सिंचाई के लिये नाली के पानी का इस्तेमाल करेगी उत्तर प्रदेश सरकार | 05 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
3 सितंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अधिकारियों को प्रदेश में फसलों की सिंचाई के लिये नाली के पानी का उपयोग करने की योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
प्रमुख बिंदु
- जल शक्ति मंत्री ने यह सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया कि नाली का पानी नदियों में न गिरे और इसका उपयोग सिंचाई के लिये किया जाए।
- उन्होंने कहा कि इससे नदियों में प्रदूषण नहीं बढ़ेगा और साथ ही सिंचाई की लागत में भी काफी कमी आएगी। इससे सिंचाई में इस्तेमाल होने वाले पानी का संरक्षण करने में भी मदद मिलेगी।
- राज्य में बहने वाले 848 नालों की निगरानी के लिये अधिकारियों को निर्देश देते हुए मंत्री ने कहा कि नालों की निगरानी के लिये 5 सदस्यीय कमेटी बनाई जाए। नालों के आसपास रहने वाले और समाज से जुड़े लोगों को समिति का सदस्य बनाया जाए।
- उन्होंने कहा कि नमामि गंगे विभाग राज्य भर में चल रहे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के कार्यों को भी देखेगा।
- नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने इंजीनियरों को निर्देश देते हुए कहा कि वे इस महीने से गंगा की ज़मीन पर सीसीटीवी सर्विलांस लागू करें और कंट्रोल रूम से हर एसटीपी की 24 घंटे निगरानी करें।