बिहार
बिहार में खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिये विकसित होगा खेल परिसर
- 03 Apr 2023
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चर्चा में क्यों
30 मार्च, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में ‘आओ खेलो-सह-गैर आवासीय प्रशिक्षण योजना’के तहत सभी ज़िला मुख्यालय में आउटडोर खेल परिसर यानी स्टेडियम विकसित किये जा रहे हैं।
प्रमुख बिंदु
- ‘आओ खेलो-सह-गैर आवासीय प्रशिक्षण योजना’के तहत 14 खेलों में ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जा रही है, जिसमें एथलेटिक, वॉलीबाल, कबड्डी, खो-खो, ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, फुटबाल, फेंसिंग, सेपक टेकरा, शतरंज, बॉस्केटबॉल, तीरंदाजी और योग की खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
- इन स्टेडियम में स्टेट लेवल तक के खेलों का आयोजन किया जाएगा। खिलाड़ियों को खेलने के लिये पटना या अन्य राज्यों में आने-जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
- पटना के कंकड़बाग में स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर के तर्ज पर सभी ज़िला मुख्यालयों के आउटडोर स्टेडियम को विकसित करने की योजना कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने बनाई है। इसमें मुख्य रूप से तिरहुत, सारण, दरभंगा, कोसी, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर तथा मगध प्रमंडल में आउटडोर स्टेडियम विकसित किये जाएंगे।
- राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिये प्रशिक्षण पर ज़ोर दिया जा रहा है। सरकार की योजना है कि अगर ज़रूरत पड़े, तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच की सेवा भी ली जा सकती है।
- उल्लेखनीय है कि योजना के तहत राज्य के सभी 534 प्रखंडों में स्टेडियम के निर्माण की योजना है। इस योजना के तहत 312 प्रखंडों में निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसमें 221 प्रखंडों में स्टेडियम का निर्माण हो चुका है। शेष 222 प्रखंडों में से 27 प्रखंडों में वर्ष 2022-23 में स्टेडियम निर्माण की स्वीकृति दी गई है। इस 27 में से चार प्रखंडों में 400 मीटर और बाकी 23 में 200 मी. ट्रैक युक्त स्टेडियम के निर्माण किये जाएगे।