उत्तराखंड
उत्तराखंड अग्निवीरों को रोज़गार प्रदान करेगा
- 22 Jul 2024
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चर्चा में क्यों?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य सरकार अग्निवीरों के आरक्षण के लिये प्रस्ताव लाने जा रही है।
मुख्य बिंदु
- राज्य के अग्निवीरों को राष्ट्र की सेवा करने के बाद सरकारी विभागों और पुलिस विभाग में रोज़गार दिया जाएगा।
- गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपनी माँ के साथ मिलकर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया।
- यह अभियान प्रकृति के साथ-साथ माताओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
अग्निपथ योजना
- "अग्निवीर" शब्द का अर्थ "अग्नि-योद्धा" है और यह एक नया सैन्य पद है।
- यह अधिकारी रैंक से नीचे के सैन्य कार्मिकों जैसे सैनिकों, वायुसैनिकों और नाविकों की नियुक्ति की एक योजना है, जो भारतीय सशस्त्र बलों में कमीशन प्राप्त अधिकारी नहीं हैं।
- उन्हें 4 वर्ष की अवधि के लिये नियुक्त किया जाता है, जिसके बाद, इनमें से 25% तक (जिन्हें अग्निवीर कहा जाता है), योग्यता और संगठनात्मक आवश्यकताओं के अधीन, स्थायी कमीशन (अन्य 15 वर्ष) पर सेवाओं में शामिल हो सकते हैं।
- वर्तमान में, चिकित्सा शाखा के तकनीकी संवर्ग को छोड़कर सभी नाविकों, वायुसैनिकों और सैनिकों को इस योजना के तहत सेवाओं में नियुक्त किया जाता है।
गुरु पूर्णिमा
- हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु पूर्णिमा आमतौर पर हिंदू माह आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन आती है।
- यह महर्षि वेद व्यास को समर्पित है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने पवित्र हिंदू ग्रंथ वेदों का संपादन किया था तथा 18 पुराणों, महाभारत और श्रीमद्भागवतम की रचना की थी।
- बौद्ध धर्मावलंबियों के लिये यह त्योहार भगवान बुद्ध के प्रथम उपदेश का प्रतीक है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह उपदेश इसी दिन उत्तर प्रदेश के सारनाथ में दिया गया था।
- ऐसा भी माना जाता है कि यह दिन मानसून के आगमन का सूचक होता है।