मध्य प्रदेश
तेंदूपत्ता संग्रहण दर अब 3 हज़ार रुपए प्रति मानक बोरा
- 29 Apr 2022
- 2 min read
चर्चा में क्यों?
27 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश वन विभाग ने प्रदेश के 45 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिये वर्ष 2022 संग्रहण काल के लिये तेंदूपत्ता संग्रहण दर 3 हज़ार रुपये प्रति मानक बोरा निर्धारित करने के आदेश जारी कर दिये।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल, 2022 को वन समितियों के सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ाए जाने की घोषणा की थी।
- वर्ष 2021 तक संग्रहण दर 2500 रुपए प्रति मानक बोरा थी। इस वर्ष 16.29 लाख मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है।
- मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा किया जाता है। प्रदेश में 60 ज़िला वनोपज सहकारी यूनियनों और 1066 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से यह संग्रहण किया जाता है।
- वर्तमान में प्रदेश में 45 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक हैं। इनमें से 50 फीसदी से ज़्यादा 23 लाख संग्राहक जनजाति वर्ग के हैं। इसी तरह 40 फीसदी महिला संग्राहक भी हैं।
- इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण की दर में बढ़ोतरी से संग्रहण कार्य में संलग्न संग्राहकों को 500 करोड़ रुपए का संग्रहण पारिश्रमिक मिलेगा। यह पिछले वर्ष की तुलना में 81 करोड़ रुपए का अतिरिक्त पारिश्रमिक होगा, जो ग्रीष्म ऋतु में रोज़गार के अतिरिक्त साधन उपलब्ध कराने में सहायक होगा।
प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभांश की राशि भी वितरित की जाती है। इस वर्ष से शुद्ध लाभांश को 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत सीधे तेंदूपत्ता संग्राहकों को वितरित किये जाने का निर्णय पूर्व में लिया जा चुका है।