‘तानसेन समारोह’ | 27 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
26 दिसंबर, 2021 को भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश और दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव विश्व संगीत समागम ‘तानसेन समारोह’का संगीतधानी ग्वालियर में भव्य एवं रंगारंग शुभारंभ हुआ।
प्रमुख बिंदु
- ग्वालियर के हजीरा स्थित संगीत सम्राट तानसेन की समाधि के समीप सिद्धेश्वर मंदिर ओंकारेश्वर की थीम पर बने भव्य एवं आकर्षक मंच पर अतिथियों ने कन्या पूजन कर तानसेन समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया।
- समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में देश के सुप्रतिष्ठित सितार वादक पं. कार्तिक कुमार (मुंबई) और सुविख्यात घट्म वादक पँभूषण पं. विक्कू विनायकरम (चेन्नई) को क्रमश: वर्ष 2013 और 2014 के ‘राष्ट्रीय कालिदास सम्मान’से अलंकृत किया गया।
- दोनों मूर्धन्य संगीत साधकों को राष्ट्रीय कालिदास सम्मान के रूप में 2 लाख रुपए की आयकर मुक्त सम्मान राशि, प्रशस्ति पटिेका एवं शॉल-श्रीफल भेंट किये गए।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तानसेन अलंकरण एवं कालिदास अलंकरण की सम्मान राशि को बढ़ाकर 5-5 लाख रुपए करने तथा तानसेन समारोह की तर्ज़ पर संगीत सम्राट तानसेन के समकालीन महान संगीत मनीषी बैजू बावरा की स्मृति में ‘बैजू बावरा समारोह’का आयोजन भी शुरू करने की घोषणा की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि महान संगीत मनीषी तानसेन की याद में आयोजित होने वाले तानसेन समारोह का शताब्दीवाँ समारोह वर्ष 2024 में धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय नागरिक उडन्न्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य अतिथियों ने पं. रविशंकर पर केंद्रित एक पुस्तक का विमोचन भी पर किया।
- गौरतलब है कि सिंधिया राज्यकाल में ही सन् 1924 में तानसेन समारोह का शुभारंभ हुआ था। यह 97वाँ तानसेन समारोह है।