उत्तराखंड के नौ ज़िलों में मतदान बढ़ा, चार में घटा | 18 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में संपन्न हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 2017 के मुकाबले नौ ज़िलों में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि चार ज़िलों में गिरावट आई है। चमोली ज़िले में मतदान प्रतिशत में सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी हुई है, जबकि गिरावट वाले ज़िलों में ऊधमसिंह नगर पहले नंबर पर है।
प्रमुख बिंदु
- विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी से कुछ ज़िले सबसे अधिक मतदान करने वाले ज़िलों की सूची में भी अपनी जगह बना पाए। राज्य में कुल 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं ने 67.20 प्रतिशत तथा पुरुषों ने 62.60 प्रतिशत मतदान किया।
- 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 75 लाख 12 हज़ार 559 मतदाता थे, जिनमें से 49 लाख 24 हज़ार 993 ने मतदान किया था। इस बार कुल 81 लाख 72 हज़ार 173 में से 53 लाख 42 हज़ार 462 ने मतदान किया है। 2017 में 39 लाख 33 हज़ार 564 पुरुषों में से 24 लाख 44 हज़ार 759, अर्थात् 62.15 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया था।
- इस बार 42 लाख 38 हज़ार 890 पुरुषों में से 26 लाख 53 हज़ार 642, अर्थात् 62.60 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया है। 2017 के चुनाव में 35 लाख 78 हज़ार 810 महिलाओं में से 24 लाख 80 हज़ार 218, अर्थात् 69.30 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था। इस बार 39 लाख 32 हज़ार 995 महिलाओं में से 26 लाख 42 हज़ार 930, अर्थात् 67.20 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया है। पुरुषों के मुकाबले 4.6 प्रतिशत अधिक महिलाओं ने मतदान किया है।
- उत्तराखंड में इस बार के विधानसभा चुनाव में 2017 के मुकाबले 70 में से 35 विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा तो 35 सीटों पर घटा है। जिन सीटों पर गिरावट आई है, उनमें बड़ी संख्या मैदानी ज़िलों की सीटों की हैं।
- 2017 चुनाव के सापेक्ष 2022 के चुनाव में मतदान प्रतिशत में गिरावट के नज़रिये से देखें तो उत्तरकाशी में एक, टिहरी में दो, देहरादून में पाँच, हरिद्वार में नौ, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ में एक, बागेश्वर में एक, अल्मोड़ा में एक, नैनीताल में चार और ऊधमसिंह नगर में आठ विधानसभा सीटों पर इस बार गिरावट दर्ज की गई है।
- चंपावत ज़िले में दो सीटें हैं, जिनमें इस बार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि तो पर्वतीय ज़िलों में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है, जबकि मैदानी ज़िलों में मतदान प्रतिशत गिरा है।
- मतदान में कुल 81,72,173 सामान्य और 94,471 सेवा मतदाता थे। सामान्य मतदाताओं में से कुल 53,42,462 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया, जो कुल मतदाताओं का 65.37 प्रतिशत है। साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में इस साल 0.19 फीसदी कम मतदान हुआ।