हरियाणा
झज्जर में बनेगा स्वामी ओमानंद सरस्वती के नाम पर विशाल पुरातत्त्व संग्रहालय
- 20 Nov 2021
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चर्चा में क्यों?
19 नवंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने स्वामी ओमानंद सरस्वती पुरातत्त्व संग्रहालय समिति, गुरुकुल झज्जर के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए झज्जर में स्वामी ओमानंद सरस्वती के नाम पर एक विशाल संग्रहालय के निर्माण के लिये एचएसवीपी भूमि देने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि गुरुकुल झज्जर पुरातत्त्व संग्रहालय राज्य के लिये गौरव का स्थान है। यह हरियाणा का सबसे बड़ा संग्रहालय है। देश के विभिन्न हिस्सों से प्राचीन वस्तुओं को एकत्र करने में स्वामी ओमानंद सरस्वती की प्रतिबद्धता और प्रयासों से यह संग्रहालय 1959 ई. में अस्तित्व में आया था।
- इस संग्रहालय में स्वामी ओमानंद द्वारा संरक्षित पुरातात्त्विक महत्त्व की लगभग 2 लाख वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाएगा।
- मौजूदा संग्रहालय में दुर्लभ सिक्कों, मृण्मूर्ति, मूर्तियों, पांडुलिपियों आदि का अनूठा और अतुलनीय संग्रह है।
- इन धरोहरों को पिछले कई दशकों के दौरान गुरुकुल झज्जर द्वारा दुनिया भर से एकत्र किया गया है और इस प्रकार राज्य सरकार ने इस राष्ट्रीय धरोहर को भावी पीढ़ी के लिये संरक्षित करने और इस अद्वितीय विरासत को प्रदर्शित करने के लिये एक नया संग्रहालय बनाने का फैसला किया है।