उत्तराखंड
सोनप्रयाग-केदारनाथ तक बनेगा उत्तराखंड का सबसे लंबा रोपवे
- 17 Aug 2022
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चर्चा में क्यों?
16 अगस्त, 2022 को विनोद रांटा (वन भूमि सलाहकार, कार्यदायी संस्था ट्रेवेस्ट्रा कंपनी सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे) ने बताया कि उत्तराखंड में सबसे लंबे रोपवे सोनप्रयाग-केदारनाथ के निर्माण के लिये प्रारंभिक सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है।
प्रमुख बिंदु
- केदारनाथ के लिये 13 किमी. लंबे रोपवे निर्माण की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधीन नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने एक कंपनी को सौंपी है।
- कार्यदायी संस्था के वन भूमि सलाहकार के साथ प्रशासन और वन विभाग द्वारा रोपवे निर्माण के लिये संयुक्त भूमि सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है।
- रोपवे निर्माण के लिये सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 11 हेक्टेयर भूमि अधिगृहित की गई है। 22 टॉवर के सहारे बनने वाले रोपवे की डिज़ाइन का लेआउट भी कार्यदायी संस्था ने तैयार कर लिया है।
- केंद्र सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून से अनुमति के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा रोपवे निर्माण के लिये 945 करोड़ रुपए की डीपीआर भेज दी जाएगी। मार्च 2023 से सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे पर चार स्टेशन गौरीकुंड, चीरबासा, लिनचोली और केदारनाथ में बनेंगे। रोपवे से एक समय में दो से ढाई हज़ार यात्री एकतरफा जा सकेंगे। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे से 13 किमी. की दूरी लगभग 30 से 35 मिनट में पूरी हो सकेगी।
- गौरतलब है कि वर्ष 2005 में रामबाड़ा-केदारनाथ रोपवे को मंज़ूरी मिली थी। तब उत्तरांचल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी ने भूमि सर्वेक्षण सहित अन्य औपचारिकताएँ भी पूरी की थीं। शासन को 70 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रस्ताव भेजा था। शासन स्तर पर रोपवे निर्माण को पीपीपी मोड में कराने का निर्णय लिया गया, लेकिन किसी भी कंपनी ने निविदा नहीं डाली।