राज्य सरकार इस वर्ष से ‘मध्य प्रदेश रत्न’, ‘मध्य प्रदेश गौरव’ और ‘मध्य प्रदेश श्री’ पुरस्कार प्रारंभ करेगी | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष से ‘मध्य प्रदेश रत्न’, ‘मध्य प्रदेश गौरव’ और ‘मध्य प्रदेश श्री’ पुरस्कार प्रारंभ करेगी। इस वर्ष ये पुरस्कार नवंबर माह में प्रदान किये जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- ये पुरस्कार कला, संस्कृति, साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, शिक्षा आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिये जाएंगे।
- मुख्यमंत्री चौहान ने ये बातें अपने निवास पर इस वर्ष पद्मश्री सम्मान के लिये चयनित एवं गत वर्षों में पद्म सम्मान प्राप्त कर चुकीं प्रदेश की विभूतियों को सम्मानित करते हुए कही।
- मुख्यमंत्री ने इस वर्ष पद्म सम्मान प्राप्त करने वाली प्रदेश की विभूतियों- स्व. डॉ. एन.पी. मिश्रा (उनके पुत्र सुनील मिश्रा), दुर्गाबाई व्याम, अर्जुन सिंह धुर्वे एवं पं. रामसहाय पांडे के साथ ही गत वर्षों में पद्म सम्मान से सम्मानित मध्य प्रदेश की विभूतियों भज्जू श्याम, विजय दत्त श्रीधर, कपिल तिवारी एवं भूरीबाई को भी सम्मानित किया।
- उल्लेखनीय है कि स्व. डॉ. एन.पी. मिश्रा ने चिकित्सा क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश और देश का नाम गौरवान्वित किया है। भज्जू श्याम एवं दुर्गाबाई व्याम गोंडी चित्रकला के क्षेत्र में विशिष्ट नाम हैं। प्रकृति एवं लोक-कलाओं पर आधारित इनके चित्र अत्यंत विशिष्ट हैं।
- अर्जुन सिंह धुर्वे का जनजातीय संस्कृति को विशेष पहचान दिलाने में अमूल्य योगदान है। रामसहाय पांडे ने राई नृत्य को दुनिया में नया स्वरूप एवं सम्मान दिया है।
- पत्रकारिता एवं लेखन के क्षेत्र में विजयदत्त श्रीधर देश में अपनी अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने सप्रे संग्रहालय की स्थापना की है। कपिल तिवारी ने जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और विकास में अमूल्य योगदान दिया है।