एनजीटी द्वारा कचरा प्रबंधन को लेकर गठित कमेटी की तीसरी बैठक गुरुग्राम के बंधवाड़ी में आयोजित | 31 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
29 अक्टूबर, 2022 को हरियाणा के गुरुग्राम ज़िले के बंधवाड़ी मे कचरा प्रबंधन और कचरे का सही ढंग से प्रसंस्करण करने को लेकर राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित कमेटी की तीसरी बैठक आयोजित की गई ।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर जमा कचरे का आकलन वैज्ञानिक तरीके से नए सिरे से करवाया जाएगा तथा इसकी ज़िम्मेदारी हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को दी गई है, जो एक सप्ताह में इस कार्य को पूर्ण करवाएंगे, जिसके हिसाब से इस कचरे के निस्तारण के लिये नगर निगम गुरुग्राम संशोधित एक्शन प्लान तैयार करेगा, जिसमें हर गतिविधि के लिये समय सीमा निर्धारित होगी।
- हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है, जिसके सदस्यों में जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के एसीएस विनीत गर्ग, शहरी स्थानीय निकाय के एसीएस अरुण गुप्ता, गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त मुकेश आहुजा, फरीदाबाद नगर निगम के आयुक्त जितेंद्र दहिया, गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव, फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह तथा सीपीसीबी के क्षेत्रीय निदेशक शामिल हैं।
- कमेटी की बैठक में बंधवाड़ी में कचरे के सही ढंग से निस्तारण से लेकर वहाँ पर लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू करने और विकेंद्रित कचरा प्रसंस्करण, कचरे से निकलने वाले आरडीएफ के निस्तारण, लीगेसी वेस्ट, लिगेसी लीचेट, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने, अग्निशमन के प्रबंध करने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
- इस बैठक में निर्णय लिया गया कि बंधवाड़ी में जमा पूरे लीगेसी वेस्ट का प्रसंस्करण मार्च 2023 अंत तक पूरा करने के प्रयास किये जाएंगे।
- बैठक में बताया गया कि गुरुग्राम तथा फरीदाबाद ज़िलों में विकेंद्रीकृत कचरा प्रसंस्करण प्रणाली अपनाने पर कार्यवाही चल रही है, जिसके लिये एक स्थान पर कचरा न ले जाकर दोनों शहरों में छोटे-छोटे कचरा प्रसंस्करण प्लांट लगाए जाएंगे। कचरा प्रसंस्करण के लिये सात अलग-अलग प्रसंस्करण साइटों की पहचान की गई है। हर साइट के लिये सॉलिड वेस्ट और लीचेट ट्रीटमेंट की योजना बनाई गई है।
- ज्ञातव्य है कि गुरुग्राम तथा फरीदाबाद, दोनों शहरों से प्रतिदिन लगभग 2000 मीट्रिक टन कचरा आता है।
- बैठक में बताया गया कि बंधवाड़ी में लीचेट ट्रीटमेंट के लिये 200-200 केएलडी क्षमता के दो डीटीआरओ प्लांट संचालित हो रहे हैं तथा इसके अलावा लगभग 150 केएलडी क्षमता का लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट भी 30 नवंबर तक कार्यरत् हो जाएगा। कुल मिलाकर लीचेट ट्रीटमेंट की 550 केएलडी क्षमता हो जाएगी। इसके बाद प्रतिदिन निकलने वाला लीचेट साथ-की-साथ ही शोधित किया जा सकेगा।
- बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी हर सप्ताह लीचेट ट्रीटमेंट को लेकर रिपोर्ट देंगे और जहाँ तक लिगेसी लीचेट का सवाल है, उसे टैंकरों में भरकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी ) पर भेजा जाएगा, जहाँ पर जीएमडीए द्वारा उसके ट्रीटमेंट के लिये डीटीआरओ प्लांट लगवाया जाएगा।
- ये लीचेट वाले टैंकर बंधवाड़ी प्लांट से एसटीपी पर पहुँचे, यह सुनिश्चित करने के लिये पर्यावरणविदों का सहयोग लिया जाएगा और इस लीचेट के सैंपल टेस्ट करने के बाद ही जब इसमें टॉक्सिक पदार्थ निर्धारित मंज़ूरशुदा मात्रा में होंगे, तब ही इसे सीवरेज में डाला जाएगा, अन्यथा नहीं।
- बैठक में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने को लेकर भी चर्चा हुई, जिसमें इकोग्रीन कंपनी की तरफ से बताया गया कि 10 नवंबर से पहले ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर लिये जाएंगे तथा इसके बाद 31 दिसंबर, 2022 से पहले प्लांट लगाने का कार्य धरातल पर शुरू कर दिया जाएगा।