तीजा-पोरा तिहार | 07 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
6 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास में आयोजित तीजा-पोरा त्योहार के कार्यक्रम के अवसर पर समूह की महिला-बहनों को बड़ी सौगात देते हुए महिला कोष की ऋण योजना के अंतर्गत सभी महिला समूहों के कालातीत ऋणों को माफ करने की घोषणा की, ताकि वे पुन: ऋण लेकर नवीन आर्थिक गतिविधियाँ आरंभ कर सकें।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही महिला कोष से महिला समूहों को प्रति वर्ष दिये जाने वाले ऋण के बजट में भी 5 गुना वृद्धि की घोषणा करते हुए महिला कोष के बजट की राशि दो करोड़ रुपए से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए करने की घोषणा की।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की यह घोषणा राज्य में न्याय की एक कड़ी को और आगे बढ़ाने के रूप में देखी जा रही है। इससे स्व-सहायता समूहों से जुड़ी लाखों बहनों के सिर से 12 करोड़ 77 लाख रुपए के कर्ज़ का बोझ उतर जाएगा।
- महिला समूहों पर बकाया कालातीत ऋण की माफी से समूहों से जुड़ी लगभग एक लाख महिलाएँ नये सिरे से अपनी आर्थिक गतिविधियाँ संचालित करने के योग्य हो जाएंगी और उन्हें इसके लिये सहजता से ऋण की उपलब्ध हो सकेगा।
- महिला समूहों को अब दो लाख रुपए की ऋण की पात्रता होने से वह स्व-रोज़गार एवं स्वावलंबन की गतिविधियों को और अधिक विस्तार देने में सक्षम होंगी। इससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त होंगी।