जैसलमेर एवं बीकानेर में विकसित होंगे 1800 मेगावाट क्षमता के दो नए सोलर पार्क | 02 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
1 मार्च, 2022 को राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं ऊर्जा डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के जैसलमेर एवं बीकानेर में 1800 मेगावाट क्षमता के दो नए सोलर पार्क विकसित किये जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. अग्रवाल ने बताया कि पहले चरण में जैसलमेर में 800 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के माध्यम से और बीकानेर में 1000 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की सहायक कंपनी राजस्थान सोलर पार्क डवलपमेंट के माध्यम से विकसित किये जाएंगे।
- दोनों पार्कों को केंद्र सरकार की योजना के मोड 8 के तहत विकसित किया जाएगा। इसके लिये केंद्र सरकार के नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय से स्वीकृति प्राप्त हो गई है।
- ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान देश में लगातार ऊँची छलांग लगा रहा है। ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में राजस्थान देश में अग्रणी प्रदेश बन गया है। इंवेस्ट राजस्थान के दौरान भी प्रदेश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में करीब 8 लाख करोड़ रुपए के निवेश के एमओयू एलयूआई पर हस्ताक्षर हुए हैं।
- उल्लेखनीय है कि वर्तमान में 2245 मेगावाट क्षमता का विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क भी राजस्थान के जोधपुर ज़िले के भडला में विकसित किये जाने का श्रेय भी राजस्थान को ही है। इसी तरह से अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा 925 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क जैसलमेर ज़िले के नोख में विकसित किया जा रहा है।
- डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 10,560 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित की जा चुकी है। इस तरह 10 गीगावाट सौर ऊर्जा विकसित करने वाला राजस्थान देश का पहला प्रदेश बन चुका है।
- नए पार्कों की स्थापना के साथ ही राज्य में अक्षय ऊर्जा आधारित आधारभूत ढाँचा विकसित होने के साथ ही निवेश और रोज़गार के नए अवसर विकसित होंगे। इसके साथ ही प्रदेश में सस्ती और ग्रीन एनर्जी का उत्पादन बढ़ सकेगा।