उत्तराखंड
उत्तराखंड में होम गार्ड के लिये ट्रांज़िट हॉस्टल
- 20 Feb 2024
- 2 min read
चर्चा में क्यों?
उत्तराखंड में होम गार्ड विभाग विशेष रूप से उधम सिंह नगर और अन्य प्रमुख ज़िलों में अपने होम गार्ड के लिये आवासीय सुविधा देने की तैयारी कर रहा है।
मुख्य बिंदु:
- आठ ज़िलों में ट्रांज़िट हॉस्टल के निर्माण के लिये शासन से 13.50 करोड़ रुपए की मंज़ूरी भी मिल गई है।
- चिह्नित ज़िले गढ़वाल और कुमाऊँ दोनों मंडलों में फैले हैं। हरिद्वार में सबसे अधिक 50 बीघा भूमि पर बनेगा ट्रांज़िट हॉस्टल।
- विभागीय सूत्रों से पता चला कि ऊधमसिंह नगर ज़िला मुख्यालय, रुद्रपुर, नैनीताल और हरिद्वार समेत आठ ज़िलों के विभिन्न शहरों में छात्रावास निर्माण के लिये विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है।
- अगले चरण के हिस्से के रूप में, शेष पाँच ज़िलों के लिये DPR तैयार कर सरकार को सौंपी जाएगी, जिससे पूरे राज्य में इस पहल का विस्तार सुनिश्चित होगा।
होम गार्ड
- 6 दिसंबर, 1946 को नागरिक अव्यवस्थाओं और सांप्रदायिक दंगों की उथल-पुथल अवधि के दौरान, पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व में, पुलिस के सहायक के रूप में नागरिक स्वैच्छिक बल के रूप में पहली होम गार्ड यूनिट की कल्पना और स्थापना तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी में की गई थी।
- वर्ष 1966 में भारत-चीन युद्ध के बाद इसे भारत में पुनर्गठित किया गया।