स्वच्छता के प्रति जागरूकता | 16 Apr 2024
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ घर-घर जाकर स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं।
मुख्य बिंदु:
- नगर निगम ने क्षेत्र के घरों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिये स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को एक विशेष नौकरी की पेशकश की है, इस कार्य के लिये उन्हें ₹100 का भुगतान किया जाएगा।
- इस पहल के तहत वैभव लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएँ महाजनपेठ और शिकारपुरा जैसे इलाकों में घर-घर जाकर स्थानीय लोगों तक स्वच्छता से जुड़ी जानकारी पहुँचा रही हैं।
स्वयं सहायता समूह (SHG)
- ये उन लोगों के अनौपचारिक संगठन हैं जो अपनी जीवन स्थितियों को बेहतर बनाने के तरीके खोजने के लिये एकजुट होते हैं।
- इसे समान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले और सामूहिक रूप से सामान्य उद्देश्य पूरा करने के इच्छुक लोगों के स्व-शासित, सहकर्मी नियंत्रित सूचना समूह के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
- गाँवों को गरीबी, अशिक्षा, कौशल की कमी, औपचारिक ऋण की कमी आदि से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से व्यक्तिगत स्तर पर नहीं निपटा जा सकता है और इसके लिये सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
- इस प्रकार SHG गरीबों और हाशिये पर रहने वाले लोगों के लिये बदलाव का माध्यम बन सकता है। स्व-रोज़गार और गरीबी उन्मूलन को प्रोत्साहित करने के लिये SHG "स्वयं सहायता" की धारणा पर निर्भर करता है।