मुख्यमंत्री ने हरियाणा संस्कृत अकादमी और पंजाबी साहित्य अकादमी की वेबसाइट व मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किये | 26 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
24 फरवरी, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने टैगोर थियेटर में हरियाणा साहित्य पर्व के अवसर पर हरियाणा संस्कृत अकादमी और पंजाबी साहित्य अकादमी की वेबसाइट व मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किये।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संस्कृत, हिन्दी, पंजाबी व उर्दू भाषा के 138 साहित्यकारों को सम्मानित किया। ये सम्मान हरियाणा संस्कृत अकादमी, हरियाणा ग्रंथ अकादमी, हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, हरियाणा उर्दू अकादमी के अंतर्गत दिये गए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चारों अकादमियों के अध्यक्ष हैं।
- आजीवन साहित्य साधना सम्मान वर्ष 2017 के लिये डॉ. कमल किशोर गोयनका व वर्ष 2018 के लिये डॉ. सुरेश गौतम, 2019 के लिये माधव कौशिक और 2020 के लिये ज्ञानप्रकाश विवेक को 7-7 लाख रुपए की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति-पत्र दिया गया।
- फख्रे हरियाणा सम्मान वर्ष 2019 के लिये डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा नाजिम, वर्ष 2020 के लिये डॉ. कुमार पानीपती को 5-5 लाख रुपए की राशि व प्रशस्ति-पत्र दिया गया।
- इसी प्रकार महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य सम्मान वर्ष 2017 के लिये डॉ. पूर्णचंद शर्मा, 2018 के लिये मधुकांत, डॉ. संतराम देशवाल, वर्ष 2019 के लिये डॉ. सुदर्शन रत्नाकर व श्रीमती चंद्रकांता, वर्ष 2020 के लिये डॉ. सुभाष रस्तोगी को 5-5 लाख रुपए की राशि व प्रशस्ति-पत्र दिये गए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी भाषाओं के साहित्यकार समान होते हैं, ऐसे में सरकार द्वारा दी जाने वाली पुरस्कार राशि भी समान होनी चाहिये।
- उन्होंने कहा कि हरियाणा की साहित्य अकादमियों की पुरस्कार राशि को लेकर एक समान फॉर्मूला बनाया जाए। अभी तक हरियाणा की चारों साहित्य अकादमियाँ साहित्य के क्षेत्र में अलग-अलग पुरस्कार राशि दे रही हैं।