सूखे की निगरानी हेतु ‘वेदर स्टेशन’ | 18 Mar 2024
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के सात ज़िलों की सभी तहसीलों सहित राज्य की 100 सर्वाधिक सूखाग्रस्त तहसीलों में सूखे की स्थिति पर नज़र रखने के लिये टेलीमेट्रिक वेदर स्टेशन (TWS) स्थापित करने की योजना की घोषणा की।
मुख्य बिंदु:
- इस पहल का उद्देश्य TWS के माध्यम से राज्य के विभिन्न स्थानों के तापमान, सौर विकिरण, वायु की गति आदि को जानने के बाद उत्तर प्रदेश में लगातार सूखे की स्थिति से निपटना है।
- इसे रणनीतिक रूप से मौजूदा ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन (AWS) और ऑटोमैटिक रेन -गेज स्टेशन (ARG) से 7-10 किलोमीटर की दूरी पर 10 x 10 मीटर की दूरी पर रखा जाएगा।
- बुंदेलखंड क्षेत्र में हमीरपुर, बांदा, ललितपुर, जालौन, झाँसी, महोबा और चित्रकोट ज़िले आते हैं जो प्रत्येक वर्ष सूखे की चुनौतियों का सामना करते हैं।
- ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन (AWS): ऑटोमैटिक/स्वचालित प्रकार का पारंपरिक वेदर स्टेशन और इसका उपयोग दूरदराज़ के क्षेत्रों में या जब मानव शक्ति अपर्याप्त हो तो मौसम की निगरानी के लिये किया जाता है।
- ऑटोमैटिक रेन-गेज स्टेशन (ARG): इसे "मौसम विज्ञान स्टेशन" के रूप में परिभाषित किया गया है, जिस पर अवलोकन स्वचालित रूप से किये और प्रसारित किये जाते हैं।