मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कैदियों के लिये की कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ | 07 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 5 सितंबर, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के ज़िला कारागार भिवानी के नवनिर्मित विस्तार भवन का उद्घाटन करते हुए प्रदेश के कैदियों के लिये अनेक प्रकार की महत्त्वपूर्ण घोषणाओं का खुलासा किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी जेलों में कैदियों के लिये टेली मेडिसिन सुविधा शुरू करने की घोषणा की।
- इसके अलावा कैदियों के लिये डाइट व्यवस्था बदलने के लिये 10 करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की, इससे 10 रुपए के हिसाब से कैदियों की डाइट में इजाफा किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने राज्य की 11 जेलों के बाहर पेट्रोल पंप भी स्वीकृत किये।
- पुलिस कर्मियों की तर्ज पर जेल कर्मियों को भी हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में फ्री सुविधा प्रदान करने की घोषणा की।
- इसके अलावा जेल कर्मियों के लिये कपल केस में ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के तहत भी सुविधा देने का ऐलान किया।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल के कैदियों को एक करोड रुपए की अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी तथा जेलकर्मियों को संकल्प लेना चाहिये कि कैदियों के प्रति अच्छा व्यवहार करेंगे तो मनुष्य निर्माण में अहम योगदान होगा।
- वर्तमान में 22 हजार अपराधियों के लिये जेलों में रखने के लिये पर्याप्त स्थल है, लेकिन सरकार 26 हजार अपराधियों के लिये पर्याप्त व्यवस्था करने पर बल दे रही है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल में स्टाफ को ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है, इसके लिये करनाल में जेल ट्रेनिंग सेंटर बनाया जा रहा है, जो दिसंबर माह में बनकर तैयार हो जाएगा।
- प्रदेश की जेलों में लघु उद्योग स्थापित किये जा रहे हैं। कैदियों में भी कई प्रकार के टैलेंट और प्रतिभाएं छिपी होती हैं। जेलों में उनसे कार्य करवाकर मानदेय दिया जाता है, इसके लिये विभाग द्वारा अध्ययन किया जा रहा है कि उन्हें किस-किस तरह का पारिश्रमिक मिले।
- इसके अलावा राज्य की जेलों को हाई सिक्योरिटी की सुविधा दी जा रही है।
- प्रदेश के नौ स्थानों पर जेल निर्माण करने के अलावा विस्तार का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा नारकोटिक्स को पकड़ने के लिये जेलों में स्नेपर की भी व्यवस्था की जा रही है।
- जेल विस्तारीकरण कार्य में नई जेल परिसर में पाँच बैरक पुरुष बंदियों के लिये तथा एक बैरक महिला बंदियों के लिये बनाई गई है। एक पुरुष बैरक की क्षमता 126 तथा महिला बैरक की क्षमता 114 की है। पहले पुरानी जेल में बंदियों की क्षमता 561 थी, जो अब कुल 1335 की हो गई है।