हरियाणा में बेरोज़गारी दर 6.1 प्रतिशत | 08 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
7 जनवरी, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य में बेरोज़गारी दर 6.1 प्रतिशत है, जिसमें 18-58 वर्ष की आयु के लगभग 10.59 लाख लोगों ने खुद को बेरोज़गार घोषित किया है।
प्रमुख बिंदु
- परिवार पहचान-पत्र (पीपीपी) कार्यक्रम के तहत एकत्र किये गए आँकड़ों के अनुसार (जिसने अब तक राज्य के 98 प्रतिशत परिवारों को कवर किया है) 18-58 वर्ष के आयु वर्ग के 1.73 करोड़ लोग हैं, जिनमें से 1059530 लोगों ने खुद को बेरोज़गार घोषित किया है। इन आंकड़ों के आधार पर हरियाणा की बेरोज़गारी दर महज़ 6.1 फीसदी है।
- मुख्यमंत्री ने राज्य को बदनाम करने के लिये सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए कहा कि देश में हरियाणा में उच्चतम बेरोज़गारी दर पर (सीएमआईई) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाज़ी झूठी और निराधार है।
- पिछली रिपोर्ट में सीएमआईई ने हरियाणा की बेरोज़गारी दर 35.1 प्रतिशत आँकी थी। सीएमआईई की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि हरियाणा ने दिसंबर 2021 में देश में सबसे अधिक बेरोज़गारी दर 34.1 प्रतिशत दर्ज की, जबकि भारत में 7.9 प्रतिशत की बेरोज़गारी दर दर्ज की गई है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक कुल 6578311 परिवारों को पीपीपी के तहत पंजीकृत किया गया है और पंजीकृत जनसंख्या का आँकड़ा 25799000 है। इनमें लगभग 18 लाख बच्चे हैं।
- उल्लेखनीय है कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) ने भारत में बेरोज़गारी दर 9.4 प्रतिशत दिखाई है, जबकि हरियाणा में यह जनवरी-मार्च 2021 के दौरान 10.3 प्रतिशत थी, लेकिन उसी अवधि में सीएमआईई ने देश में बेरोज़गारी दर 7.4 प्रतिशत, जबकि हरियाणा में 29.3 प्रतिशत बेरोज़गारी दिखाई है।