शुभांशी की फिल्म ‘नाटोक’ बुसान फिल्म फेस्टिवल में बनी विजेता, इंडो-फ्रेंच फेस्टिवल में भी हुआ चयन | 08 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
7 अक्टूबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार साउथ कोरिया में आयोजित बुसान न्यू वेब शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल 2022 में रामगढ़ ज़िला के अंतर्गत रजरप्पा की 15 वर्षीय शुभांशी चक्रवर्ती द्वारा निर्देशित फिल्म ‘नाटोक’ विजेता बनी है। वहीं, इंडो-फ्रेंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी इसका चयन हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार, फिल्म ‘नाटोक’को शुभांशी द्वारा निर्देशित किया गया है, जबकि कैमरा और संपादन का कार्य पार्थ भट्टाचार्य एवं फिल्म का निर्माण एवं लेखन शुभांशी के पिता शुभाशीष चक्रवर्ती द्वारा किया गया है।
- फिल्म ‘नाटोक’ का हिन्दी अर्थ ‘नाटक’ है। 4 मिनट 35 सेकेंड का यह फिल्म छऊ नर्तकों पर आधारित है।
- शुभांशी चक्रवर्ती हीरानंदानी फाउंडेशन स्कूल (एच. एफ. एस), मुंबई में 11वीं कक्षा में अध्ययनरत् हैं।
- विदित है कि शुभाशीष चक्रवर्ती पिछले दस वर्षों से अपने वेतन की राशि से भारत में वंचित समुदायों की मदद कर रहे हैं और उन्हें बदलने के लिये कार्य कर रहे हैं। वे सोनाहातू प्रखंड के पंडाडीह गाँव को गोद लिये हुए हैं। इस गाँव के बच्चों को छऊ नृत्य सिखा रहे हैं। वहीं गाँव में पुस्तकालय, औषधीय पौधशाला का निर्माण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में कार्य कर रहे हैं।
- शुभाशीष चक्रवर्ती एक वैश्विक समूह में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। वे सामाजिक वैज्ञानिक हैं। वे आदिवासी मामलों के विशेषज्ञ, टेडएक्स स्पीकर, कवि और लघु कथाकार भी हैं।