देश के 112 आकांक्षी ज़िलों में टॉप-5 में बिहार के दो ज़िले | 09 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
8 फरवरी, 2023 को नीति आयोग ने देश के अल्प विकसित 112 आकांक्षी ज़िलों के लिये ‘चैंपियन ऑफ चेंज डेल्टा रैंकिंग’ जारी की है, जिसमें कृषि और जल संसाधन के क्षेत्र में देश के पाँच सर्वश्रेष्ठ आकांक्षी ज़िलों में बिहार के दो ज़िले बांका पहले स्थान और कटिहार दूसरे स्थान पर है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि नीति आयोग द्वारा आकांक्षी ज़िलों के बीच प्रतिस्पर्धा करने के लिये यह रिपोर्ट जारी की जाती है।
- ज्ञातव्य है कि वर्ष 2018 में प्रारंभ आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम में बिहार के 13 ज़िले-कटिहार, बेगूसराय, शेखपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और नवादा शामिल थे।
- केंद्र की इस घोषणा से बिहार के इन 13 ज़िलों के प्रखंडों में विशेष सहायता मिलती है। इन ज़िलों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, जलसंसाधन, वित्तीय स्थिति और आधारभूत अवसंरचना जैसे प्रमुख क्षेत्रों को विकसित करने पर ध्यान दिया जाता है।
- शिक्षा क्षेत्र के लिये मुख्य रूप से स्कूल में पढ़ाई और लाइब्रेरी की सुविधा, स्कूलों में आधारभूत संरचना, जिसमें टॉयलेट व पेयजल आदि मुख्य हैं।
- उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने देश में 500 आकांक्षी प्रखंडों की घोषणा की है जिसमें 61 आकांक्षी प्रखंड बिहार के भी हैं। केंद्र सरकार, राज्य सरकार की मदद से विशेष कार्यक्रम चलाएगी। इन प्रखंडों का चयन केंद्र के आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत किया गया है। विकास के कई पैमानों पर पिछड़े इन प्रखंडों को विकसित प्रखंडों की श्रेणी में लाने का प्रयास किया जाएगा।
- शुरुआती दौर में इन प्रखंडों में स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास जैसे इंडिकेटर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन ज़िलों के लिये केंद्र से अतिरिक्त फंड का भी प्रबंधन किया जाएगा। प्रखंडों की रैंकिंग की जाएगी ताकि उनमें आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा बढ़ सके।
- राज्य के 13 आकांक्षी ज़िलों (एडी) के भी प्रखंडों का चयन इसी कार्यक्रम के तहत किया गया है। ज़िलों में भागलपुर और कैमूर ज़िलों के सर्वाधिक 5-5 करके 10 प्रखंड, बेगूसराय के 4, मुंगेर के 4, जमुई के 4, औरंगाबाद और गया के 4-4 प्रखंड हैं। वहीं भोजपुर, कटिहार और बांका के तीन-तीन प्रखंडों के नाम शामिल हैं।