मध्य प्रदेश
सौर ऊर्जा पार्क की स्थापना की स्वीकृति
- 04 Mar 2022
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चर्चा में क्यों?
3 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार की सौर ऊर्जा पार्क योजना में अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क्स (UMREPPS) मोड में स्वीकृत ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर पार्क (600 मेगावाट) और छतरपुर सौर ऊर्जा पार्क (950 मेगावाट) को विकसित किये जाने की स्वीकृति दी गई।
प्रमुख बिंदु
- इन पार्क के विकास के लिये रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (RUMSL) सौर पार्क परियोजना विकासक (SPPD) होगा।
- ओंकारेश्वर जलाशय पर प्रस्तावित 600 मेगावाट क्षमता की फ्लोटिंग सौर परियोजना वर्तमान परिदृश्य में विश्व की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजना है।
- यह परियोजना एक बहुउद्देशीय परियोजना के रूप में विकसित की जाएगी, जिसमें पर्यटन, कृषि और उद्योग हेतु उपयोगी भूमि संरक्षण, जल संरक्षण आदि उद्देश्यों की भी पूर्ति संभव होगी।
- सौर परियोजनाओं से उत्पादित विद्युत का क्रय मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (MPPMCL) द्वारा राज्य की सौर RPO की आपूर्ति और राज्य के उपयोग के लिये किया जाएगा। शेष विद्युत का क्रय अन्य सार्वजनिक संस्थाओं द्वारा राज्य में या राज्य के बाहर उपयोग के लिये किया जाएगा।
- उपरोक्त परियोजनाएँ प्रदेश को सस्ती पर्यावरण मित्र बिजली के साथ नवीकरणीय ऊर्जा आबंध की पूर्ति में भी सहायक सिद्ध होंगी।
- प्रदेश में वर्तमान में कुल 2380 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएँ स्थापित हैं और लगभग 5000 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएँ स्थापनाधीन हैं।
- उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ग्लासगो में आयोजित कॉप 26 सम्मेलन में देश के लिये वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट (पाँच लाख मेगावाट) की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है।