मध्य प्रदेश
तेंदूपत्ता संग्रहण
- 25 Jul 2022
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चर्चा में क्यों?
24 जुलाई, 2022 को मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने बताया कि प्रदेश में इस साल लक्ष्य के विरुद्ध 110 प्रतिशत ज्यादा तेंदूपत्ता संग्रहण किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस वर्ष लक्ष्य 16 लाख 29 हज़ार मानक बोरा था, जिसके विरुद्ध 18 लाख 2 हज़ार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया। वर्ष 2021 में 16 लाख 60 हज़ार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ था।
- प्रदेश में राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा 80 ज़िला यूनियन और 1071 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य करवाया जा रहा है। इससे 35 लाख संग्राहक जुड़े हैं। इनमें से 50 प्रतिशत संग्राहक अनुसूचित जनजाति परिवारों के हैं और 40 प्रतिशत संग्राहक महिलाएँ हैं।
- उल्लेखनीय है कि प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहण जनजातीय बहुल क्षेत्रों में आजीविका का बड़ा स्रोत है।
- प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल, 2022 को हुए वन समितियों और तेंदुपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेंदुपत्ता संग्रहण दर में 500 रुपए की बढ़ोतरी किये जाने की घोषणा की थी, जिसके फलस्वरूप 3 हज़ार रुपए प्रति मानक बोरा दर निर्धारित कर दी गई है। इस वृद्धि से संग्राहकों के पारिश्रमिक में भी वृद्धि हुई है।
- इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्राहकों को लगभग 540 करोड़ रुपए की राशि पारिश्रमिक के रूप में सीधे उनके खाते में वितरित किया जाना प्रारंभ हो गया है, जो गत वर्ष की तुलना में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है।
- तेंदूपत्ता संग्रहण से वर्ष 2020 में 600 करोड़ रुपए और वर्ष 2021 में 843 करोड़ रुपए का विक्रय मूल्य प्राप्त किया गया था।