उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश ने 8 गीगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर सहयोग किया | 25 Sep 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, मध्य प्रदेश (MP) और उत्तर प्रदेश (UP) सरकारों ने 8 गीगावाट (GW) सौर ऊर्जा संयंत्र विकसित करने के लिये साझेदारी की है, जो दो भारतीय राज्यों के बीच इस तरह का पहला महत्त्वपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा सहयोग है।
मुख्य बिंदु
- सहयोग अवलोकन:
- उत्पादित बिजली को दोनों राज्यों के बीच साझा किया जाएगा, जो हर छह महीने में उनकी अधिकतम मांग के मौसम के अनुसार होगा।
- मध्य प्रदेश: अधिकतम मांग अक्तूबर से मार्च तक होती है, जो रबी फसल के मौसम के साथ मेल खाता है।
- उत्तर प्रदेश : अधिकतम मांग अप्रैल से सितंबर के बीच होती है, जो खरीफ फसल के मौसम के साथ मेल खाती है।
- सौर ऊर्जा का वितरण मौसमी मांग पैटर्न के आधार पर किया जाएगा।
- परियोजना चरण और विकास:
- प्रथम चरण में 2 गीगावाट की परियोजना विकसित की जाएगी, जिसके लिये मोरेना (म.प्र.) को संभावित स्थल के रूप में चिन्हित किया गया है।
- राज्य नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य:
- मध्य प्रदेश: वर्ष 2030 तक 20 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य, जो वर्तमान 9 गीगावाट है।
- उत्तर प्रदेश: वर्ष 2026-27 तक 22 गीगावाट सौर क्षमता का लक्ष्य, जो वर्तमान 6.8 गीगावाट है।