उत्तराखंड
काली नदी पर बने दो अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल शुरू
- 17 Feb 2023
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चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2023 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले की डीएम रीना जोशी और नेपाल, दार्चूला के सीडीओ दीर्घराज उपाध्याय ने संयुक्त रूप से भारत व नेपाल के बीच सीमांत तहसील धारचूला से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा में काली नदी पर बने दो अंतर्राष्ट्रीय झूला पुलों का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इन पुलों से दोनों देशों की 10 हज़ार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा। दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियाँ भी बढ़ेंगी और रोटी-बेटी के रिश्ते मजबूत होंगे।
- काली नदी पर गस्कू में बने झूला पुल की लंबाई लगभग 140 मीटर और जयकोट में बने मलघट्या झूला पुल की लंबाई लगभग 135 मीटर है। दोनों पुलों की भार क्षमता 42 टन है।
- दोनों स्थानों पर पुल बनने से भारत के गाँव जयकोट, पांगला, गस्कू और नेपाल के माल, रापला, दुमलिंग, सुसारपानी सहित कई अन्य गाँवों की लगभग 10 हज़ार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा।
- इन स्थानों पर पुल नहीं होने से दोनों देशों के लोगों को शादी ब्याह और अन्य शुभ अवसरों पर लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। बारिश के समय काली नदी को नेपाल के लोग तार, ड्रम और ट्यूब के जरिये आर-पार करते थे। पुल बनने से जोखिम कम हो जाएगा।
- गौरतलब है कि दोनों पुलों के बनने से पिथौरागढ़ ज़िले में काली नदी पर भारत और नेपाल के बीच पुलों की संख्या 11 हो गई है। वर्तमान में झूलाघाट, डौड़ा, द्वालीसेरा, जौलजीबी, बलुवाकोट, धारचूला, तिगड़म रोंगती नाला, बडू-जुम्मा, मलघट्या जयकोट, गस्कू-माल, सीता पुल शामिल हैं।