राम मंदिर थीम पर उत्तरायणी पर्व | 10 Jan 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति पर मनाए जाने वाले उत्तरायणी पर्व और मेले को राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह की थीम के साथ मनाने का निर्देश दिया गया है।
मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री ने लोगों से अपने घरों में दीपोत्सव, कलश यात्रा और राम कथा का आयोजन करने का आग्रह किया है।
- उन्होंने प्रमुख नदियों के घाटों की सफाई के लिये अभियान चलाने पर भी ज़ोर दिया है।
- स्कूलों में भगवान राम के आदर्शों पर निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएँ आयोजित की जानी चाहिये।
राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह
- 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के 'प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह की तैयारियों में शामिल हैं:
- राम मंदिर के प्रवेश द्वार पर हाथी, शेर, भगवान हनुमान और भगवान विष्णु के 'वाहन' गरुड़ की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं।
- प्रतिष्ठा समारोह के लिये निमंत्रण कार्ड VVIPs, पुजारियों, दानदाताओं और कई राजनेताओं सहित मेहमानों को भेज दिये गए हैं।
- श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर निर्माण की देखरेख करने वाली समिति:
- पारंपरिक नागर शैली में निर्मित राम मंदिर एक तीन मंज़िला मंदिर है, जिसकी लंबाई 380 फीट (पूर्व-पश्चिम दिशा), चौड़ाई 250 फीट और ऊँचाई 161 फीट है।
- इसमें कुल 392 खंभे और 44 दरवाज़े तथा पाँच मंडप (हॉल) नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना तथा कीर्तन मंडप हैं।