के पालन की निगरानी के लिये ‘ई-कल्याणी एप’ तैयार किया गया है।
- इस एप के माध्यम से निजी चिकित्सालय अधिनियम के अंतर्गत सेवाएं प्रदान करने के लिये आवेदन कर सकती हैं, जिसकी ज़िला स्तरीय समिति द्वारा समीक्षा कर अनुमति प्रदान की जाती है।
- वर्तमान में प्रदेश में ‘ई-कल्याणी एप’ में 136 निजी चिकित्सालय पंजीकृत हैं, जहाँ एमटीपी एक्ट के तहत सुरक्षित गर्भपात सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। इनके अलावा 193 शासकीय चिकित्सालयों में भी सुरक्षित गर्भपात संबंधी सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- राज्य में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं के संचालन में आईपास डवेलपमेंट फाउंडेशन (Ipas Development Foundation) द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
भिलाई चरौदा, बिरगाँव एवं धमतरी में डायरेक्ट भवन अनुज्ञा परियोजना का हुआ शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल, 2023 को छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने प्रदेश के तीन नगर निगमों भिलाई चरौदा, धमतरी और बिरगाँव में ऑनलाइन भवन अनुज्ञा परियोजना का वर्चुअली शुभारंभ किया, जिससे प्रदेश के सभी नगर निगमों में भवन निर्माण का नक्शा पास करने की प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि प्रदेश की 11 नगर निगमों में ऑनलाइन भवन अनुज्ञा परियोजना पहले ही प्रारंभ हो चुकी है।
- इस सॉफ्टवेयर में सभी फिजिकल टच प्वाइंट को हटाया गया है, जिससे नागरिकों को भवन अनुज्ञा से संबंधित कार्य हेतु कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है, दस्तावेजों का परीक्षण भी ऑनलाइन होगा एवं ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध है। नागरिकों को अब इस सुविधा का घर पर ही लाभ मिलेगा।
- अधिकारियों के लिये भी इस सॉफ्टवेयर में समय-सीमा तय की गई है, जिससे यह सुविधा नागरिकों को समय-सीमा में दी जा सके।
- इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से, छत्तीसगढ़ मॉडल के डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रोजेक्ट को भी इन शहरों में प्रारंभ किया गया है, अर्थात इन शहरों के नागरिकों को अब केवल एक क्लिक और एक रुपए में 5000 वर्ग फुट तक के घर बनाने की अनुमति मिलेगी।
- इस प्रक्रिया के माध्यम से, शहरों को भवन अनुज्ञा प्रक्रिया को एक सरल, त्वरित और आसान सिस्टम में बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
- छत्तीसगढ़ मॉडल पर आधारित इस सॉफ्टवेयर का विकास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स द्वारा नेशनल अर्बन डिजिटल मिशन के तहत किया गया है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
मुख्यमंत्री ने पुस्तक ‘बासी’ का किया विमोचन
चर्चा में क्यों?
30 अप्रैल, 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में डॉ. गीतेश कुमार अमरोहित की पुस्तक ‘बासी’ का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री को डॉ. गीतेश अमरोहित ने बताया कि बासी छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति का अभिन्न अंग है। पिछले वर्ष पूरे प्रदेश के साथ विदेशों में भी बोरे बासी दिवस पूरे उल्लास के साथ मनाया गया। इस आयोजन से प्रेरित होकर उन्हें बासी पर किताब लिखने का विचार आया।
- इस पुस्तक में बासी से संबंधित विभिन्न जानकारियाँ, जैसे- बासी बनाने की विधि, बासी के पोषक तत्त्व, बासी खाने से विभिन्न बीमारियों में होने वाले लाभ, छत्तीसगढ़ के लोक जीवन में बासी का महत्त्व सहित बासी की अन्य विशेषताओं का संकलन किया गया है।
- पिछले वर्ष बोरे बासी दिवस पर विदेशों में भी मनाया गया, जिसके विषय में भी जानकारी किताब में दी गई है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फ्राँस की यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाज़ा
चर्चा में क्यों?
29 अप्रैल, 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विश्व प्रसिद्ध सोरबोन यूनिवर्सिटी द्वारा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सीमित एवं स्थानीय संसाधनों की उपयोगिता के साथ आगे बढ़ाने की विशिष्ट पहल के लिये डॉक्टरेट की उपाधि से नवाज़ा गया।
प्रमुख बिंदु
- यह उपाधि श्री अरोबिंदो फाउंडेशन द्वारा राजधानी रायपुर स्थित होटल सायाजी में आयोजित सोरबोन यूनिवर्सिटी ऑफ पेरिस, फ्राँस के कार्यक्रम ‘ग्लोबल अवार्ड्स 2023’ में दी गई।
- उल्लेखनीय है कि सोरबोन यूनिवर्सिटी का वैश्विक शैक्षणिक परिदृश्य में बड़ा स्थान है। यहाँ से निकले छात्र-छात्राओं को 33 नोबेल पुरस्कार मिल चुके हैं। इस यूनिवर्सिटी ने मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी एवं सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के संचालन की सराहना भी की है।
- मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास को आगे बढ़ाने के लिये जो उल्लेखनीय कार्य किये गए हैं, उन पर यूनिवर्सिटी के शोधार्थी एवं प्रोफेसर रिसर्च पेपर भी तैयार कर रहे हैं, जिसे यूनिवर्सिटी के विश्व प्रसिद्ध रिसर्च जनरल पर प्रकाशित किया जाएगा।
उत्तराखंड Switch to English
अभिनेत्री डॉ. आरुषि निशंक को मिला ‘फ्रेश फेस ऑफ बॉलीवुड’ अवार्ड
चर्चा में क्यों?
29 अप्रैल, 2023 को उत्तराखंड की प्रसिद्ध अभिनेत्री, फिल्म निर्माता और सामाजिक कार्यकर्त्ता डॉ. आरुषी निशंक को दुबई में ग्लोबल इंस्पिरेशनल अवार्ड्स और फैशन फेस्टिवल में शेख याकूब अल अली और एचई आरेफा अल फलाही की ओर से ‘फ्रेश फेस ऑफ बॉलीवुड’ के रूप में सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- यह अवार्ड आरुषी निशंक को बतौर एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर के रूप में बॉलीवुड में उनके बेहतरीन काम के लिये दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि आरुषि निशंक का जन्म उत्तराखंड के कोटद्वार में हुआ है। आरुषि के पिता डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार क्षेत्र से सांसद हैं और वह पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
- टी-सीरीज और जी-म्यूजिक के तीन म्यूजिक वीडियो का हिस्सा बनकर प्रसिद्धि पाने वाली आरुषी फिल्म ‘तारिणी’ में नज़र आएंगी।
- आरुषी निशंक अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस-हिमश्री फिल्म्स चलाती हैं तथा डिज्नी+हॉटस्टार के साथ एक शो का निर्माण कर रही हैं।
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