मध्य प्रदेश
प्रदेश का पहला बायो-टेक्नोलॉजी पार्क जावद के आमलीभाट एवं बरखेड़ा में लेगा आकार
- 27 Sep 2023
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चर्चा में क्यों?
- 26 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने बताया कि प्रदेश का पहला बायो-टेक्नोलॉजी पार्क नीमच ज़िले में जावद के आमलीभाट एवं बरखेड़ा गाँव में आकार लेगा। हाल ही में मध्य प्रदेश कैबिनेट ने इसे मंज़ूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि लगभग 40 एकड़ भूमि में करीब 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला यह पार्क अनुसंधान के साथ विकास का एक बड़ा केंद्र तो होगा ही साथ ही, उद्योगों के लिये तकनीकी हस्तांतरण से लाखों रोज़गार सृजन का संवाहक भी होगा।
- मंत्री सखलेचा ने पार्क को नीमच के साथ ही पूरे प्रदेश के उद्योगों,नव उद्यमियों आदि के लिये सौगात बताते हुए कहा कि पार्क की स्थापना भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की योजना में की जा रही है।
- संभवत: देश का यह 9वाँ पार्क शोध आधारित विकास की तकनीकी उपलब्ध करवाएगा। जैव तकनीकों के व्यवसायीकरण में भी यह बायोटेक पार्क अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- पार्क की स्थापना का मुख्य उद्देश्य बायो-टेक्नोलॉजी में नवीन अनुसंधान और विकास संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देना है, जिसके लिये 8 उच्च-स्तरीय प्रायोगशाला स्थापित की जाएगी। इनमें फाइटोफार्मास्यूटिकल और ड्रग डिस्कवरी प्रयोगशाला, हर्बल फॉर्म्यूलेशन, पादप ऊतक संवर्धन, गुणवत्ता नियंत्रण और गुणवत्ता आश्वासन, माइक्रोबियल बायो-टेक्नोलॉजी, आणविक जीव विज्ञान, जैव सूचना और फोर्टिफाइड फूड प्रयोगशाला शामिल हैं।
- पार्क से प्रदेश के इनक्यूबेटीज, उद्यमियों एवं नवाचारों को स्टार्ट-अप के लिये तैयार किया जाएगा, जिससे इनक्यूबेशन सेंटर और पार्क के माध्यम से बायोटेक क्षेत्र में व्यवसाय शुरू कर सकेंगे।
- बायोटेक पार्क मुख्यरूप से सूक्ष्म और मध्यम प्रकार के बायोटेक उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिये एक शानदार मंच होगा, जिसमें पार्क और बायोटेक इनक्यूबेशन सेंटर सार्वजनिक उपक्रम की भागीदारी के माध्यम से बायोटेक स्टार्ट-अप एवं उद्यमी बायोटेक उत्पाद की कंपनी शुरू कर सकें। पार्क के अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा तथा यह रोज़गार के अनेक अवसर भी प्रदान करेगा।