छत्तीसगढ़ Switch to English
राज्य स्तरीय गुरु घासीदास लोक महोत्सव एवं जयंती
चर्चा में क्यों?
31 दिसंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश ने बघेल बेमेतरा ज़िले के विकासखंड मुख्यालय नवागढ़ में आयोजित चार दिवसीय राज्यस्तरीय गुरु घासीदास लोक महोत्सव एवं जयंती समारोह एवं ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता के समापन समारोह में नगर पंचायत नवागढ़ को नगर पालिका का दर्जा प्रदान करने के साथ ही अनेक घोषणाएँ की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने नवागढ़ अस्पताल का 50 बिस्तर वाले अस्पताल के रूप में उन्नयन करने, संबलपुर में पुलिस चौकी एवं नवागढ़ के जोड़ा जैतखाम को विकसित करने के लिये एक करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए समाज के अंधकार को दूर करने का प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ की धरती में गुरु बाबा अवतरित हुए और छत्तीसगढ़ी बोली में जन-जन तक अपना संदेश पहुँचाया। समानता, समाजिक समरसता का संदेश देकर बाबा ने मानव समाज को एक सूत्र में जोड़ने का कार्य किया।
- बाबा ने सूत्र वाक्य दिया ‘मनखे-मनखे’ एक समान अर्थात मानव-मानव में कोई भेदभाव नहीं है, सब समान हैं। इसके अलावा उन्होंने सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है का संदेश दिया है।
- समारोह में मुख्यमंत्री ने ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता के विजेता पंथी दल को पुरस्कार वितरित किये। प्रथम पुरस्कार एक लाख 51 हज़ार, द्वितीय पुरस्कार एक लाख एक हज़ार रुपए, तृतीय पुरस्कार 75 हज़ार रुपए एवं स्पर्धा में शामिल पंथी नृत्य दलों को 3100 रुपए सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
छत्तीसगढ़ Switch to English
स्किल हब इनिशिएटिव कार्यक्रम
चर्चा में क्यों?
- 31 दिसंबर 2021 को केंद्र सरकार के मानव संसाधन शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्कूल छोड़ चुके बच्चों और युवाओं को रोज़गारपरक शिक्षा से जोड़ने के लिये पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में छत्तीसगढ़ के 18 स्कूलों में स्किल हब इनिशिएटिव कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की गई। यह कार्यक्रम नए साल से शुरू होगा।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ राज्य के 18 स्कूलों में यह कार्यक्रम प्रथम चरण में शुरू होगा। कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल छोड़ चुके बच्चों, छात्र-छात्राओं के लिये व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने और स्कूल समय के बाद तथा सप्ताहिक अवकाश के दिवसों में स्किल ट्रेनिंग के शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेशन कोर्स कराया जाएगा।
- रोज़गारपरक शिक्षा और कौशल उन्नयन के लिये शुरू की जा रही इस नई पहल के लिये स्कूल छोड़ चुके बच्चे और युवाओं को विभिन्न रोज़गारमूलक कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण के लिये 15 से 29 वर्ष आयु समूह के लोगों का चयन किया जाएगा। इस संबंध में सभी ज़िला कलेक्टरों को कार्यक्रम की तैयारी के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए हैं।
- बच्चों को विभिन्न रोज़गारपरक कार्यों में प्रशिक्षण देने के लिये चयनित स्कूलों में व्यवस्था की जाएगी। इस कार्य में अंतर्विभागीय सहयोग भी लिया जाएगा।
- ज़िला शिक्षा अधिकारी और शिक्षा विभाग से जुड़े नामांकित अधिकारी प्रशिक्षण की मॉनिटरिंग करेंगे। स्कूल में पदस्थ व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रशिक्षण तथा अन्य व्यवस्था करेंगे।
- प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षणार्थियों को रोज़गार से भी जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही स्किलिंग, री-स्किलिंग, अपस्किलिंग पाठ्यक्रमों के माध्यम से कौशल प्रमाण-पत्र और अकादमिक क्रेडिट प्राप्त होगी।
- स्किल हब इनिशिएटिव से जुड़े स्कूल स्किल इंडिया पोर्टल में रजिस्टर होंगे। इस कार्यक्रम के पॉयलेट चरण में सीमित अवधि के प्रशिक्षण संचालित किये जाएंगे।
छत्तीसगढ़ Switch to English
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र
चर्चा में क्यों?
31 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले छत्तीसगढ़ के 7 सरकारी अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही कोंडागाँव ज़िला अस्पताल को प्रसव कक्ष और मैटरनिटी ऑपरेशन थियेटर की उत्कृष्ट सुविधाओं तथा प्रसूताओं एवं गर्भवती महिलाओं की अच्छी देखभाल के लिये ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र (LaQshya Certification) प्रदान किया गया है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदेश के दो ज़िला अस्पतालों, दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को गुणवत्ता प्रमाण-पत्र से नवाजा है।
- भारत सरकार द्वारा मुंगेली ज़िला चिकित्सालय और नारायणपुर ज़िला चिकित्सालय को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है।
- वहीं बलौदाबाज़ार-भाटापारा ज़िले के कटगी और गरियाबंद के कोपरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र मिला है।
- रायपुर के राजातालाब और हीरापुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सरगुजा ज़िले के नवापारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र से नवाज़ा गया है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ के अंतर्गत उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिये स्वास्थ्य कर्मियों के नियमित प्रशिक्षण के बाद अस्पतालों का आंतरिक तथा राज्य स्तरीय मूल्यांकन, सेवा प्रदाय ऑडिट तथा पेशेंट संतुष्टि सर्वे की प्रक्रिया की जाती है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम द्वारा विगत नवंबर माह में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र और ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र के लिये चयनित अस्पतालों का निरीक्षण कर वहाँ मरीजों के लिये उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया गया था। उन्होंने इस संबंध में मरीजों से भी फीडबैक लिया था।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र और ‘लक्ष्य’प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का कई मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किये जाते हैं।
Switch to English