वेटलैंड सिटी प्रमाणन | 13 Jan 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) ने वेटलैंड सिटी प्रमाणन (Wetland City Accreditation- WCA) हेतु भारत से तीन शहरों के लिये नामांकन प्रस्तुत किये हैं।

  • नामांकित शहरों में इंदौर (मध्य प्रदेश), भोपाल (मध्य प्रदेश) और उदयपुर (राजस्थान) शामिल हैं।

मुख्य बिंदु:

  • इन शहरों में पाँच प्रमुख आर्द्रभूमियाँ मौजूद हैं जिनमें पिछोला, फतेह सागर, रंग सागर, स्वरूप सागर एवं दूध तलाई शामिल हैं।
  • ये आर्द्रभूमियाँ शहर की संस्कृति व पहचान का एक अभिन्न अंग हैं जो शहर के माइक्रॉक्लाइमेट को बनाए रखने में मदद करती हैं और साथ ही मौसम की विषम घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करती हैं।
  • MoEF&CC की अमृत धरोहर पहल रामसर स्थलों के संरक्षण मूल्यों को बढ़ावा देती है जोकि WCA लक्ष्यों के अनुरूप है।

WCA हेतु नामांकित अन्य शहर

  • शहर में स्थित एक रामसर स्थल, सिरपुर झील, जिसे जलीय पक्षी समागम के लिये एक महत्त्वपूर्ण स्थल के रूप में मान्यता दी गई है तथा इसे पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
  • इस शहर में स्थित भोज वेटलैंड (रामसर स्थल) शहर की जीवन रेखा के सामान है जहाँ विश्व स्तरीय वेटलैंड व्याख्या केंद्र स्थापित है जिसका नाम जल तरंग है।

वेटलैंड सिटी प्रमाणन (WCA)

  • WCA एक स्वैच्छिक मान्यता प्रणाली है, जिसे रामसर कन्वेंशन द्वारा कॉन्ट्रैक्टिंग पार्टियों (Conference of the Contracting Parties- COP) 12, 2015 के सम्मेलन के दौरान उन शहरों को मान्यता देने के लिये स्थापित किया गया था, जिन्होंने अपने शहरी आर्द्रभूमि की सुरक्षा हेतु असाधारण कदम उठाए हैं।
    • WCA 6 वर्षों के लिये मान्य होता है।
  • इस योजना का उद्देश्य शहरी एवं परिधीय-शहरी क्षेत्र के आर्द्रभूमि संरक्षण और इसके उपयोग को बढ़ावा देना है, साथ ही स्थानीय आबादी के लिये स्थायी सामाजिक-आर्थिक लाभ अर्जित करना भी है।