मध्य प्रदेश में 21वीं पशुधन गणना पर कार्यशाला | 08 Mar 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने इंदौर, मध्य प्रदेश में '21वीं पशुधन जनगणना में पशुपालकों तथा उनके पशुधन की गिनती' पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
मुख्य बिंदु:
- इस कार्यशाला का आयोजन पशुचारण की प्रथा, उनके आवास, विभिन्न क्षेत्रों में मार्गों आदि पर बेहतर विचार करने और पशुपालक की समावेशी परिभाषा, एकत्र किये जाने वाले डेटा एकत्र करने की पद्धति जैसे विभिन्न मुद्दों पर आम सहमति बनाने के लिये किया गया था।
- विभाग वर्ष 1919 से प्रत्येक 5 वर्ष में देश भर में पशुधन जनगणना करता है। 21वीं पशुधन जनगणना वर्ष 2024 में होने वाली है।
- पशुधन गणना इस क्षेत्र में और सुधार लाने के लिये पशुधन कल्याण कार्यक्रम की उचित योजना तथा निर्माण के लिये डेटा का मुख्य स्रोत है।
- इसमें सभी घरेलू पशुओं और इन पशुओं की कुल संख्या को शामिल किया गया है, जिसमें घरों, घरेलू उद्यमों/गैर-घरेलू उद्यमों में मौजूद जानवरों/पोल्ट्री पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ शामिल हैं, जो उनकी उम्र, लिंग के साथ नस्ल के अनुसार हैं।
नोट:
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) योजना को वर्ष 2021-22 से वर्ष 2025-26 के लिये पुनर्गठित किया गया है। यह योजना उद्यमिता विकास और मुर्गीपालन, भेड़, बकरी तथा सुअर पालन में नस्ल सुधार पर केंद्रित है, जिसमें चारे का विकास भी शामिल है।