कोटा में तैयार हुआ दुनिया का पहला हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट | 27 Jul 2023
चर्चा में क्यों?
25 जुलाई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा की काशी कहे जाने वाले कोटा में चंबल नदी के किनारे दुनिया का पहला हेरिटेज रिवर फ्रंट तैयार हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- कोटा में बना यह हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट 1200 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है, जो कि चंबल नदी के दोनों किनारों पर बेहद खूबसूरत तरीके से 6 किमी. तक बनाया गया है।
- चंबल रिवर फ्रंट भारत में विकसित पहला हेरिटेज रिवर फ्रंट है। इस रिवर फ्रंट के दोनों किनारों पर 26 घाटों का निर्माण करवाया गया है। इन घाटों को अलग-अलग थीम पर तैयार किया गया है।
- चंबल रिवर फ्रंट से चंबल नदी के किनारे बसी बस्तियों को बाढ़ से निजात मिलेगी, साथ ही चंबल नदी में गिर रहे 14 गंदे नालों को ट्रैप कर नाले के पानी को एसटीपी से फिल्टर ट्रीटमेंट किया गया है, जिससे के चंबल के पानी का शुद्धिकरण भी होगा।
- चंबल रिवर फ्रंट पर बने वर्ल्ड हेरिटेज घाट पर विश्व के अलग-अलग देशों की 9 प्रसिद्ध इमारतें और वास्तुकलाओं को बनाया गया है। जिस तरह किशोर सागर तालाब के किनारे सेवन वंडर्स पार्क बनाया गया है, जहाँ पर देश-दुनिया के सात अजूबे बनाए गए हैं, उसी तर्ज पर रिवर फ्रंट के वर्ल्ड हेरिटेज घाट पर विश्व की नौ प्रसिद्ध इमारतों की कलाकृति का निर्माण किया गया है।
- करीब 240 मीटर क्षेत्र में एक के बाद एक कतार से यह वास्तुकलाएँ बनाई गई है, जिसमें भारत की शान लाल किला, गोपुरम् टैंपल, चाइनीज पगोड़ा, हिस्ट्री पार्क, वेस्ट मिंस्टर, टेवी फाउंटेन, वारम टैंपल, मास्क्यू और लॉवरे म्यूज़ियम देखने को मिलेंगे।
- यूआईटी के विशेष अधिकारी आरडी मीणा ने बताया कि चंबल रिवर फ्रंट देश और दुनिया में कोटा के अलावा कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। आगामी अगस्त में चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन होगा। इसके बाद इसे पर्यटकों के लिये खोल दिया जाएगा।
- यहाँ चंबल नदी के किनारे देश की सबसे बड़ी नंदी की मूर्ति बनाई गई है तो वहीं भगवान विष्णु के 10 अवतार के दर्शन भी पर्यटक कर सकेंगे। इतना ही नहीं, सबसे बड़ी चंबल माता की मूर्ति और विश्व की सबसे बड़ी घंटी भी चंबल किनारे चंबल रिवर फ्रंट पर पर्यटकों को देखने को मिलेगी।
- आरडी मीणा के मुताबिक, रिवर फ्रंट पर पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का फेस मास्क भी बनाया गया है। इस फेस मास्क के पीछे की तरफ से लोग मास्क के अंदर जा सकेंगे और इनकी आंखों से रिवर फ्रंट का नजारा देख सकेंगे। रिवर फ्रंट पर वृंदावन गार्डन की तर्ज पर बैराज गार्डन को भी विकसित किया गया है।
- आरडी मीणा ने बताया कि बार्सिलोना फाउंटेन की तर्ज पर यहां भी फाउंटेन बनाया गया है। यहाँ आने वाले पर्यटक रंग बिरंगी रोशनी और म्यूजिक के साथ फाउंटेन शो एंजॉय कर सकेंगे। इसके अलावा मुकुट महल में संग्रहालय बनाया जा रहा है।
- रिवर फ्रंट में योग की मुद्रा में एक इनविजिबल स्ट्रक्चर है, जिसे दोनों तरफ (राइट और लेफ्ट) से देखने पर ही नज़र आएगा, लेकिन सामने से देखने पर यह गायब हो जाता है। इसे स्टेनलेस स्टील से बनाया गया है।
- इसके अलावा यहाँ पर देश का पहला एलईडी गार्डन भी बनाया गया है। यहाँ आने वाले लोगों को वास्तविक पेड़-पौधे पक्षियों की जगह एलईडी एलिमेंट दिखाई देंगे। रिवर फ्रंट के पूर्वी जोन में जोडियक घाट भी विकसित किये गए हैं, जिसमें अलग-अलग राशि चक्र हैं।
- कि रिवर फ्रंट पर थाई टैंपल की खूबसूरत हूबहू इमारत बनाई गई है। यहाँ पर छोटे-छोटे रेस्टोरेंट्स भी बनाए गए हैं, जिनमें लाल किला भवन में मुगलई, गोपुरम् भवन में साउथ, चाइनीस बिल्डिंग में चाइनीस व्यंजनों का भी पर्यटक लुत्फ उठा सकेंगे।
- यहाँ पन्नाधाय हाडी रानी का शौर्य भी दिखेगा तो पूर्वी छोर पर हाडौती घाट बनाया गया है। बूंदी शैली पर निर्माण की 84 खंभों की छतरी तारागढ़ फोर्ट भी बनाया गया है। रिवर फ्रंट पर बच्चों के लिये भी खास किड्स जोन में वाटर पार्क म्यूज़िकल जोन भी बनाया गया है।
- यहाँ कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ भी दे सकेंगे और लोग बैठकर सुन सकेंगे। साथ ही 5 साहित्यकारों की प्रतिमा भी लगाई गई हैं। यहाँ एक लाइब्रेरी होगी, जिसमें आने वाले पर्यटक किताबें पढ़ सकेंगे।
- आरडी मीणा के मुताबिक, रिवर फ्रंट पर अलग-अलग तरह के फव्वारे होंगे, जबकि सिंह घाट में 9 शेर व्हाइट मार्बल से लगाए गए हैं। चंबल रिवर फ्रंट पर एक छोटा सा बाजार भी रहेगा और यहाँ बोटिंग और क्रूज का भी संचालन होगा।